खुशखबरी : नव वर्ष पर मिलेगी जींद डिपो को पांच बसें, यात्रियों को मिलेगी बेहतर परिवहन सुविधा

खुशखबरी : नव वर्ष पर मिलेगी जींद डिपो को पांच बसें, यात्रियों को मिलेगी बेहतर परिवहन सुविधा
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जींद डिपो को पांच नई बसें शीघ्र ही मिलने जा रही हैं। गुरुग्राम में यह बसें बनकर तैयार हो चुकी हैं और इन बसों पर पेंट किया जा रहा है। कार्य पूरा होते ही बसों को जींद डिपो के सुपुर्द कर दिया जाएगा।

जींद डिपो को पांच नई बसें शीघ्र ही मिलने जा रही हैं। गुरुग्राम में यह बसें बनकर तैयार हो चुकी हैं और इन बसों पर पेंट किया जा रहा है। कार्य पूरा होते ही बसों को जींद डिपो के सुपुद्र कर दिया जाएगा। जैसे ही ये बसें डिपो को मिलेंगी तो लंबे रूटों पर इन बसों को चलााय जाएगा और लंबे रूटों पर चल रही बसों को लोकल रूटों के लिए उतारा जाएगा।

बसों की कमी के चलते उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पंजाब में कई इंटर स्टेट रूट बंद पड़े हैं तो वहीं ग्रामीण रूट भी बुरी तरह से प्रभावित हैं। यात्रियों को समय पर बसें नहीं मिल पाती। सबसे ज्यादा परेशानी जींद से सोनीपत, नरवाना, असंध, करनाल, रोहतक और हिसार रूट पर है। इन रूटों पर बसों की संख्या बहुत ही कम है। पिछले दो सालों में 20 से Tयादा बसें कंडम हो चुकी हैं। सरकार ने पिछले साल घोषणा की थी कि रोडवेज के बेड़े में 800 नई बसें शामिल की जाएंगी, उसके बाद इनकी खरीद प्रक्रिया भी चली लेकिन अभी तक डिपो में बसें शामिल नहीं हो पाई थी। अगस्त माह में जींद डिपो की 12 बसों के लिए 3.39 करोड़ रुपए भी जमा करवाए जा चुके हैं। अब अगले 10 दिनों में पांच नई बसें डिपो में आने की पूरी उम्मीद है।

गौरतलब है कि जींद डिपो, सफीदों, नरवाना सब डिपो में करीब 145 बसें ऑनरूट हैं। इसमें किलोमीटर स्कीम की 37 बसें भी शामिल हैं। जींद की आबादी के हिसाब से बसें बहुत कम हैं और रोडवेज प्रबंधन द्वारा जैसे-तैसे काम चलाया जा रहा है। डिपो में इस समय 100 से भी कम बसें बची हैं। जिसके चलते ग्रामीण रूटों पर रोडवेज बस सेवा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। वहीं बसों की कमी के चलते कई रूट भी बंद हैं। हालांकि जींद डिपो को 35 बसें मिलनी हैं लेकिन अभी पांच नई बसें मिलेंगी। इसके बाद 23 बसों की खरीद भी साल 2023 में होगी। नई आने वाली बसों को लंबे रूटों पर चलाया जाएगा तो जो बसें इस समय लंबे रूटों पर चल रही हैं। उन्हें लोकल रूटों पर उतारा जाएगा। इससे यात्रियों विशेषकर छात्र-छात्राओं को सुविधा होगी। बसों की संख्या बढ़ेगी तो छात्राओं के लिए स्पेशल बसें चलने की भी संभावना रहेगी। वहीं जींद डिपो को साल 2018 में 30 नई बसें मिली थी। हालांकि छात्राओं की सुविधा के लिए 2020 में भी डिपो में पांच पिंक बस शामिल की गई थी। लेकिन यह छात्रा स्पेशल मिनी बसें थी। इसके बाद डिपो में कोई नई बस नहीं आई हैं जबकि दो साल में 50 से अधिक बस कंडम हो चुकी हैं।

जींद डिपो के महाप्रबंधक अशोक कौशिक ने बताया कि नव वर्ष पर जींद डिपो में 10 जनवरी से पहले पांच नई बसें मिल जाएंगी। जींद डिपो मंे पांच बसें शामिल होने से यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा उपलब्ध होगी।

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