सेक्टरवासियों के लिए परेशानी बन रही लास्ट एंड फाइनल सेटलमेंट स्कीम

सेक्टरवासियों के लिए परेशानी बन रही लास्ट एंड फाइनल सेटलमेंट स्कीम
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सेक्टरवासी गड़बड़ियों को ठीक करवाने के लिए एचएसवीपी के जोनल व जिला कार्यालयों में लिखित आपत्ति दर्ज करवा रहें हैं। सभी मामलों पर एचएसवीपी मुख्य प्रशासक की अध्यक्षता में गठित ग्रीवेंश कमेटी द्वारा निर्णय लिया जाना है।

हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) द्वारा इनहासमेटं पर जारी 'लास्ट एंड फाइनल सेटलमेंट स्कीम' सेक्टरवासियों के लिए परेशानी बनती जा रही है। दरअसल, स्कीम के तहत प्रदेश के जिन 58 सेकटरों के 15430 प्लाटधारकों की न राशि अपडेट हुई है। उनमें पीपीएम सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी से हजारों प्लाटधारकों के खातों गलत राशि अपडेट हुई है।

सेक्टरवासी इन गड़बड़ियों को ठीक करवाने के लिए एचएसवीपी के जोनल व जिला कार्यालयों में लिखित आपत्ति दर्ज करवा रहें हैं। ऐसे सभी मामलों पर एचएसवीपी मुख्य प्रशासक की अध्यक्षता में गठित ग्रीवेंश कमेटी द्वारा निर्णय लिया जाना है। लेकिन स्कीम लांच होने के लगभग डेढ़ माह बाद कमेटी द्वारा किसी भी मामले का निपटारा नहीं किया गया है। जिस कारण सेकटरवासियों में भारी रोष है। ऑल सेकटर रेजिडेनटस वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप वत्स ने बताया कि प्रदेश के जिन सेकटरों की इस सेटलमेंट स्कीम के तहत नयी राशि अपडेट हुई है। उनमें हजारों प्लाटधारकों के खातों में कई कारणों से गलत राशि अपडेट हुई है।

वत्स ने कहा कि एचएसवीपी मुख्यालय द्वारा केवल एक हजार रुपये तक की एक्सेस अमाउंट के मामलों को ठीक करने का निर्णय लिया गया है। लेकिन एक हजार रूपये से ऊपर की एक्सेस अमाउंट, क्लेरिकल मिस्टेक व राशि का हैड चेंज होने व री-अलॉटमेंट लैटर में राशि शून्य होने के बावजूद एक्सेस अमाउंट दिखाकर गलत राशि अपडेट करने आदि कई मामलें हैं। जिनके कारण हजारों प्लाटधारकों के खातों गलत राशि अपडेट हुई है। जिनको ठीक करवाने के लिए सेकटरवासी एचएसवीपी के जिला व जोनल कार्यालयों में दस्तावेजों व रसीदें संलग्न कर लिखित आपत्ति दर्ज करवा रहें हैं। कार्यालयों में ऐसी फाइलों के ढेर लगें हुए हैं। जिन पर एचएसवीपी मुख्य प्रशासक की अध्यक्षता में गठित ग्रीवेंश कमेटी द्वारा नर्णिय लिया जाना है। लेकिन स्कीम लांच होने के डेढ़ माह बाद भी ग्रीवेंश कमेटी द्वारा किसी मामले पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।


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