Jind : डिपो में बढ़ा बसों का बेड़ा, कर्मचारियों की खल रही कमी

Jind : डिपो में बढ़ा बसों का बेड़ा, कर्मचारियों की खल रही कमी
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  • चालकों व परिचालकों की कमी से रूटों पर चक्कर हो रहे मिस
  • चक्कर मिस होने से यात्रियों को नहीं मिल पा रही परिवहन की बेहतर सुविधा

Jind : रोडवेज डिपो में नई बसें आने के बाद अब डिपो प्रबंधन को चालक व परिचालकों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। पर्याप्त चालक व परिचालक न होने के चलते कई रूटों पर बसों के चक्कर भी कम हो गए हैं। ऐसे में यात्रियों को रोडवेज की बेहतर सुविधा नहीं मिल पा रही। सरकार द्वारा चालक, परिचालकों की स्थाई भर्ती की जाए तो ही यात्रियों को रोडवेज की बेहतर सुविधा मिल पाएगी।

रोडवेज डिपो अब हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत भर्ती होने वाले परिचालकों के भरोसे है। रोडवेज ने तीन महीने पहले हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत 30 परिचालकों की पोर्टल के माध्यम से डिमांग भेजी थी लेकिन अभी तक निदेशालय ने 30 परिचालक अभी तक डिपो में नहीं भेजे हैं। अब रोडवेज को सभी रूटों पर बसें भेजने के लिए परिचालक कम पड़ गए हैं। रोडवेज बेड़े में 200 के लगभग बसें हैं, जिनमें से 195 बसें ऑन रूट हैं। परिवहन विभाग द्वारा 1.7 नॉर्म्स के हिसाब से 100 बसों पर 170 चालक तथा परिचालक की जरूरत है। बेड़े में 200 बसें होने के चलते 340 चालक.परिचालक की जरूरत पड़ेगी जबकि फिलहाल डिपो में 136 परिचालक और 106 चालक हैं। जींद डिपो के डीआई राजबीर ने बताया कि निगम के पोर्टल पर 30 परिचालकों की डिमांड भेजी हुई है। जैसे ही नए परिचालक आएंगे तो आ रही परेशानी खत्म हो जाएगी। रोडवेज डिपो में बसों के मुकाबले चालक.परिचालक कम है। इसके चलते रूटों पर बसें भेजने में परेशानी आ रही है।


डिपो में कौशल निगम के तहत 21 परिचालक दे रहे सेवाएं

हरियाणा कौशल निगम के तहत रोडवेज डिपो में फिलहाल 21 परिचालक सेवाएं दे रहे हैं। यह परिचालक छह महीने पहले डिपो में निगम के तहत भर्ती किए गए थे। उस समय रोडवेज बेड़े में लगभग 120 बसें थी, जिससे परिचालक और चालकों के साथ काम सही चल रहा था। इसके बाद डिपो में 80 नई बसें शामिल हो गई हैं, जिससे डिपो में चालक व परिचालकों की कमी हो गई है। ड्यूटी सैक्शन कार्यालय के कर्मचारियों के पास डयूटी लगाने के लिए चालक-परिचालक ही नहीं है। अब शादी सीजन के चलते चालक व परिचालक अवकाश ले रहे हैं लेकिन उन्हें अवकाश नहीं मिल रहे हैं। चालक.परिचालकों की कमी से मामला गंभीर हो गया है।

दस चालकों का पूरा हो चुका है कॉन्ट्रेक्ट

हरियाणा कौशल निगम के तहत छह महीने पहले दस चालक लगाए गए थेए जिनका कॉन्ट्रेक्ट 16 नवंबर को खत्म हो गया है लेकिन अभी तक इनका कॉन्ट्रेक्ट नहीं बढाया है और न ही इनको हटाने के आदेश जारी हुए हैं। डिपो ने तीन महीने पहले निगम के पोर्टल पर 30 परिचालकों की डिमांड भेजी गई थी लेकिन अभी तक निगम ने रोडवेज में 30 परिचालक नहीं भेजे हैं। यदि 30 परिचालक शामिल हो जाते हैं तो डिपो को कुछ राहत मिल सकती है। इससे पहले 21 परिचालक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ समिति के रा'य उपप्रधान संदीप रंगा ने कहा कि सरकार ने डिपो के बेड़े में नई बसें शामिल की है लेकिन अब परिचालकों की कमी हो गई है। सरकार को चाहिए कि परिचालकों की पक्की भर्ती करे ताकि युवाओं को रोजगार मिले। निगम के तहत जो परिचालकों की भर्ती की जा रही हैए उसका यूनियन विरोध करती है।

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