टैबलेट से छेड़छाड़ के बाद नया वर्जन नहीं हो रहा डाउनलोड, 48 प्रतिशत टैबलेट हुए अपडेट

- शिक्षा विभाग की ओर से ई अधिगम के तहत 13650 विद्यार्थियों को वितरित किए गए थे टैबलेट
- टैबलेट का दुरुपयोग रोकने के लिए शिक्षा विभाग नया वर्जन कर रहा अपडेट
- टैब के साथ छेड़छाड़ के बाद वर्जन अपडेट व डाउनलोड का नहीं दिखा रहा ऑप्शन
Mahendragarh : कोरोना महामारी के समय विद्यार्थियों की पढ़ाई में सहारा बने टैबलेट अब शिक्षा विभाग के लिए परेशानी बन चुके हैं। टैबलेट का दुरुपयोग रोकने व उसमें वांछित साइट बैन करने के लिए शिक्षा विभाग इन्हें अपडेट कर रहा है। विभाग के टैबलेट में कंपनी का नया सॉफ्टवेयर (नया वर्जन) अपडेट किया जा रहा है। सभी टैबलेट सीधे तौर पर अपडेट नहीं हो पा रहे हैं।
बता दें कि कोरोना महामारी के समय सरकार की ओर से सभी शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया था, जिसके चलते सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही थी। ऐसे में प्रदेश सरकार की ओर से विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाई के लिए टैबलेट वितरित किए गए थे, ताकि उनकी पढ़ाई बाधित ना हो। लेकिन विद्यार्थी टैबलेट में पढ़ाई करने की बजाय इनका गलत इस्तेमाल कर रहे थे। विभाग की ओर से इसके दुरुपयोग को रोकने के लिए तमाम सुरक्षा सॉफ्टवेयर डाले गए, लेकिन विद्यार्थी उन सब तमाम सुरक्षा सॉफ्टवेयर को 200 से 300 रुपए में टैबलेट में चाइनीज सॉफ्टवेयर डलवाकर दुरुपयोग करना शुरू कर दिया। अब जिन टैबलेट का सॉफ्टवेयर विद्यार्थियों ने क्रैक करवा लिया है, उसमें यह वर्जन अपडेट नहीं हो रहा है। ऐसे टैबलेट में वर्जन अपडेट व डाउनलोड का आप्शन ही नहीं आ रहा। वहीं सॉफ्टवेयर से छेड़छाड़ के बाद यह टैबलेट कंपनी की वारंटी सीमा से बाहर हो गए हैं। ऐसे में यह टैबलेट अपडेटेशन के लिए कंपनी के केयर सेंटर भेजे जाएंगे।
48 प्रतिशत टैबलेट हुए अपडेट
अभी तक शिक्षा विभाग अपने स्तर पर 48 प्रतिशत टैबलेट ही अपडेट कर पाया है। शेष में नया वर्जन अपडेट नहीं हो रहा है। डाउनलोड व अपडेट न होने के बाद तीसरा व अंतिम माध्यम केवल केयर सेंटर है। जहां टैबलेट का पूरा ही सॉफ्टवेयर बदला जाएगा। विद्यार्थियों को मिले सैमसंग कंपनियों के टैबलेट में ओएस-11 और ओएस-12 वर्जन चल रहा है। अब नया ओएस-13 वर्जन आ गया है। कंपनी की ओर से अभी यह वर्जन ओएस-13 फ्री में अपडेट किया जा रहा है। अब तक करीब 48 प्रतिशत विद्यार्थियों के टैबलेट अपडेट किए जा चुके हैं। इस बार जिले में 10वीं से 12वीं के कुल 13650 विद्यार्थियों को टैबलेट दिए गए हैं। जिसमें से एक हजार टैबलेट के लिए सिमकार्ड नहीं मिले हैं। अभी तक करीब छह हजार टैबलेट अपडेट किए जा चुके हैं और करीब 6500 टैब अभी पेंडिंग है।
केयर सेंटर भेजे जाएंगे टैबलेट
जिला ई-अधिगम नोडल अधिकारी डॉ. एमआर यादव ने बताया कि काफी विद्यार्थियों ने शिक्षा विभाग के टैबलेट का सॉफ्टवेयर साइबर लॉक क्रैक कर लिया है। इसके बाद इनमें सॉफ्टवेयर का नया वर्जन अपडेट का ऑप्शन नहीं आ रहा है। ऐसे में इन टैबलेट को कंपनी के केयर सेंटर में भेजा जाएगा। इसमें जो खर्च होगा, वह विभाग की ओर से वहन किया जाएगा।
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