लोकल ट्रेनें नहीं हुईं शुरू : बसों की कमी से जूझ रहे ग्रामीण व कॉलेज जाने वाले विद्यार्थी

लोकल ट्रेनें नहीं हुईं शुरू : बसों की कमी से जूझ रहे ग्रामीण व कॉलेज जाने वाले विद्यार्थी
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बसों की कमी के कारण लडक़ों को तो कई बार बसों की खिड़कियों में लटकर जान हथेली पर रखकर यात्रा करने को मजबूर होना पड़ रहा है। लेकिन छात्राएं बसों की इंतजार कर कर थक जाती है।

हरिभूमि न्यूज : बराड़ा

कस्बा बराड़ा सहित आस-पास के ग्रामीण इलाकों में रोड़वेज की बसों की कमी के कारण दैनिक यात्री परेशानी झेलने को मजबूर है। जहां एक ओर लोकल ट्रेनें बंद होने के कारण यात्री बसों में सफर कर अपने कामों पर जाने को मजबूर है लेकिन बसों की सुविधा पहले की तरह न होने के कारण बसों की कमी से लोग परेशान है। मजे की बात तो यह है कि सरकार को लोगों को यह परेशानी नहीं दिख रही है। बसों की भारी किल्लत के चलते बराड़ा के सैकड़ों विद्यार्थी काफी परेशान हैं, जिनमें खासकर स्कूल, कॉलेज जाने वाले छात्र-छात्राएं शामिल हैं। बसों की कमी के कारण लड़कों को तो कई बार बसों की खिड़कियों में लटकर जान हथेली पर रखकर यात्रा करने को मजबूर होना पड़ रहा है। लेकिन छात्राएं बसों की इंतजार कर कर थक जाती है। ऐसे में वह अपने शिक्षण संस्थान में अक्सर लेट ही पहुंचती है तो कभी-कभी पहुंच भी नहीं पाती।

बसों में लटकर यात्रा करने को मजूबर स्टूडेंट : प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह 6:30 पर बराड़ा से चंडीगड़ के लिए बस चलती है। जो सुबह 7 बजे बराड़ा बस स्टैंड पर पहुंचती है । बताया जाता है कि बस गांव अलावलपुर से चलती है जो पीछे से ही भरकर आती है। ऐसे में बराड़ा से बस में चढऩे वाले लोगों को लटक कर यात्रा करनी पड़ती है। वहीं दूसरी बस भी इसी प्रकार से भरी हुई आती है। क्योंकि ट्रेनें बंद होने से लोग अब बसों से ही अपने गंतव्य तक पहुंच रहे है। ऐसे में इस बस में भी बराड़ा से लोग चढ़ नहीं पाते। जानकारी अनुसार इसके बाद 8 बजे बराड़ा से चंडीगड़ के लिए बस चलती है वह सवारियां अधिक हो जाने के कारण बराड़ा से ही ओवरलोड हो जाती है । जिस कारण होली, दोसडक़ा, मुलाना व कालपी के लोगों को बस में चढऩे की जगह नहीं मिलती हैं।

कंबासी से चलने वाली बस लॉकडाउन के बाद से बंद पड़ी : लॉकडाउन से पहले कम्बासी से 7 बजे और बराड़ा से 7:45 पर चलने वाली दोनों बसे अब भी बन्द पड़ी है। अगर ये दोनों बसें चलती है तो यात्रियों को बहुत सुविधा होगी। सुबह 8 बजे के बाद बराड़ा से दोपहर के 1:30 बजे तक कोई भी बस अम्बाला नहीं जाती जिससे यात्री धक्के खाकर दोसडक़ा पहुंचते है फिर बस पकड़ते है। विद्यार्थियों के अलावा लोगों की मांग है कि दिन में भी बराड़ा से तकरीबन हर 1 घंटे के बाद बस सेवा शुरू होनी चाहिए। लॉकडाउन से पहले एक बस पूरा दिन अम्बाला-बराड़ा के चक्कर लगाती थी वह भी बन्द पड़ी हैं।

इस रूट पर जल्द ही बसों की संख्या को बढ़ाया जाएगा। यात्रियों की सुविधा के लिए विभाग हमेशा तत्पर है। अम्बाला-बराडा चलने वाली बस के बारे में भी जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। - अश्विनी कुमार, जीएम अंबाला।


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