कुरुक्षेत्र : बदलता मौसम लोगों को कर रहा बीमार, वायरल इंफेक्शन व नेत्र व दमा रोगियों की संख्या बढ़ी, 271 पहुंचा एक्यूआई

कुरुक्षेत्र : बदलता मौसम लोगों को कर रहा बीमार, वायरल इंफेक्शन व नेत्र व दमा रोगियों की संख्या बढ़ी, 271 पहुंचा एक्यूआई
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एकदम से बढ़े प्रदूषण के स्तर ने आमजन को चिंता में डाल दिया है। वहीं 10 दिनों के बाद दिवाली का त्योहार है। दिवाली पर लोग आतिशबाजी करते हैं। ऐसे में प्रदूषण का स्तर 300 एक्यूआई को भी क्रॉस कर जाता है।

कुरुक्षेत्र। बदलता मौसम इन दिनों लोगों को बीमारियां परोस रहा है। मौसम में सुबह-शाम की ठंड बढ़ने से लोगों में वायरल इंफेक्शन व प्रदूषण का स्तर बढ़ने से नेत्र व दमा रोगियों की संख्या बढ़ने लगी है। अकेले जिला अस्पताल में ही इलाज के लिए 1200 से 1300 मरीज पहुंच रहे हैं। प्रदूषण के स्तर में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। सोमवार को प्रदूषण का स्तर 271 एक्यूआई पहुंचा। एकदम से बढ़े प्रदूषण के स्तर ने आमजन को चिंता में डाल दिया है। वहीं 10 दिनों के बाद दिवाली का त्योहार है। दिवाली पर लोग आतिशबाजी करते हैं। ऐसे में प्रदूषण का स्तर 300 एक्यूआई को भी क्रॉस कर जाता है।

नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अमित सोबती ने बताया कि प्रदूषण से एलर्जिक कंजेक्टिवाइटिस के मरीज बढ़े हैं। वायु प्रदूषण बढ़ने से आंखों में जलन, खुजली, लालिमा और पानी आने की समस्या आ रही है। आंखों में जलन का मुख्य कारण प्रदूषण है। एक्यूआई बढ़ने से न केवल असुविधा होती है बल्कि नजर भी कमजोर हो जाती है। इसके अलावा आंखों में इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। उन्हाेंने सुबह सैर पर जाने वाले लोगों को सचेत करते हुए कहा कि इन दिनों सुबह की सैर के लिए न निकलें। बीमार, बुजुर्ग और बच्चों को सुबह-शाम बाहर न घूमने दें। घर में ही योगाभ्यास और प्राणायाम करें। खुले में व्यायाम न करें। खुले में जल्दी-जल्दी सांस लेने से प्रदूषण के तत्कव फेफड़ों में अधिक मात्रा में चले जाते हैं। इसलिए घर या जिम में व्यायाम करें।

ऐसे करें आंखों की देखभाल

आंखों को गंदे हाथ या कपड़े से न छूएं। बाहर निकलते समय चश्मा जरूर पहनें। समय-समय पर आंखों को साफ पानी से धोएं। कॉन्टेक्ट लेंस वाले लोग जीरो नंबर का चश्मा लगाएं। चिकित्सक से परामर्श के बाद ही आई ड्रॉप का इस्तेमाल करें।

फसल अवशेषों में आग लगाने पर 262 लोगों पर किया जुर्माना

जिले में फसल अवशेषों में आग लगाने वाले किसानों को सेटेलाइट के साथ-साथ कृषि विभाग के अन्य अधिकारियों के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है। इन दोनों माध्यमों के जरिए जिले में अब तक 320 जगहों पर फसल अवशेषों में आग लगाने की सूचना मिली है, इनमें से हरसेक सेटेलाइट से 120 और अन्य माध्यम से 200 सूचनाएं प्राप्त हुई है। इन 320 जगहों में 304 जगहों पर आग लगाने की सूचना सही मिली है। अहम पहलू यह है कि फसल अवशेषों में आग लगाने वाले 271 किसानों के खिलाफ कार्रवाई की गई और 7 लाख 12 हजार 500 रुपये का जुर्माना भी किया गया है।

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