जगदीश नंबरदार आत्महत्या केस : एक बार फिर सिटी थाने पहुंचे इनेलो प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी

हरिभूमि न्यूज. बहादुरगढ़। इनेलो प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी शुक्रवार को एक बार फिर सिटी थाने में पहुंचे। अदालत के आदेश पर जांच में शामिल होने के लिए उन्हें थाने बुलाया गया था लेकिन अधिकारी नहीं मिले। इस दौरान नफे सिंह राठी ने जांच में पूरा सहयोग करने की बात कही। मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग भी दोहराई।
नफे सिंह राठी ने कहा कि अदालत के आदेश पर वह थाने जा रहे हैं। बुधवार को गए तो वीरवार का नाम लिया गया। वीरवार को गए तो शुक्रवार को आने को कहा। अब शुक्रवार को गए तो भी एसएचओ नहीं मिले। लगातार तीन दिन से थाने जा रहे हैं लेकिन अधिकारी खुद नहीं मिलते। अब एक एप्लीकेशन थाने में दे दी है। हमें तफ्तीश में शामिल करो। जब भी बुलाया जाएगा, हम हाजिर हैं। जांच में पूरा सहयोग करेंगे। जांच के लिए सरकार ने एसआईटी गठित की है। वह एसआईटी के सामने कुछ बाते बताएंगे। उनका जगदीश नंबरदार के साथ किसी बात का तनाव नहीं था, न ही कोई जमीनी झगड़ा नहीं था। सिर्फ राजनीतिक द्वेष के चलते इस मामले को हवा दी जा रही है। हमें साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। इस साजिश में जेजेपी के कुछ नेता शामिल हैं। उन्होंने ऑडियो क्लिप पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि मामले की सीबीआई से जांच होनी चाहिए। यह पता लगना चाहिए कि ऑडियो किसने बनाई और किसने वायरल की। निष्पक्षता से जांच होगी तो सारा मामला साफ हो जाएगा।
ये है मामला
दरअसल, गत 11 जनवरी को पूर्व मंत्री मांगेराम के बेटे जगदीश नंबरदार ने आत्महत्या कर ली थी। इससे पूर्व गत 26 दिसंबर को जगदीश की ऑडियो क्लिप वायरल हुई थी। ऑडियो क्लिप में नफे सिंह राठी सहित अन्यों पर गंभीर आरोप थे। ऑडियो औैर जगदीश के बेटे के बयान के आधार पर सिटी थाने में पूर्व विधायक नफे सिंह राठी, को-ऑप्रेटिव बैंक के पूर्व एमडी महेंद्र सिंह, पूर्व पार्षद के पति अजय उर्फ सोनू, एसआई अश्विनी, पटवारी श्याम और उसके सहयोगी राजू आदि पर सिटी थाने में अभियोग दर्ज हुआ था। फिलहाल मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पूर्व विधायक नफे सिंह को इस मामले में अग्रिम जमानत मिल चुकी है। मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की जा चुकी है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS