चुनावी संघर्ष का महापंचायत में पटाक्षेप : डिप्टी सीएम व राज्यमंत्री पर भाईचारा खराब करने के आरोप, आदेश नहीं माने तो 21 लाख जुर्माना

चुनावी संघर्ष का महापंचायत में पटाक्षेप : डिप्टी सीएम व राज्यमंत्री पर भाईचारा खराब करने के आरोप, आदेश नहीं माने तो 21 लाख जुर्माना
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गांव जुलानी खेड़ा के सरकारी स्कूल में हुई सर्व जातीय महापंचायत में दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ। बालू खाप प्रधान रामचंद्र की अध्यक्षता में प्रदेशभर की खाप, पंचायत प्रतिनिधि और 36 बिरादरी से जुड़े गणमान्य लोगों की मौजूदगी में दोनों पक्ष आपस में गले मिले और पिछले सभी गिले-शिकवे दूर किए गए।

हरिभूमि न्यूज : कलायत/ कैथल

हरियाणा के कैथल जिले के अतिसंवेदनशील गांव जुलानी खेड़ा में दो पक्षों में लंबे समय से चली आ रही रंजिश पर आखिर महापंचायत में विराम लग गया। रविवार को गांव जुलानी खेड़ा के सरकारी स्कूल में हुई सर्व जातीय महापंचायत में दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ। बालू खाप प्रधान रामचंद्र की अध्यक्षता में प्रदेशभर की खाप, पंचायत प्रतिनिधि और 36 बिरादरी से जुड़े गणमान्य लोगों की मौजूदगी में दोनों पक्ष आपस में गले मिले और पिछले सभी गिले-शिकवे दूर किए गए।

करीब 3 घंटे तक चली सैकड़ों लोगोंं की महापंचायत में गणमान्य लोगों द्वारा दोनों पक्ष के लोगों को लताड़ भी लगाई और पॉलिटिकल आकाओं से दूर रहने के सुझाव दिए गए। वहीं भविष्य में इस प्रकार के सियासी विवाद पर लगाम लगाने के लिए 11 सदस्यीय शांति कमेटी गठित कर सामाजिक नियम भी बनाए गए। हरियाणा पंचायती राज चुनाव में अतिसंवेदनशील रहे जुलानी खेड़ा गांव में रविवार को होने वाली महापंचायत को लेकर पुलिस प्रशासन तथा आसपास के सभी ग्रामीणों की नजरें बनी हुई थी। बालू खाप की तरफ से गांव के सरकारी स्कूल में होने वाली महापंचायत में हिस्सा लेने के लिए प्रदेशभर की खाप, सरपंच, पंचायत प्रतिनिधि और 36 बिरादरी से जुड़े गणमान्य लोगों को पत्राचार के माध्यम से सूचना जारी की गई थी।

काफी समय से चल रहा था तनाव

गांव जुलानी खेड़ा में सरपंच पद के चुनाव को लेकर दो पक्षों नव निर्वाचित सरपंच नरेंद्र सिंह व हारे हुए उम्मीदवार जसमेर उर्फ बबली पक्ष में सरपंच चुनाव को लेकर काफी समय से तनाव चला आ रहा था। 20-21 नवंबर की रात्रि को दोनों पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई। इसमें पुलिस टीम पर भी हमला हुआ। कानूनी प्रक्रिया के तहत इस घटनाक्रम को लेकर दोनों पक्षों व पुलिस की शिकायत पर अलग-अलग सात मामले दर्ज हुए थे जिसमें सैकड़ों लोग नामजद हैं। वर्तमान में दोनों पक्षों के करीब 20 लोग जिला न्यायालय के आदेश पर कैथल जेल में न्यायिक हिरासत में हैं।

शांति बहाली के लिए 11 सदस्यीय कमेटी गठित

महापंचायत में लिए गए निर्णय को पचायत में मौजूद गणमान्य लोगों के समक्ष रखने के लिए 11 सदस्यीय कमेटी गठित की गई थी। कमेटी में रामचंद्र प्रधान बालू खाप, सुभाष, सतपाल बालू, कर्मवीर, राजेश, इंद्र सरपंच बालू, नफे सिंह चौशाला, बलवान, प्रवीण सरपंच किछाना, रामेश्वर नींब वाला को शामिल किया गया। उन्होंने महापंचायत को बताया कि लिए गए फैसले अनुसार गांव में राजनीतिक कार्यक्रम, चुनावों या किसी जलूस के दौरान डीजे पर पूर्णतया पाबंदी लगाई गई। दोनों पक्षों द्वारा एक दूसरे पर जो केस दर्ज करवाए गए हैं उन्हें दोनों पक्ष पैरवी करते हुए वापिस लेंगे, सोशल मीडिया से संबंधित किसी भी प्रकार की कोई भी वीडियो आज तक डली हुई है वह डिलीट की जाएंगी, राजनीतिक इंटरफेयर दोनों पक्षों की ओर से बंद रहेगी तथा आगे किसी प्रकार से समझौते के तहत लिए गए फसलें में कोई अड़चन पैदा करता है तो गलति करने वाले पक्ष से बालू खाप 21 लाख रुपए वसूल करने के साथ साथ उस पक्ष के खिलाफ खाप को फैसले का अधिकार होगा तथा गांव जुलरनी खेड़ा से भी दोनों पक्षों की तरफ से 5-5 लाख रुपए के 4-4 गारंटर लिए गए हैं।

उपमुख्यमंत्री व राज्यमंत्री पर आपसी भाईचारा खराब करने के लगाए आरोप

कई घंटे तक चली महापंचायत में पहुंचे बालू खाप के लोगों ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और राज्य मंत्री कमलेश ढांडा पर गांव का भाईचारा खराब करने का आरोप लगाते हुए कहा कि गांव में एक पक्ष उप मुख्यमंत्री तथा दूसरा पक्ष राज्यमंत्री का नजदीकी है। दोनों पक्ष के लोगों में लंबे समय से रंजिश चली आ रही है। लेकिन दोनों ही नेताओं द्वारा गांव में शांति बहाल करने के लिए ना तो समझाने के प्रयास किए गए और ना ही कोई शांति की अपील की गई।

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