Jhajjar : तेजी से फैल रहा आई फ्लू, ओपीडी में प्रत्येक तीसरा मरीज संक्रमित

- निजी स्कूलों ने संक्रमित बच्चों को स्कूल न भेजने के किए अभिभावकों को दिया संदेश
- जिला शिक्षा अधिकारी ने एक बेंच पर एक ही बच्चा बैठाने के दिए निर्देश
Jhajjar : बरसात के मौसम में आई-फ्लू यानि आंखों का इंफेक्शन तेजी से फैल रहा है। स्थिति यह है कि नागरिक अस्पताल हो या प्राईवेट, सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर हर तीसरा व्यक्ति आई-फ्लू से पीड़ित आ रहा है। मंगलवार को नागरिक अस्पताल (Civil Hospital) में आई-फ्लू से संक्रमित करीब 250 से अधिक लोग पहुंचे। चिकित्सकों का कहना है कि पिछले तीन-चार दिनों से ऐसे मरीजाें की संख्या में इजाफा हुआ है। नागरिक अस्पताल की वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मीनू ने बताया कि ऐसे में लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। उपचार के साथ-साथ कुछ सावधानियां बरतने से इस बीमारी से तीन या चार दिनों में ठीक हो सकते है। आई फ्लू से आंखों में जलन, आंखों में लाली बनना, आंखों से पानी आने की समस्याएं आती है।
तेजी से फैलता है आई फ्लू
डॉक्टर मीनू ने बताया कि यह एक संक्रामक बीमारी है और यह बहुत तेजी से फैलती है। जिसके चलते ही मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हो रही है। प्रत्येक आयुवर्ग के लोग इसकी चपेट में आ रहे है। मानसून के दिनों में तेजी से फैलता है। इस संक्रमण शुरूआत एक आंख से होती है और बाद में दूसरी आंख भी चपेट में आ जाती है। आंखों में जलन होना, आंखों में लाली बन जाना, आंखों से पानी आना और दिखाई देने में परेशानी होना, यह सब आई फ्लू होने के लक्षण है।
बचाव के तरीकें
चिकित्सक के परामर्श से नियमित दवाई का प्रयोग करें। थोड़ी- थोड़ी देर में आंखों को ठंडे पानी से धोएं, आंखों को बार-बार न मसले, अपने उपयोग की चीजे जैसे रूमाल, तौलियां किसी को न दें, अधिक से अधिक समय घर पर व्यतीत करे, बाहर जाने पर काले चश्मे का प्रयोग करें, मोबाइल, टीवी का प्रयोग न करें। थोड़ी-थोड़ी देर में हाथों को धोएं, पीडि़त व्यक्ति से आई कांटेक्ट से बचें।
निजी स्कूलों ने संक्रमित बच्चों को स्कूल न भेजने के किए मैसेज
आई फ्लू संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच ऐतिहायत के तौर पर कई निजी स्कूलों ने अभिाभवकों को आई फ्लू से संक्रमित बच्चों को मैसेज भी किए है। मैसेज में आई फ्लू के लक्षण, बचाव के तरीकें और सावधानियों के बारें में बताया गया है।
डीईओ ने एक बेंच पर एक ही बच्चा बैठाने के दिए निर्देश
जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि उन्होंने मंगलवार को कई स्कूलों का दौरा किया। इस दौरान पाया गया कि स्कूलों में काफी बच्चे आई फ्लू से पीडि़त है। जिसके चलते एक डेस्क पर एक बच्चे को बैठाने के अलावा संक्रमित बच्चे को छुट्टी देने के निर्देश दिए गए है ताकि दूसरे बच्चों में यह संक्रमण न फैले।
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