जींद और रोहतक के दो लाडले बने लेफ्टिनेंट, 18 साल की उम्र में ही हो गया था दोनों का चयन

जींद और रोहतक के दो लाडले बने लेफ्टिनेंट, 18 साल की उम्र में ही हो गया था दोनों का चयन
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ग्रामीण पृष्ठभूमि के दोनों युवाओं को सेना प्रमुख ने लगाए बैज, आईएमए के इतिहास में पहली बार पासिंग आउट परेड में शामिल नहीं हो पाए अभिभाावक

हरिभूमि न्यूज: जींद

नरवाना के गांव हमीरगढ़ निवासी भीम सिंह के पौत्र प्रतीक को भारतीय सेना में कमीशन मिला है। देहरादून सैन्य अकादमी पासिंग आऊट परेड में कुल 423 कैडेट पास हुए थे जिसमें से प्रतीक ने 16वां रैक प्राप्त किया है। देहरादून सैन्य अकादमी पासिंग आऊट परेड के बाद आर्मी चीफ मनोज मुकंद नरवणे ने स्टार लगाकर उज्जवल भविष्य की कामना की। कोरोना महामारी के कारण आईएमए के 87 साल के इतिहास में पहली बार माता-पिता को अपने बेटे के कंधो पर सितारें लगाने का मौका नही मिला।

प्रतीक ने अपनी उपलिब्ध का श्रेय दादा भीम सिंह, दादी श्योनन देवी की प्रेरणा तथा पिता रमेश कुमार, मां कमलेश व परिवार के बुजुर्गों के मार्ग दर्शन को दिया। प्रतीक श्योराण को कमीशन मिलने के साथ ही परिजनों को बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। प्रतिक के चाचा सुरेश विदूर ने बताया कि प्रतीक का वर्ष 2016 में एनडीए में सलेक्शन हुआ था। जिस दौरान प्रतीक का एनडीए में सलेक्शन हुआ उस दौरान उसकी उम्र महज साढे 18 वर्ष थी। साढे 22 वर्ष की आयु में भारतीय सेना में कमीशन मिलना एक बड़ी उपलब्धि है। देश के प्रति समर्पित भावना यहां पर भी स्पष्ट तौर पर झलकी, की भारतीय सेना में अन्य ट्रेडों की की च्वायस के बावजूद भी प्रतीक ने एएडी आर्मी एयर डिफेंस को चुना।

थानेदार के बेटे को भारतीय सेना में मिला कमीशन

मूलत गांव फरमाना खास महम व वर्तमान में पुलिस कालोनी निवासी सब इंस्पेक्टर पवन कुमार के बेटे अमन सहारण को भारतीय सेना में कमीशन मिला है। देहरादून सैन्य अकादमी पासिंग आऊट परेड के बाद आर्मी चीफ मनोज मुकंद नरवणे ने स्टार लगाकर उज्जवल भविष्य की कामना की। पासिंग आऊट परेड से पूर्व उन्हें पद तथा गोपनियता की शपथ दिलाई गई। जिसके साथ ही अमन सहारण को इंफेंट्री सिल्लीगुड्डी में लैफ्टिनेंट के पद पर नियुक्ति मिली है।

खास बात यह भी है कि सब इंस्पेक्टर पवन कुमार का दूसरा बेटा नवदीप सहारण एनडीए के तहत अंडर ट्रेनिंग है। अमन सहारण ने अपनी उपलिब्ध का श्रेय स्व. दादा अमीर सिंह सहारण, दादी धर्मो देवी की प्रेरणा तथा पिता पवन कुमार, मां सरिता के मार्ग दर्शन को दिया। हालांकि पासिंग आऊट परेड में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते अभिभावकों को नहीं बुलाया गया था। अमन सहारण को कमीशन मिलने के साथ ही परिजनों को बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। अमन सहारण ने छठी कक्षा में कुंजपुरा सैनिक स्कूल में दाखिला लिया था। वर्ष 2016 में अमन का सलैक्शन एनडीए में हुआ। जिस दौरान अमन का एनडीए में सलैक्शन हुआ उस दौरान उसकी उम्र महज 18 वर्ष थी। 22 वर्ष की आयु में भारतीय सेना में कमीशन मिलना एक बड़ी उपलब्धि है।

देश के प्रति समर्पित भावना यहां पर भी स्पष्ट तौर पर झलकी, की भारतीय सेना में अन्य ट्रेडों की की च्वाॅयस के बावजूद भी अमन ने इंफेंट्री को चुना। पिछले डेढ़ वर्षों से नवदीप भी एनडीए के तहत खड़कवासला पूणे में अंडर ट्रेनिंग हैं। डीआईजी अश्विन शैणवी ने सब इंस्पेक्टर पवन कुमार को उनके बेटे की इस उपब्धि पर बधाई दी व उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में ऐसे भी कर्मठ अधिकारी कर्मचारी है जिनके बच्चें उच्च पदों को हासिल कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने अमन सहारण को भी लेफिटनेंट बनने पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश के प्रति लग्न व ईमानदारी सेवा करें।


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