Kaithal : जाना था अमेरिका पहुंच गए जंगल, जेल में काटी रातें फिर नसीब हुआ वतन

Kaithal : जाना था अमेरिका पहुंच गए जंगल, जेल में काटी रातें फिर नसीब हुआ वतन
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पुलिस (police) ने विदेश भेजने के नाम पर दो अलग-अलग मामलों में 45.50 लाख रुपए की धोखाधड़ी (Fraud) करने के दो मामले दर्ज किए हैं।

हरिभूमि न्यूज. कैथल

पुलिस ने विदेश भेजने के नाम पर दो अलग-अलग मामलों में 45.50 लाख रुपए की धोखाधड़ी (Fraud) करने के दो मामले दर्ज किए हैं। पहले ममाले में अकालगढ़ (पटियाला) के ट्रक चालक रबैल सिंह ने सीवन पुलिस को शिकायत में बताया कि उसका लड़का तरसेम सिंह विदेश जाना चाहता था। रबैल सिंह के साले रामनगर भूना जिला कैथल के सुरेंद्र सिंह ने गुरदीप सिंह निवासी डेरा भाग सिंह के बारे में बताया जो लड़कों को विदेश भेजने का काम करता है।

रबैल सिंह, उसकी पत्नी संदीप कौर आरोपी गुरदीप सिंह के चीका रोड पटियाला पर गए। दफ्तर में गुरदीप सिंह का पार्टनर बलजीत सिंह भी था। वहां आरोपियों ने उसके बेटे को अमेरिका भेजने और वहां पर काम दिलवाने का भरोसा दिलाते हुए उनसे 25 लाख रुपए की मांग की। आखिरकार उनकी 22.50 लाख रुपए में बात तय हो गई। 4 मई 2020 को आरोपियों ने उसके बेटे को दिल्ली से अमेरिका (America) जाने के लिए जहाज में बिठा दिया।

इसके बाद उसने आरोपियों को 22.50 लाख रुपए नकद दे दिए। लगभग 3 माह बाद मेरे बेटे ने बताया कि एजेंट ने उनके साथ धोखा किया है, उनका वीजा अमेरिका का नहीं, बल्कि ग्रीस का था। उन्हें कई दिनों तक जंगल में रहता पड़ा, यातानाएं सहनी पड़ी और जेल में भी रहना पड़ा। 22 जून 2020 को उसके बेटे को कोरोना महामारी के चलते वापिस भारत भेज दिया गया।

इसके बाद उन्होंने एजेंट गुरदीप सिंह, सिमरन कौर व बलजीत सिंह निवासी डेरा भाग सिंह चीका से संपर्क किया तो उन्होंने पैसे देने से मना कर दिया। सीवन के थाना प्रभारी शिव कुमार सैनी ने बताया कि पुलिस ने तीनों आरोपियों पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

दूसरे मामले में पूंडरी पुलिस ने सतपाल व गुरमेल निवासी गांव जटेड़ी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। गांव झिमरीखेड़ा (असंध) के बिंटू ने शिकायत में बताया कि गुरमेल ने बताया कि वह उसे अमेरिका भेज देगा और भी दिलवा देगा। उनकी 18 लाख रुपए में बात तय हुई। 9 मई 2018 को उसे दिल्ली से अमेरिका के जहाज में बैठाया गया, लेकिन आरोपियों ने उसे सीधे अमेरिका नहीं पहुंचाया।

बल्कि उसे कई देशों में जंगलों के रास्ते भटकाते रहे। जैसे ही वह अवैध रूप से अमेरिका में घुसा तो उसे अमेरिका पुलिस ने पकड़ लिया। अगस्त 2018 में मुझे जेल से निकलवाने में 7 लाख रुपए ओर खर्च हो गए। जब आरोपियों से धोखाधड़ी किए जाने बारे बातचीत हुई तो आरोपियों ने उसे केवल 2 लाख वापिस दिए। अन्य 23 लाख रुपए देने से इंकार कर दिया गया। जांच अधिकारी एसआई भागीरथ ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है

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