Kurukshetra : भाजपा सांसद नायब सैनी का लोगों ने किया घेराव, बचाव व राहत न मिलने से आक्रोशित नजर आए लोग

Kurukshetra : बाढ़ से प्रभावित हुए दीदार नगर का निरीक्षण करने पहुंचे भाजपा सांसद नायब सैनी (MP Naib Saini) व उपायुक्त शांतनु शर्मा को आक्रोशित लोगों ने घेर लिया। लोगों में इस बात का गुस्सा था कि अभी तक उनके बचाव व राहत के लिए कोई कदम क्यों नहीं उठाया गया। जनता के गुस्से को देखते हुए ट्रैक्टर से सवार होकर सांसद निकल गए। वहीं, डीएमसी अश्विनी मलिक बचाव कार्यों के शुरू न होने के आरोप पर लोगों से ही उलझ गए। ऐसे में उपायुक्त ने स्थिति को संभाला और लोगों को शांत करवाया।
कैथल में गुलहा-चीका से जजपा विधायक ईश्वर सिंह को थप्पड़ मारने के बाद वीरवार को कुरुक्षेत्र में भाजपा सांसद नायब सैनी का लोगों ने जमकर विरोध किया। उनके सामने ही लोगों ने भाजपा मुर्दाबाद के नारे तक लगा दिए। सांसद सैनी कुरुक्षेत्र के दीदार नगर में ड्रेन टूटने के कारण आई बाढ़ का जायजा लेने गए थे, लेकिन यहां उन्हें लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। आक्रोशित लोगों के बीच से सांसद सैनी को सुरक्षा कर्मियों ने बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला। जब सांसद नायब सैनी वापस जाने लगे तो महिलाएं उनकी गाड़ी के आगे खड़ी हो गई। महिलाओं ने कहा कि हालात बिगड़ने से पहले क्यों काम नहीं करवाए गए। हालात बिगड़ने पर ही क्यों राजनीति करने के लिए नेता आते है।
बरसात के पानी से प्रभावित लोगों तक पहुंचाया जाएगा भोजन व पानी : नायब सैनी
सांसद नायब सिंह सैनी ने कहा कि भारी बरसात के कारण कई गांवों और शहर के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। ऐसे में कुछ लोग ऐसे हैं जो ताजा कमाते है और ताजा खाते है, इन लोगों को भोजन की मुश्किल हो सकती है। ऐसे जरूरतमंद लोगों के लिए प्रशासन डिपो से एडवांस राशन भिजवाएं तथा संभव हो सकें तो स्थिति सामान्य होने तक पके हुए भोजन के पैकेट भी भिजवाए। अहम पहलू यह है कि ऐसी विकट स्थिति में सभी नागरिकों को धैर्य रखना होगा, प्रशासनिक अधिकारी दिन-रात लोगों के सहयोग के लिए तत्पर लगे हुए है। उन्होंने कहा कि जिन गांवों में पानी ज्यादा है, उन गांवों में बिजली का विशेष प्रबंध हो तथा पीने के पानी का भी विशेष प्रबंध किया जाए।
जिन गरीब परिवारों के घरों का नुकसान हुआ, उन्हें तुरंत दी जाएगी राहत
सांसद ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने-अपने क्षेत्र में बरसात से होने वाले जान-माल के नुकसान का आकलन करें। जिन गरीब परिवारों के घरों का नुकसान हुआ है, उन्हें तुरंत सरकार की ओर से मदद पहुंचाई जाएगी। इसके अलावा, आपदा प्रबंधन फंड से भी सहायता दी जाएगी। पानी की निकासी के लिए यदि प्रशासन को और अधिक पंपों की आवश्यकता है तो वे तुरंत अपने स्तर पर व्यवस्था करें या मुख्यालय को सूचित करें। पानी की निकासी के बाद इलाकों में सफाई व्यवस्था पर जरूर ध्यान दिया जाए। नागरिकों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। अधिकारी फील्ड में उतरकर कार्य करें। आपात सेवाओं जैसे बिजली व पानी की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करें।
बरसात से प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य विभाग लगाए विशेष कैंप
सांसद ने कहा कि अभी तक बारिश से जिले के कई गांवों और शहरी क्षेत्र के प्रभावित होने की सूचना है। इसलिए इन गांवों व शहरी क्षेत्र में बीमारियों के बढ़ने की भी संभावना है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बाढ़ प्रभावित इलाकों में विशेष कैंप लगाकर लोगों को दवाईयां उपलब्ध करवाएं।
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