खेदड़ प्रकरण : आंदोलनकारियों ने सरकार को दिया 72 घंटे का अल्टीमेटम, अभय चौटाला पहुंचे, प्रशासन के साथ मीटिंग जारी

खेदड़ प्रकरण : आंदोलनकारियों ने सरकार को दिया 72 घंटे का अल्टीमेटम, अभय चौटाला पहुंचे, प्रशासन के साथ मीटिंग जारी
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आंदोलनकारियों ने कहा कि हमारी सभी मांगें नहीं मांगी गई तो खेदड़ धरने पर 13 जुलाई को महापंचायत करेंगे जिसमें बड़ा फैसला लिया जाएगा। वहीं धरना कमेटी और प्रशासन के साथ बातचीत के लिए दूसरे दौर की मीटिंग दो बचे शुरू हो चुकी है जो अभी जारी है।

हिसार। खेदड़ गांव में धरना कमेटी और समस्त हरियाणा के किसान संगठनों और खापों के प्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक शमशेर पानू की अध्यक्षता में हुई। खेदड़ धरने से आंदोलनकारियों ने सरकार को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। उन्हाेंने कहा कि हमारी सभी मांगें नहीं मांगी गई तो खेदड़ धरने पर 13 जुलाई को महापंचायत करेंगे जिसमें बड़ा फैसला लिया जाएगा। वहीं धरना कमेटी और प्रशासन के साथ बातचीत के लिए दूसरे दौर की मीटिंग दो बचे शुरू हो चुकी है जो अभी जारी है। इधर इनेलो नेता अभय चौटाला भी रविवार को खेदड़ गांव में पहुंचे और आंदोलनकारियों को समर्थन दिया। अभय चौटाला ने कहा कि किसानों के संघर्ष एवं हकों की लड़ाई में सदैव साथ खड़ा रहूंगा। मुख्यमंत्री को तुरंत मामले का संज्ञान लेकर किसानों की सभी मांगों को पूरा करना चाहिए।

शमशेर पानू ने कहा कि कितने शर्म की बात है हमारा ही आदमी मरा है हमारे उपर ही केस दर्ज कर दिए। पुलिस की लाठियों से हमारा आंदोलनकारी किसान धर्मपाल शहीद हुआ है। ये सब क्लियर हो चुका है फिर भी हमारे ऊपर ही केस से सब बर्दाश्त से बाहर है। हमारे चार साथियों को झूठे केस लगाकर जेल के अंदर डाल दिया है जब तक हमारे साथियों को बिना शर्त के रिहा नहीं किया जाता तब तक कोई समझोता नहीं होगा। हमारे साथियों पर आइपीएस धारा 109, 120B , 147 , 148, 149, 186, 302, 307, 323, 332, 333,353 के तहत 10 नामजद जिसमें रवि आजाद, कलीराम, शमशेर, रामनिवाश, सतेंद्र, मनदीप, अमन, सुनील, अनिल बिसला, रवि आजाद, ब्रह्म प्रकाश और 800 अन्य आंदोलनकारियों पर निराधार केस दर्ज किए गए है। वो सब खारिज होने चाहिएं। जब जक हमारे सभी मुद्दे हल नहीं होते तब तक किसान धर्मपाल का दाह-संस्कार नहीं करेंगे। अगर हमारी सभी मांगें नहीं मानी गई तो महापंचायत में बड़े आंदोलन का आगाज होगा। उन्होंने मांग की कि एसआईटी टीम गठित की जाए और हमारा लीगल सलाहकार उसमें शामिल किया जाए। एसआईटी टीम पर समय की पाबंधी हो, बिना कोई शर्त के सब क्लियर होना चाहिए।


खेदड़ में धरने पर बैठे लोग।

तीन सदस्यीय कमेटी की है गठित

खेदड़ में पावर प्लांट की राख को लेकर ग्रामीणों तथा पुलिस के बीच हुई झड़प पर सरकार ने सीनियर आईपीसी अधिकारी मोहम्मद अकील के नेतृत्व में हिसार उपायुक्त तथा जींद एसपी की तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर मामले की जांच के आदेश दिए हैं। कमेटी में शामिल तीनों अधिकारी आंदोलनरत किसानों के साथ बातचीत भी करेंगे। मामले की जांच करेंगे कि आखिर उग्र आंदोलन की यह घटना हुई कैसे।

यह था मामला

बता दें कि शुक्रवार को गांव खेदड़ में थर्मल राखी गेट के समीप थर्मल राखी उठान गोशाला कमेटी को पुन: सौंपने समेत अनेक मांगों को पूरा करवाए जाने को लेकर पुलिस प्रशासन और ग्रामीण शुक्रवार दोपहर लगभग पौने 3 बजे आमने-सामने हो गए थे। आक्रोशित ग्रामीणों ने ट्रैक्टरों की मदद से पुलिस प्रशासन के लगाए बैरिकेट्स तोड़ दिए थे, इसके बाद पुलिस प्रशासन ने अश्रु गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया तथा हवाई फायर किए। इस दौरान खेदड़ निवासी 56 वर्षीय धर्मपाल की मौत हो गई। फायरिंग तथा लाठीचार्ज के बीच भीड़ में अफरा तफरी मच गई। अफरा तफरी में ट्रैक्टर की चपेट में आने से पुलिसकर्मी घायल हो गए और अनेक ग्रामीण घायल हो गए थे।

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