Ravana Dahan : क्रेनों से खड़ा किया गया रावण का सबसे बड़ा 22 क्विंटल वजनी पुतला, देखने दूर-दूर से पहुंचे लोग, रिमोट से होगा दहन

Ravana Dahan : क्रेनों से खड़ा किया गया रावण का सबसे बड़ा 22 क्विंटल वजनी पुतला, देखने दूर-दूर से पहुंचे लोग, रिमोट से होगा दहन
X
100 फीट ऊंचे रावण के पुतले को बनाने में कारीगरों को लगभग एक महीने का समय लगा है। पुतले को बनाने में 6 क्विंटल लोहा, कपड़ा 300 मीटर, 70 किलो रस्सी व सुतली, चेहरा बनाने के लिए 1 क्विंटल फाइबर ग्लास और 250 मीटर मैट का प्रयोग किया गया है।

हरिभूमि न्यूज. बराड़ा ( अंबाला )

शुक्रवार को दशहरे के दिन देश के सबसे ऊंचे रावण के पुतले का बराड़ा में दहन किया जाएगा। बीते दिवस इस विशालकाय पुतले को क्रेनों की मदद से खड़ा कर दिया गया जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आ रहे हैं। देश के सबसे उंचे पुतले को दहन होता देखने के लिए भारी संख्या में लोगों के पहुंचने की संभावना है। क्लब की ओर से स्थानीय प्रशासन को सूचित कर दिया गया है। आपको बता दें कि लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करवाने वाले श्रीराम लीला क्लब बराड़ा द्वारा 3 वर्षों के अंतराल के बाद एक बार फिर रावण के पुतले के दहन का कार्यक्रम तैयार किया है। विश्व के सबसे 221 फुट उंचे रावण के पुतले का खिताब हासिल कर चुके श्रीराम लीला क्लब की ओर से अबकि बार 100 फुट ऊंचे पुतले का दहन होगा। क्लब के संस्थापक तेजेन्द्र चौहान ने बताया कि कोरोना महामारी और बराड़ा में मैदान की उपलब्धता न होने की वजह से अभी रावण के पुतले के दहन का कोई इरादा नहीं था लेकिन कस्बावासियों के दवाब के कारण उन्हें इस बार एक बार फिर रावण के पुतले के दहन का कार्यक्रम बनाया है।

एक महीना लगा पुतला बनाने में

100 फीट ऊंचे रावण के पुतले को बनाने में कारीगरों को लगभग एक महीने का समय लगा है। श्री राम लीला क्लब के संस्थापक तेजेन्द्र चौहान के अनुसार इस पुतले के पैर से घुटने तक की लंबाई 15 फीट रखी गई है जबकि घुटने से धड़ तक की लंबाई 40 फीट है। इसी प्रकार 15 फीट की लंबाई पुतले के चेहरे की गर्दन से लेकर माथे तक है। सिर के मुकुट से लेकर क्षत्र तक की लंबाई ही 30 मीटर है। पुतले के निर्माण में 24 फीट लंबे बांस के 300 पीस प्रयोग किए गए हैं। इसके अलावा पुतले को बनाने में 6 क्विंटल लोहा, कपड़ा 300 मीटर, 70 किलो रस्सी व सुतली, चेहरा बनाने के लिए फाइबर ग्लास 1 क्विंटल, मैट 250 मीटर का प्रयोग किया गया है। पुतले का कुल वजन लगभग 22 क्विंटल है। इसके अलावा रावण के इस पुले में आतिशबाजी के इस्तेमाल के साथ-साथ इसका दहन रिमोट कंट्रोल से ही किया जाएगा। प्रधान तेजिंद्र सिंह ने बताया कि इस पुतले को बनाने में करीब 10 लाख रूपए खर्च आया है।

Tags

Next Story