Kurukshetra : शाहबाद में 3 जगह किसानों ने लगाया जाम, गिरफ्तार किए किसानों को रिहा करने की मांग

- किसान नेता राकेश टिकैत सहित कई संगठनों के नेता किसानों के धरने पर पहुंचे
- एमएसपी पर आंदोलन वही होगा जहां पुलिस ने बरसाई लाठियां
- 14 दिन की न्यायिक हिरासत में पहुंचे गुरनाम चढूनी
Kurukshetra : सूरजमुखी की एमएसपी पर खरीद की मांग कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज के बाद माहौल गर्माता जा रहा है। प्रदेश भर में विभिन्न जगहों पर किसानों ने जाम लगाकर किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी (Gurnam Singh Chadhuni) सहित अन्य किसानों को रिहा करने की मांग की। शाहबाद में किसानों ने तीन जगहों पर लाडवा रोड, नलवी अड्डा व बराड़ा रोड पर दामली में टेंट गाड़कर जाम लगा दिया। वही इस्माईलाबाद में बुधवार को अंबाला हिसार हाइवे पर जाम लगाकर बैठे कुछ किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने यातायात बहाल करवाया।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, मान ग्रुप से भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान व यूपी से आरएलडी विधायक डाॅ. अजय कुमार, किसान नेत्री सुमन हुड्डा सहित कई संगठनों के नेता लाडवा रोड पर किसानों के धरने पर पहुंचे। राकेश टिकैत ने देशभर के किसानों को संदेश दिया कि सूरजमुखी एमएसपी की जो जंग भारतीय किसान यूनियन चढूनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने शाहबाद मारकंडा नगरी से शुरू की है, वो देश का आंदोलन बनेगी। उन्होंने नेशनल हाईवे लाठीचार्ज की निंदा की और कहा कि यह एमएसपी पर देश का पहला लाठीचार्ज है और सरकार भूल जाए कि यह आंदोलन अब खत्म हो गया है। गुरनाम सिंह चढूनी की गिरफ्तारी के बाद अब इस आंदोलन की कमान संयुक्त किसान मोर्चा संभालेगा। धरने पर बैठे किसानों को कहा कि आंदोलन वहीं होगा, जहां पर मंगलवार को पुलिस ने लाठियां बरसाई है।
भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी को कोर्ट में पेश करने के लिए ले जाती पुलिस।
चढूनी सहित अन्य किसानों को कोर्ट में किया पेश
पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार किए गए चढूनी सहित अन्य किसानों को बुधवार कोर्ट में पेश किया, जहां से कोर्ट ने चढूनी सहित अन्य किसानों को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। डीएसपी रणधीर सिंह ने बताया कि मंगलवार को नेशनल हाईवे जाम करने के आरोप में जिन किसानों को हिरासत में लिए गया था, उनमें गुरनाम सिंह चढूनी, जसबीर सिंह, मामू माजरा, राकेश, पंकज हबाना, प्रिंस वडैच, जरनैल, नसीब, जयपाल और गुलाब के अलावा सभी को रिहा कर दिया गया है।
हरियाणा शुगरफेड के चेयरमैन रामकरण काला ने दिया 24 घंटे का अल्टीमेटम
हरियाणा शुगरफेड के चेयरमैन एवं शाहबाद के विधायक रामकरण ने किसानों पर लाठीचार्ज की निंदा की। रामकरण काला ने मांग की कि जेलों में बंद किसानों को रिहा किया जाए, घायल किसानों का इलाज सरकार द्वारा करवाया जाए व एमएसपी पर सूरजमुखी की खरीद की जाए। उन्होंने अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि 24 घंटे के अंदर इन मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे हरियाणा शुगरफेड के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे देंगे। यह घोषणा उन्होंने चंडीगढ़ सेक्टर 17 में स्थित लघु सचिवालय में की।
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