जींद नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी सस्पेंड, जानें क्यों

जींद नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी सस्पेंड, जानें क्यों
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बताया जाता है कि अक्टूबर 2016 में शिवपुरी कालोनी में गली निर्माण तथा फायर ब्रिगेड के बारे में कुछ बिंदूओ पर आरटीआई मांगी गई थी, जिसकी सूचना नगर परिषद द्वारा उपलब्ध नहीं करवाई गई। कार्रवाई न होने पर शिकायतकर्ता ने मई माह में सीएम विंडो पर शिकायत दी थी।

हरिभूमि न्यूज. जींद

हरियाणा अर्बन लोकल बॉडी डिपार्टमेंट ने नगर परिषद जींद के कार्यकारी अधिकारी डा. सुरेश चौहान को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। उनके स्थान पर नरवाना के कार्यकारी अधिकारी सुशील कुमार को अतिक्ति कार्यभार नगर परिषद का दिया गया है। बताया जाता है कि अक्टूबर 2016 में शिवपुरी कालोनी में गली निर्माण तथा फायर ब्रिगेड के बारे में कुछ बिंदूओ पर आरटीआई मांगी गई थी, जिसकी सूचना नगर परिषद द्वारा उपलब्ध नहीं करवाई गई। जिसकी अपील जिला सूचना अधिकारी से भी की गई और यह मामला कमीशन तक जा पहुंचा। कमीशन ने 24 जुलाई 2020 को हरियाणा अर्बन लोकल बॉडी डिपार्टमेंट को नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी के खिलाफ डिसीप्लेन एक्शन लेने के लिए लिखा था और दो माह में एक्शन रिपोर्ट पेश करने के लिए आदेश दिया था लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया। कार्रवाई न होने पर शिकायतकर्ता ने मई माह में सीएम विंडो पर शिकायत दी थी। उसी आधार पर नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी डा. सुरेश चौहान को निलंबित कर दिया गया। उधर, कुछ अन्य जांचे भी अर्बन लोकल बॉडी विभाग में चली हुई थी।

नप अध्यक्षा के पति के साथ रहा 36 का आंकडा

नगर परिषद के निलंबित कार्यकारी अधिकारी डा. सुरेश का नप अध्यक्षा के पति एवं भाजपा नेता जवाहर सैनी के साथ छतीस का आंकडा रहा है। पिछले काफी समय से दोनों के बीच खिंचतान चली आ रही है। यहां तक की डा. सुरेश का ट्रांसफर भी किया गया लेकिन अदालत ने उन्हें स्टे दे दिया था।

निलंबन का कारण पत्र में उल्लेख नहीं किया

नप के निलंबित कार्यकारी अधिकारी डा. सुरेश ने खुद निलंबित की बात को स्वीकार किया और साथ ही बताया कि निलंबन का कारण पत्र में उल्लेख नहीं किया गया है। उन्होंने साफ कहा कि राजनीतिक दबाव में उन्हें निलंबित किया गया है।

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