अग्निपथ के विरोध में हरियाणा रोडवेज का घाटा, बसें ना चलने से हो रहा लाखों का नुकसान

हरिभूमि न्यूज : महेंद्रगढ़
अग्निपथ योजना का विरोध प्रदर्शन अब लोगों के लिए परेशानी खड़ा करने लगा है। शनिवार को महेंद्रगढ़ शहर में अग्निपथ के विरोध प्रदर्शन के चलते दिनभर रोडवेज बस में पहिए थमे रहे, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। दिनभर यात्री अपने गंतव्य पर जाने के लिए बसों का इंतजार करते रहे। हालांकि कुछ स्थानों के लिए परमिट बस संचालन हुआ, जिससे यात्रियों को थोड़ी राहत मिली। बता दें कि उच्च निदेशालय की ओर से शुक्रवार की शाम को सभी महाप्रबंधकों को पत्र जारी कर जिन मार्गों पर युवाओं द्वारा विरोध किया जा रहा है, वहां पर बस नहीं भेजने के निर्देश जारी किए थे, ताकि रोडवेज विभाग को अग्निपथ के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के चलते नुकसान से बचाया जा सके।
महेंद्रगढ़ शहर में सुबह आठ बजे से अग्निपथ का विरोध शुरू हो गया था। विरोध प्रदर्शन के चलते सुबह नौ बजे महाप्रबंधक के आदेश पर महेंद्रगढ़ से चलने वाली सभी बसों को नारनौल बुला लिया गया, ताकि प्रदर्शनकारी रोडवेज बसों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा सके। अक्सर देखा जाता है कि प्रदर्शनकारी सबसे पहले रोडवेज बसों को ही निशाना बनाते हैं। महाप्रबंधक के आदेश के बाद महेंद्रगढ़ बस डिपों से नौ बजे के बाद एक भी बस का संचालन नहीं हुआ। दूसरे डिपो से महेंद्रगढ़ आने वाली बसें बस स्टैंड पर आने की बजाए बाहर से सीधे दूसरे स्टेशन के लिए रवाना हुई। वहीं कुछ परमिट बसें चलने से यात्रियों को थोड़ी राहत जरूर मिली। हालांकि इन बसों को यात्री बैठाने का कोई निश्चित स्थान नहीं था, जिससे अपने गतंव्य पर जाने के लिए घंटों तक बसों का इंतजार करते रहे।
क्या कहते हैं इंचार्ज
महेंद्रगढ़ बस स्टैंड इंचार्ज वेदप्रकाश ने बताया कि महाप्रबंधक के आदेश पर बसों का संचालन बंद किया है। अक्सर देखा जाता है कि प्रदर्शनकारी सबसे पहले रोडवेज बसों को निशाना बनाते हैं। प्रदेश में ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। दोपहर समय भी कुछ युवाओं द्वारा वर्कशॉप के अंदर दीवार फांदकर अंदर घुस गए तथा काफी नुकसान पहुंचाया है। प्रदर्शन के बंद होने के बाद बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
जींद में बसों का साढ़े पांच घंटे संचालन रहा बाधित
जींद। अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदेशभर अलग-अलग जगहों पर लगाए जाम के चलते जींद से विभिन्न मार्गों पर चलने वाली बसों का संचालन शनिवार को भी प्रभावित रहा। जींद-रोहतक रूट पर चलने वाली बसों का साढ़े पांच घंटे व भिवानी रूट पर अढ़ाई घंटे बसों का संचालन बाधित रहा। जाम खुलने के बाद रोहतक रूट पर दोपहर साढ़े 12 बजे के बाद और भिवानी रूट पर सुबह 11 बजे के बाद बसों का संचालन सुचारू रूप से शुरू हो पाया। वहीं दिल्ली जाने वाली बसों को गोहाना व सोनीपत होते हुए भेजा गया। पलवल में स्थिति नाजुक होने के चलते मथुरा जाने वाली बस को भी गोहाना व सोनीपत होते हुए केवल दिल्ली तक ही भेजा गया। वहीं नारनौंद के पास जाम होने के चलते हिसार जाने वाली बसों को वाया बरवाला भेजा गया। इसके अलावा गंगानगर व सालासर जाने वाली बसों को भी वाया बरवाला निकाला गया। बसों का संचालन बाधित होेने के कारण यात्रियों कोे काफी परेशानी हुई।
दो दिन में दस हजार किलोमीटर कम दौड़ी बसें
अग्निपथ के विरोध में शुक्रवार को जहां युवाओं ने नए बस स्टैंड के सामने अढ़ाई घंटे जाम लगाया था। वहीं शनिवार को भी अलग.अलग जगह जाम लगने के कारण भी बसों का संचालन बाधित रहा। अन्य दिनों की अपेक्षा दो दिन में कुल मिलाकर डिपो की बस दस हजार किलोमीटर कम चली। आमतौर पर डिपो की लगभग 150 बस हर रोज 36 हजार किलोमीटर चलती है और राजस्व के रूप में 12 लाख रुपये से अधिक का राजस्व जमा होता है। दो दिन में कुल मिलाकर लगभग तीन लाख रुपये का घाटा डिपो को हुआ है।
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