कैथल एसपी ने दो एएसआई को किया सस्पेंड, दोनों पर केस भी दर्ज करवाया, पढ़ें पूरा मामला

हरिभूमि न्यूज. कैथल
सेवा, सुरक्षा और सहयोग का नारा देने वाली जब खाकी वर्दी धारी महिला पुलिस कर्मचारी ही छेड़छाड़ के मामले में आरोपी के खिलाफ कार्रवाई न कर उलटा महिला पर दबाव बनाते हुए समझौता करवा दे तो फिर न्याय की आस किससे लगाई जा सकती है। कैथल में एक मामले में कुछ ऐसा ही देखने में आया है। जैसे ही मामला एसपी लोकेंद्र सिंह के पास पहुंचा तो उन्होंने जांच करवाई। जांच में दो एएसआई दोषी पाए गए। इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले में संलिप्त एक महिला व एक पुरुष एएसआई को सस्पेंड करते हुए उनके खिलाफ ही मामला दर्ज करने के आदेश दिए।
कैथल की एक महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि वह काम की तलाश में थी। एक दिन शहर की एक ब्लाक फैक्टरी के सुशील कुमार ने उसे काम करने के लिए वहां बुलाया। वहां पर आरोपी ने उसके साथ छेड़छाड़ की तथा उसके गलत काम करने का भी प्रयास किया। वह बड़ी मुश्किल से आरोपी से बचकर निकली तथा 27 अगस्त को मामले की शिकायत शहर थाने में दी।
यहां पर तैनात महिला एएसआई सुदेश तथा एएसआई राजकुमार ने उसकी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए आरोपी फैक्टरी संचालक से सांठगांठ करते हुए उसका जबरन समझौता करवा दिया। वहां से थक हारकर उसने मामले की शिकायत एसपी लोेकेंद्र सिंह को दी। शिकायत मिलते ही एसपी ने मामले की जांच का जिम्मा डीएसपी दलीप सिंह को सौपा। डीएसपी की जांच में दोनों पुलिस कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई। इस पर एसपी के आदेश पर दोनों पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 166ए व 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया।
गौरतलब है कि कानून के आदेश महिला के साथ दुर्व्यवहार की शिकायत पर तुरंत केस दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं लेकिन इस मामले में एएसआई सुदेश व एएसआई राजकुमार ने केस दर्ज करने की बजाए समझौता करवा दिया।
हालांकि इससे पूर्व भी कैथल में पुलिस कर्मचारियों द्वारा मामला दर्ज न करने को लेकर एक इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टर पर न्यायालय के आदेश पर मामला दर्ज करने के आदेश दिए गए थे। मामले के अनुसार उक्त पुलिस कर्मचारियों ने एक डाक्टर दपंत्ति पर जजों के फर्जी हस्ताक्षर कर टीए व डीए लेने के आरोपों को गलत करार देते हुए उनके खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया था।
डीएसपी दलीप सिंह ने बताया कि उन्होंने पुलिस अधीक्षक के आदेश पर मामले की जांच की थी। जांच में एएसआई राजकुमार और एएसआई सुदेश दोषी पाए गए । एसपी के आदेशानुसार दोनों को सस्पेंड करते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी गई है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS