Kaithal : पंचकूला में 250 गज का प्लॉट दिलाने के नाम पर एएसआई से हड़पे 1 करोड़ 34 लाख

Kaithal  :  पंचकूला में 250 गज का प्लॉट दिलाने के नाम पर एएसआई से हड़पे 1 करोड़ 34 लाख
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  • न प्लॉट मिला और न ही रुपए मिले वापस, मिली जान से मारने की धमकी
  • आरोपी खुद को सफेदपोश व राज्यपाल से संबंध बताकर शिकायतकर्ता की नौकरी खाने की दे रहा धमकी

Kaithal : ट्राइडेंट हिल्स पिंजोर कालका अर्बन कांप्लेक्स जिला पंचकूला में 250 गज का प्लॉट दिलाने के नाम पर चार आरोपियों ने कैथल पुलिस में तैनात एएसआई से एक करोड़ 34 लाख 13 हजार रुप, हड़प लिए। बाद में न तो उसके रुपए वापस किए और न ही प्लॉट दिया। उल्टा स्वयं को सफेदपोश और राज्यपाल से संबंध बताकर शिकायतकर्ता की नौकरी खाने व उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। मामले में पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ सिविल लाइन थाना में केस दर्ज किया है।

गांव पेगा जिला जींद निवासी बीरेंद्र सिंह ने बताया कि वह हरियाणा पुलिस कैथल में बतौर एएसआई तैनात है। नवंबर 2021 में उसकी जमीन का अधिग्रहण केंद्र सरकार द्वारा किया गया था और उसको सरकार की तरफ से जमीन की कीमत एक करोड़ 55 लाख रुपए मिली थी। उसकी गांव हरसोला में सुनील के साथ जान-पहचान थी। सुनील ने उसको उसके पुलिस लाइन कैथल के क्वार्टर में आकर कहा कि आप नौकरी पेशा वाले आदमी हो और सरकार से मिले पैसों को ऐसे ही कही खराब कर दोगे। इन पैसों को पंचकूला में प्लॉटों में लगाकर मुनाफा भी अच्छा आएगा और अगर नहीं बेचना तो बच्चों के लिए मकान भी बनवा सकते हैं। सुनील ने कहा कि उसके पार्टनर अटेला निवासी राधा कृष्ण के पास एक प्लॉट है, जिसको वह राधा कृष्ण से उचित दाम में दिलवा सकता है।

आरोपी सुनील ने उसको अशोका गार्डन कॉलोनी निवासी विकास कंदोला के घर पर मिलवाया और राधा कृष्ण से ट्राइडेंट हिल्स पिंजोर कालका अर्बन कांप्लेक्स जिला पंचकूला में 250 वर्ग गज के प्लाट का सौदा 71 लाख 63 हजार रुपए में करवाया। सुनील ने कहा कि वह 15 लाख रुपए राधा कृष्ण के खाते में जमा करवा दे। उसने उनसे कहा कि प्लॉट का एग्रीमेंट तो करवा दो तो सुनील व राधा कृष्ण ने कहा कि उनकी रिश्तेदारी की बात है। वह चाहे तो विकास कंदोला की जिम्मेदारी दिलवा देते हैं और विकास कंदोला ने कहा कि राधा कृष्ण उसके सगे चाचा हैं। सुनील भी रिश्स्तेदारी में पड़ता है। चिंता की कोई बात नहीं। उसने उन पर भरोसा करके दो सितंबर 2021 को 15 लाख रुपए राधा कृष्ण के खाते में जमा करवा दिए। फिर इसी प्रकार आगे राधा कृष्ण के खाते में रकम जमा करवाता गया। उसने कहा कि भाई आपको पूरी रकम मिल चुकी है। अब उसके नाम प्लॉट करवा दें। इस पर राधाकृष्ण ने कहा कि ठीक है अभी हम थोड़े व्यस्त हैं। फुल एंड फाइनल पेंमेंट एग्रीमेंट लिखकर दे देते हैं।

