खाद संकट : किसानों को यूरिया के साथ जबरन दवा थोपी तो रद्द होगा लाइसेंस

सोनीपत-खरखौदा। यूरिया खाद के साथ किसानों को जबरन दवाएं देने व दवा न लेने पर खाद न देने का मामला खरखौदा में तूल पकड़ता जा रहा है। कृषि विभाग इसका समाधान करने में असफल साबित हो रहा है। जिसकी शिकायतें लगातार एसडीएम के पास पहुंच रही हैं। जिसके दृष्टिगत खाद विक्रेताओं की एसडीएम ज्योति मित्तल ने बैठक ली और उन्हें खाद वितरण को लेकर जरूरी दिशा निर्देश दिए, ताकि किसानों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने इस दौरान स्पष्ट किया कि कोई भी खाद विक्रेता किसान पर खाद के साथ दवाएं आदि लेने का दबाव ना बनाएं, अगर ऐसी कोई शिकायत उनके पास आती है तो संबंधित खाद विक्रेता का लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि खरखौदा में किसानों को खाद संकट से जूझना पड़ रहा है। एक से पांच कट्टे खाद लेने वालों को ज्यादा परेशानी हो रही है। किसानों ने जब कृषि विभाग के अधिकारी को इस बारे में शिकायत की और कृषि विभाग के अधिकारी ने एक खाद विक्रेता से बात करके अगले दिन खाद देने का आश्वासन दिया गया था । लेकिन अगली सुबह जब किसान खाद लेने के लिए पहुंचा तो दुकानदार ने रातों-रात यूरिया गायब कर दिया और जवाब दिया कि रात को खाद बिक गया है । इससे खरखौदा प्रशासन सक्रिय हो गया है। किसान इसकी शिकायत करने के लिए एसडीएम के समक्ष कई बार पेश हो चुके हैं।
मामले की गंभीरता को देखते एसडीएम ज्योति मित्तल ने खाद विक्रेताओं की बैठक बुलाई। इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी खाद का सही तरीके से वितरण करें और किसी भी किसान पर दवा लेने का दबाव ना बनाएं। दूसरी तरफ खाद विक्रेताओं को कोई समस्या है तो वे भी उन्हें लिखित शिकायत दे सकते हैं। उस पर भी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही एसडीएम ने पैक्स में बीते वर्ष फरवरी के बाद से खाद नहीं आने पर नाराजगी जताई। उन्होंने पैक्स के कर्मचारियों को पिछला रिकार्ड लेकर आने के आदेश दिए, ताकि इसके पीछे की वजह का पता लगाया जा सके। कहना न होगा कि सहकारी समितियों में खाद आ जाता है, तो किसानों की यह समस्या हल हो जाएगी।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS