Kisan Mahapanchayat : प्रशासन के साथ किसान नेताओं की बातचीत विफल, लघु सचिवालय के घेराव का ऐलान

किसानों और पुलिस के बीच 28 अगस्त को हुई झड़प के विरोध में करनाल की अनाज मंडी में किसानों की महापंचायत हो रही है। महांपचायत के बीच में ही प्रशासन ने 11 किसान नेताओं की कमेटी को बातचीत करने के लिए जिला लघु सचिवालय में बुलाया था। इस कमेटी में किसान नेता राकेश टिकैत, जोगेंद्र उग्राहा, विकास सीसर, दर्शनपाल, चढुनी, योगेंद्र यादव, राजेवाल, दल्लेवाल, रामपाल चहल, इंद्रजीत कामरेड आदि शामिल थे। परंतु यह वार्ता विफल हो गई है। प्रशासन से वार्ता विफल होने के बाद आंदोलनकारियों ने जिला लघु सचिवालय के घेराव का ऐलान कर दिया है।
किसान नेता 28 अगस्त को करनाल में किसानों का सिर फोड़ने के आदेश देने वाले तत्कालीन एसडीएम आयुष सिन्हा को सस्पेंड कर कार्रवाई की मांग पर अड़े थे, अफसरों ने इस बात को मानने से इंकार कर दिया। उसके बाद किसान नेता उठकर बाहर आ गए और प्रदर्शनकारियों ने मंच पर जाने से पहले आपस में मीटिंग की घेराव का फैसला लेने के बाद मंच से इसका ऐलान किया गया। इधर वार्ता विफल होने के बाद प्रशासन भी अलर्ट हो गया है।
करनाल में सरकार किसानों की बात नहीं सुन रही। या तो खट्टर सरकार मांग माने या हमें गिरफ्तार करे। हम हरियाणा की जेलें भरने को भी तैयार-राकेश टिकैत@ANI @PTI_News @sakshijoshii #FarmersProtest
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) September 7, 2021
तीन दौर में हुई वार्ता : इससे पहले किसान नेताओं की प्रशासन के साथ दो बार वार्ता हुई, दूसरे दौर की वार्ता में कोई बात नहीं मानी गई तो किसान नेता बाहर आ गए थे, जिसके कुछ देर बाद ही प्रशासन ने उनको दोबारा बातचीत के लिए बुलाया था। पर तीसरे दौर की वार्ता में भी कोई समाधान नहीं निकला। किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया कि हमारी मांग है कि करनाल के तत्कालीन एसडीएम आयुष सिन्हा को सस्पेंड किया जाए और उन पर कार्रवाई की जाए।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS