कपालमोचन मेला 15 नवंबर से शुरू, यह काम करवाए बगैर नहीं मिलेगी एंट्री

कपालमोचन मेला 15 नवंबर से शुरू, यह काम करवाए बगैर नहीं मिलेगी एंट्री
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मेले में प्रवेश के लिए 9 प्रवेश द्वार बनाए गए हैं जिनमें प्रत्येक द्वार पर पुलिस नाका होगा। इन नाकों पर 24 घण्टे अधिकारी व कर्मचारी तैनात रहेंगे।

हरिभूमि न्यूज. यमुनानगर

ऐतिहासिक एवं प्रसिद्ध तीर्थ स्थल कपाल मोचन ( kapalmochan Fair ) पर आयोजित होने वाले मेले में इस बार आरटीपीसीआर की रिपोर्ट के बिना श्रद्घालुओं को प्रवेश नहीं मिलेगा। मेले में प्रवेश के लिए कम से कम कोविड-19 सुरक्षा की एक डोज लगी होनी जरूरी है।

उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने बृहस्पतिवार को जिला सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कोरोना महामारी के दृष्टिगत सुरक्षा के लिहाज से एहतियात बरतना बहुत जरूरी है। तीसरी लहर से बचने के लिए श्रद्घालुओं से भी अपील की गई है कि वो कोरोना गाइडलाइन की पालना करें। उन्होंने बताया कि विधिवत रूप से मेले का उद‍्घाटन 15 नवंबर को दोपहर बाद 3 बजे वित्तायुक्त, राजस्व प्रबंधन विभाग के एसीएस संजीव कौशल करेंगे। जबकि मण्डलायुक्त रेणु एस फुलिया विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगी। मेले में प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है। जिला प्रशासन की वेबसाइट पर कपाल मोचन 2021 के नाम से पोर्टल है जिस पर रजिस्ट्रेशन के बाद फोन पर मैसेज आएगा। मैसेज की नाके पर चैकिंग होने के बाद ही प्रवेश करने दिया जाएगा।

मेले में प्रवेश के लिए बनाए गए नौ द्वार

उपायुक्त ने बताया कि कोरोना वैक्सीन ( Corona Vaccine ) की कम से कम एक डोज अवश्य लगी होने के प्रमाण के बाद ही श्रद्घालुओं की एंट्री होगी। उन्होंने बताया कि मेले में प्रवेश के लिए 9 प्रवेश द्वार बनाए गए हैं जिनमें प्रत्येक द्वार पर पुलिस नाका होगा। इन नाकों पर 24 घण्टे अधिकारी व कर्मचारी तैनात रहेंगे। उपायुक्त ने बताया कि मेले के दौरान सभी के लिए मास्क लगाना अनिवार्य होगा। इसी कड़ी में प्रशासन द्वारा लगभग 2 लाख मास्क श्रद्घालुओं को वितरित किए जाएंगे। इसके अलावा मेले में ड्रोन की सहायता से विडियोग्राफी भी करवाई जाएगी ताकि असामाजिक तत्वों को समय रहते दबोचा जा सके।

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