किसान आंदोलन : जीटी रोड पर लगा कई किलोमीटर लंबा जाम, फंसे वाहन, लोगों को झेलनी पड़ी परेशानी

हरिभूमि न्यूज : सोनीपत
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा हाल ही में लाए गए विवादित कृषि कानूनों के विरोध में किसानों द्वारा किए गए दिल्ली चलो मार्च के आह्वान के तहत अलग-अलग स्थानों से किसानों ने दिल्ली का रुख किया। शुक्रवार सुबह किसान छोटी-छोटी टुकडि़यों में दिल्ली बॉर्डर पर पहुंचे और जीटी रोड पर डेरा जमाना शुरू कर दिया था।
दोपहर तक कुंडली बॉर्डर पर किसानों की संख्या हजारों में हो चुकी थी। दोपहर पूर्व भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ुनी भी भारी संख्या में किसानों के जत्थे के साथ कुंडली बॉर्डर पहुंचे और अपनी मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की। किसानों की मांग है कि सरकार हाल ही में लाए गए विवादित कृषि कानूनों को वापस लें और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी अधिकार बनाया जाए। किसानों के आंदोलन को देखते हुए जीटी रोड पर सिंघु बॉर्डर से टीडीआई कुंडली तक करीब 5 किलोमीटर तक वाहनों की लंबी लाइन लग गई। जिससे यात्रियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। लंबे जाम में फंसे अनेक लोगों को कच्चे रास्तों से होते हुए अपने गंतव्य तक जाने के लिए विवश होना पड़ा।
हर मार्ग पर दिखा जाम
किसान आंदोलन को देखते हुए सोनीपत में हर चौक-चौराहे पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। दिल्ली की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को सील किया गया था। पुलिस हर आने-जाने वालों से पूछताछ कर रही थी। जिस कारण सभी मार्गो पर जाम की स्थिति देखने को मिली। हालांकि जिला प्रशासन द्वारा किसान आंदोलन को ध्यान में रखते हुए लोगों को आने वाली परेशानियों से बचाने के लिए मार्ग डायवर्ट कर दिए थे। इससे लोगों को परेशानी तो हुई, लेकिन लोग अपने गंतव्य तक पहुंच गए। शुक्रवार को सभी मार्गों पर लंबे जाम की स्थिति बनी रही। जीटी रोड पर भी वाहनों की लंबी कतारें लगी रही।
सफियाबाद बॉर्डर पर रोके लोग
हरियाणा के साथ ही दिल्ली पुलिस ने सीमाओं को पूरी तरह सील कर दिया था। दिल्ली बॉर्डर पर किसानों व पुलिस के बीच हुए घमासान के बाद सभी रास्तों पर आवागमन बंद कर दिया गया। इस दौरान साफियाबाद बॉर्डर पर पुलिस ने आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया। जिस कारण लोगों को आने-जाने में खासी परेशानी झेलनी पड़ी। जाम में फंसे सोनीपत निवासी रमेश खत्री ने पुलिस को बताया कि उसकी हाइकोर्ट में तारीख है। इसलिए उनका जाना बेहद जरूरी है, उसके बावजूद भी पुलिस ने उन्हें जाने की अनुमती नहीं दी। इसी प्रकार अनेक लोग भी जाम में फंसे रहे। पुलिस ने सभी को दिल्ली के काम को टालते हुए वापिस लौटने को कहा। इस दौरान इस मार्ग पर भी लंबा जाम लगा रहा।
15 किसानों व दिल्ली पुलिस के दो जवानों को चोटें आई
तीन कृषि विधेयकों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों को पुलिस ने दिल्ली बॉर्डर पर ही रोक लिया। जिसके बाद पुलिस व किसानों के बीच जमकर घमासान हुआ। पुलिस ने जहां आंसू गैस के गोले दागे व वाटर कैनन का प्रयोग किया, वहीं किसानों की तरफ से भी पत्थरबाजी हुई। इस दौरान करीब 15 किसानों व दिल्ली पुलिस के दो जवानों को चोटें आई हैं। दिल्ली जाने के संघर्ष के साथ ही किसानों ने सेहत का भ पूरा ख्याल रखा और जीटी रोड पर ही लंगर भी लगाया गया। शुक्रवार को दिन भर दिल्ली बॉर्डर पर तनाव की स्थिति बनी रही।
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