थोड़े समय बाद प्लॉट को उसके नाम ट्रांसफर करवा देंगे। राधा कृष्ण ने प्लॉट का इकरारनामा फुल एंड फाइनल पेंमेंट एग्रीमेंट अदालत कैथल में लिखवाकर उसको दिया और दोनों के बीच एग्रीमेंट हुआ। आरोपी राधा कृष्ण व सुनील पहले प्लॉट नाम करवाने की कहने पर टाल-मटौल करते रहे। बार-बार टोकने के बाद राधा कृष्ण ने उसको कुछ कागजात, जिसमें 100 रुपए व 300 रुपए के एग्रीमेंट की प्रति थी, वह उसे दे दी और कहा कि ये देखो गुरपिंद्र सिंह ने उसके नाम ये प्लॉट ट्रांसफर करवा दिया है। सुनील ने कहा कि अब प्लॉट की कीमत ज्यादा बढ़ गई है और गुरपिंद्र सिंह को 10 लाख रुपए और देने होंगे। वह विवश था क्योंकि उसके पास से 71 लाख 63 हजार रुपए जा चुके थे। ऐसे में उसने दो जून 2023 को 10 लाख रुपए गुरपिंद्र सिंह के खाते में सुनील के कहने पर जमा करवा दिए। फिर सुनील व राधा कृष्ण उसको ऐसे ही घुमाते रहे। कभी पंचकूला बुलाते रहे तो कभी कहते रहे कि गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत के साथ उनका कार्यक्रम है।

21 जनवरी 2023 को गुरपिंद्र सिंह व राधा कृष्ण के बीच बना इकरारनामा व 25 मई 2023 को यशवीर पुत्र राधाकृष्ण द्वारा तैयार करवाए गए प्लॉट के ट्रांसफर पेपर फर्जी पाए गए। वो सब उसने यशवीर व राधा कृष्ण ने मिलकर जाली तैयार किए थे। आरोपियों ने उससे कहा कि वह 52 लाख 50 हजार रुपए दे दे तो वे सुनील के साले रोबिन के नाम हुआ प्लॉट 10 दिन के अंदर बीरेंद्र सिंह के नाम करवा देंगे। उसने पंचायती लोगों की बात मान ली, क्योंकि पंचायती लोगों ने कहा कि भाई ठीक है, ये प्लॉट तो दे रहे हैं चाहे 112 नंबर वाला हो या दूसरा। जो पेमेंट ले रहा है उसके बारे में भी शपथ पत्र दे रहा है। उसने पंचायत के सामने सुनील को 52 लाख 50 हजार रुपए दे दिए। उन्होंने 10 दिन का समय दिया कि प्लॉट उसके नाम हो जाएगा। 10 दिन बाद सुनील कुमार अपने घर से भाग गया और राधा कृष्ण ने भी फोन उठाने बंद कर दिए। कुछ दिन बाद राधा कृष्ण उसको अतिरिक्त अनाज मंडी में मिला। जब उसने गुस्से में उससे कहा कि या तो उसके नाम प्लॉट करवा दो नहीं तो वह धोखाधड़ी की शिकायत देगा।

राधा कृष्ण ने कहा कि हम तो सफेदपोश लोग हैं और इस काम में प्रोफेशनल हैं। उसके जैसे कर्मचारियों के साथ ऐसे ही करते हैं। उनकी गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत के साथ अच्छी जान पहचान है, क्योंकि वह आर्य समाज से जुड़ा है। अगर उसके खिलाफ कोई शिकायत दी तो वह उसकी नौकरी को भी खा जाएगा। डर के मारे वह थाना में ड्यूटी पर आ गया और अधिकारियों को ये सारी बातें बताई। इस प्रकार राधा कृष्ण, यशवीर, गुरपिंद्र सिंह व सुनील कुमार ने धोखाधड़ी करके प्लॉट के नाम पर एक करोड़ 34 लाख 13 हजार रुपए हड़प लिए। साथ ही उसको जान से मारने व सस्पेंड करवाने की धमकी दी। डीएसपी उमेद सिंह ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही सभी आरोपियों को काबू कर लिया जाएगा।

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