पेड़ पर फांसी लगाकर जेबीटी शिक्षक ने की आत्महत्या, चार पेज के सुसाइड नोट में बयां किया दर्द

पेड़ पर फांसी लगाकर जेबीटी शिक्षक ने की आत्महत्या, चार पेज के सुसाइड नोट में बयां किया दर्द
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मृतक प्रदीप कुमार अंबाला के भुरेवाला गांव के स्कूल में तैनात था। सुसाइड नोट में भिवानी के रहने वाले दो सट‍्टेबाजों पर उसे परेशान करने के आरोप लगाए हैं।

हरिभूमि न्यूज. अंबाला

शुक्रवार सुबह सट्टेबाजों से तंग आकर जेबीटी प्रदीप कुमार ने पेड़ से लटककर आत्महत्या कर ली है। वाटिका सिटी सेंट्रल के पास ही एक पेड़ पर उसका शव लटका मिला था। उसके पास से चार पेज का एक सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें उसने अपनी मौत के लिए दो सट्टेबाजों को जम्मिेदार ठहराया है। फिलहाल पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शहर के रतनगढ़ क्षेत्र का रहने वाला प्रदीप कुमार गांव भूरेमाजरा स्थित सरकारी स्कूल में अध्यापक के पद पर तैनात था।

पिता गोबिंद राम ने बताया कि वह भी शक्षिा विभाग से जेबीटी के पद से रिटायर हैं। उनका बेटा कल शाम लगभग साढ़े 6 बजे रोजाना की तरह अपनी बाइक पर गया था लेकिन उसके बाद वापस नहीं लौटा। उन्होंने रातभर बेटे की तलाश की लेकिन उसका पता नहीं चल पाया था। सुबह ही उन्हें पता चला कि उनका बेटे ने वाटिका के पास पेड़ से फंदा लगाकर जान दे दी। वह अपने बेटे के साथी अध्यापक प्रेम सिंह के साथ वाटिका पहुंचे और देखा कि बेटे का शव पीपल के पेड़ से प्लास्टिक की रस्सी से झूल रहा है। बेटे की जेब से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें लिखा है कि सतेंद्र डांगी को पैसे देने के लिए चंद्र शेखर लगातार दबाव बना रहा है। दोनों व्यक्तियों ने बेटे को सट्टे की लत लगाकर आत्महत्या के लिए मजबूर किया है। प्रदीप ने आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट यह लिखा कि सट्टेबाजों द्वारा रुपयों के लेन देन के चलते परेशान किया जा रहा है। इसी वजह से वह मौत को गले लगा रहा है। इसी आधार पर अब पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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