कृषि मंत्री के क्षेत्र में यूरिया की किल्लत : लाइनों में घंटों खड़े होने के बाद भी किसानों को नहीं मिल पा रही खाद

हरिभूमि न्यूज : तोशाम/बहल
डीएपी खाद के बाद अब किसानाें के समक्ष यूरिया खाद की जबरदस्त किल्लत बन गई है। खाद की कमी के चले कृषि मंत्री के हलके लोहारू व बहल में भी लोगों को खाद के लिए लाइनों में लगना पड़ रहा है। हैरानी की बात यह है कि किसानों को सुबह खेतों की बजाए बीज.खाद की दुकान के आगे लाइनों में खड़ा होना पड़ रहा है। जिससे किसानों को आर्थिक के साथ.साथ मानसिक परेशानी भी झेलनी पड़ रही है। यही स्थिति तोशाम इलाके की भी बनी हुई है।
इस वक्त किसानों को रबी फसल के लिए यूरिया खाद की जरूरत है। अगर खाद नहीं डाली गई तो रबी फसल की औसतन पैदावार घटना लाजिमी है। उसके बाद किसी भी दुकान या पैक्स पर यूरिया खाद नहीं है। खाद के लिए सुबह किसान अपने खेतों में जाने की बजाए सीधे बीज व खाद की दुकान पर पहुंच रहे है। लाइनों में कई-कई घंटे खड़े होने के बाद भी किसानों को यूरिया खाद नहीं मिल पा रही है। किसानों को बिना खाद के खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। यही स्थिति लोहारू व तोशाम की बनी है। इन इलाकों में भी यूरिया खाद की भारी किल्लत बनी है। किसान रविंद्र बुसान, राजेंद्र,सुरेंद्र, बिजेंद्र, सतबीर, दिनेश, महेंद्र, मांगेराम आदि ने बताया कि वे शुक्रवार सुबह यूरिया खाद के लिए आए थे,लेकिन उनको खाद नहीं मिली। वे लाइन में लगे हुए थे। जब उनकी बारी आई तो कहा गया कि खाद नहीं है। जिसके चलते उनको खाली हाथ ही लौटना पड़ा।
किसानों को मिले दो.दो कट्टे यूरिया के
किसानों ने बताया कि शुक्रवार को ईशरवाल के तीन बीज बिक्री केंद्रों पर यूरिया खाद आई थी। खाद की सूचना मिलते ही अनेक किसान दुकानों पर पहुंच गए। वहां पर खाद के कम बैग आने की वजह से किसानों को महज दो-दो यूरिया खाद के कट्टे दिए गए। किसानों ने बताया कि दो कट्टो से उनके खेतों की सारी रबी की फसल में कैसे काम चल सकता है। ऐसे में उनको कम खाद में की काम चलाना पड़ेगा। किसानों ने बताया कि अगर खाद कम डाली गई तो फसलों की औसतन पैदावार घटनी लाजिमी है।
क्या कहते है अधिकारी
कृषि उपमंडल अधिकारी सतबीर ने बताया कि आज इलाके के किसानों के लिए पांच सौ यूरिया खाद के कट्टे पहुंचे थे। किसानों की मांग ज्यादा थी। जिसके चलते किसानों को दो-दो कट्टे खाद के दिए गए। जल्द ही ओर खाद पहुंचेगी। उसके बाद किसानों के समक्ष यूरिया खाद की कोई कमी नहीं रहेगी।
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