ओबीसी अधिकारों के लिए 29 अगस्त को महम में महापंचायत

चंडीगढ़ : नेशनल लेवल पर नीट एग्जाम में ओबीसी रिजर्वेशन को लेकर शुरू हुई लड़ाई हरियाणा में एक कदम आगे बढ़ चुकी है। पिछड़ी जाति से जुड़े हुए लोगों का एक समूह हरियाणा में अनुसूचित जाति/जनजाति के कॉलम की तरह ओबीसी का कॉलम भी जनगणना में जोड़ने की मांग लेकर आगे आया है।
चंडीगढ़ प्रेस क्लब में ओबीसी महासभा के नेता तेलू राम जांगड़ा ने बताया कि ओबीसी के अधिकारों की लड़ाई को लेकर 29 अगस्त को महम चौबीसी के चबूतरे पर ओबीसी महापंचायत बुलाई गई है। उन्होंने बताया कि महापंचायत में रिटायर्ड जज और ओबीसी के अधिकारों के लिए लड़ रहे गणमान्य लोग हिस्सा लेंगे।
इस मौके मीडिया से बातचीत करते हुए योगेन्द्र योगी, अशोक वर्मा, राजेंद्र तंवर, संजय परमार सैनी, कुलदीप केडी, लोकिराम प्रजापति, शमशेर कश्यप, सुरेंद्र पांचाल, रामकुमार गुर्जर, सुदेश यादव, प्रोमिला सैनी, कमलेश सामन, लालचंद जांगड़ा, जितेंद्र जोगी, जयभगवान ओबीसी सिकन्दर ने संयुक्त बयान में बताया कि इस महापंचायत में रिटायर्ड मुख्य न्यायाधीश वी ऐश्वर्या, वीरेंद्र यादव और डॉक्टर सूरज यादव मुख्य वक्ता होंगे।
उन्होंने बताया कि महा पंचायत में पंचायत से लेकर संसद तक प्रथम एवं द्वितीय श्रेणी की नौकरियों में 27 प्रतिशत आरक्षण तृतीय/चतुर्थ श्रेणी के अनुपात अनुसार देने की भी मांग की जाएगी। यह ग्रुप हाल ही में पास हुए 127 वें संशोधन बिल प्रावधानों को लेकर भी चिंतित है। ओबीसी का ये बिल निरस्त करने की मांग कर रहा है। इस ग्रुप की यह भी मांग है कि जितनी भी केंद्र एवं राज्य में पिछड़ा वर्ग की बैकलॉग की नौकरियां है, उनको तुरंत भरा जाए। ओबीसी को नौकरियों और बाकी जगहों पर जनसंख्या के बराबर हिस्सेदारी मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यही हमारी मांग है और हम इसके लिए ही लड़ रहे हैं।
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