जूनियर चालक- परिचालकों को बस स्टैंड की बजाय अब ऑन रूट देनी होगी ड‍्यूटी, रोडवेज ने जारी किए आदेश

जूनियर चालक- परिचालकों को बस स्टैंड की बजाय अब ऑन रूट देनी होगी ड‍्यूटी, रोडवेज ने जारी किए आदेश
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वर्ष 2016 से 2018 तक भर्ती हुए चालक-परिचालक सिफारिश के आधार पर बस स्टैंड पर ही ड्यूटी लगवा रहे थे। इसके ठीक विपरीत वर्ष 1996 के आसपास भर्ती हुए चालक-परिचालकों की बसों में ड्यूटियां लगाई हुई थीं।

नरेन्द्र वत्स : रेवाड़ी

रोडवेज डिपो में सिफारिश के आधार पर बस स्टैंड पर ड्यूटी के नाम पर आराम फरमाने वाले जूनियर चालक और परिचालकों के दिन अब लद चुके हैं। परिवहन विभाग के मुख्यालय की ओर से इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आदेश जारी किए गए थे कि जूनियर चालक और परिचालक अब रूटों पर ही चलेंगे, जबकि सीनियर्स को बस स्टैंड ड्यूटी पर लगाया जाएगा। इस समाचार को 'हरिभूमि' ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। शुक्रवार को रेवाड़ी में रोडवेज महाप्रबंधक रवीश हुड्डा ने ऐसे 30 परिचालकों की तबादला सूची जारी की है। अभी चालकों की सूची जारी होनी शेष है।

काफी समय से ऐसा देखने को मिल रहा था कि वर्ष 2016 से 2018 तक भर्ती हुए चालक-परिचालक सिफारिश के आधार पर बस स्टैंड पर ही ड्यूटी लगवा रहे थे। इसके ठीक विपरीत वर्ष 1996 के आसपास भर्ती हुए चालक-परिचालकों की बसों में ड्यूटियां लगाई हुई थीं। इनमें से कई सेवानिवृत्ति के करीब चालक भी तक रूटों पर चल रहे हैं, जिन्हें शाम होने के बाद ढंग से दिखाई भी नहीं देता। ऐसे ही कई सीनियर परिचालक रूटों पर बसों में टिकट काट रहे हैं, जबकि जूनियर कंडक्टरों को बस स्टैंड पर ही विभिन्न ड्यूटियों में लगाया हुआ है। कई परिचालक दिन भर बस स्टैंड पर खाली घूमते भी नजर आते हैं। रूटों पर चलने के बाद उनके लिए बस स्टैंड पर चलने वाली राजनीति में भी हिस्सा लेने का मौका नहीं मिलता।

परिवहन विभाग के मुख्यालय ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। मुख्यालय की ओर से 23 अगस्त को प्रदेश के सभी जीएम को पत्र जारी किया गया था, जिसमें स्पष्ट आदेश दिए गए थे कि वह यह सुनिश्चित करें कि जूनियर चालक-परिचालक रूट पर ही बसों में ड्यूटियां करें। बस स्टैंड पर दूसरे कार्यों में ड्यूटी सीनियर चालक-परिचालकों की ही लगाई जाए। आदेशों में यह भी स्पष्ट किया गया है कि जांच के दौरान अगर सीनियर चालक या परिचालक रूट पर चलते हुए पाए जाते हैं, तो इसके लिए सीधे तौर पर जीएम ही जिम्मेदार होंगे। विभाग ने इन आदेशों की प्रति दिल्ली में बैठने वाले सीएम उड़नदस्ते को भी प्रेषित की थी, ताकि उनकी ओर से भी ड्यूटी के मामले में बसों पर नजर रखी जाए।

पहली सूची में रेवाड़ी में तीस परिचालक शामिल

जीएम की ओर से शुक्रवार को रेवाड़ी में 30 परिचालकों की फेरबदल सूची जारी की गई है। इसमें 16 परिचालकों को बस स्टैंड ड्यूटी से हटाकर रूटों पर लगा दिया गया है। उनके स्थान पर रूटों पर ड्यूटी करने वाले परिचालकों को बस स्टैंड पर विभिन ड्यूटियां सौंपी गई हैं। रूट से हटाए गए अधिकांश परिचालकों को एडवांस बुकिंग पर बैठाने के आदेश जारी किए गए हैं। एडवांस बुकिंग पर मौज लेने वालों को अब रूट का रास्ता दिखा दिया गया है।

रेवाड़ी से हरिद्वार के लिए बस सेवा शुरू

परिवहन डिपो को मिली नई बीएस-6 को शुक्रवार से हरिद्वार के लिए चलाया गया है। यह बस रेवाड़ी से दोपहर 12 बजे हरिद्वार के लिए रवाना होगी। रात को 8 बजे हरिद्वार से रेवाड़ी के लिए चलेगी। इस बस को शुक्रवार को बस स्टैंड पर वर्क्स मैनेजर नरेंद्र पूनिया ने झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर डीआई सतीश व जोगेंद्र सहित रोडवेज के कई कर्मचारी मौजूद थे। इस मौके पर पूनिया ने कहा कि इस बस के परिचालन से हरिद्वार के लिए आवागजन करने वाले यात्रियों को अच्छी सुविधाएं मिल सकेंगी।

कांट्रैक्ट बसों पर कसा शिकंजा

तीन दिन पूर्व बहरोड़ के निकट पुल से गिरी कांट्रैक्ट की बस के बाद रोडवेज अधिकारियों ने इन बसों की जांच का कार्य शुरू कर दिया। जीएम रवीश हुड्डा के निर्देश पर टीएम रितु शर्मा ने वर्कशॉप के मैकेनिकों के साथ बसों की जांच की, जिनमें से दो बसों को चालन के लिए अयोग्य करार देते हुए उनके मालिकों को सूचित कर दिया। अन्य बसों की कमियों को दूर करने के लिए भी उनके मालिकों को लिखा जा रहा है।

रात्रि ठहराव की किलोमीटर सीमा में बदलाव

परिवहन निदेशालय ने प्रदेश के सभी रोडवेज जीएम से उनके डिपो के अंतर्गत रात्रि 25 किलोमीटर के दायरे में रात्रि ठहराव कर रही बसों के बारे में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। डायरेक्टर की ओर भेजे गए पत्र में इन बसों के डीजल खर्च और रात्रि भत्तों की जानकारी के साथ-साथ इनकी संख्या का ब्योरा भी मांगा गया है। पत्र में लिखा गया है कि खर्च कम करने के लिए किलोमीटर की सीमा में बदलाव पर भी विचार किया जा सकता है।

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