Mahendragarh : ढहाने गए थे अनाधिकृत कालोनी में निर्माण, पुलिस की मौजूदगी में भी जान बचाते भागे डीटीपी

हरिभूमि न्यूज
महेंद्रगढ़। यहां के चामधेड़ा रोड पर बन रही एक अनाधिकृत कालोनी संगम विहार में निर्माण ढहाने गई जिला नगर योजनाकार की टीम पर लोगों ने हमला (Attack) कर दिया। हमला हो जाने के कारण मौके पर गए डीटीपी जान बचाकर भागे।
उनके ड्राइवर ने उनको गाड़ी में बैठाकर सुरक्षित पहुंंचाया। जबकि वहां पर टीम के साथ गई पुलिस मुक दर्शक बनी देखती रह गई। इस दौरान बीडीपीओ युद्धवीर सिंह सिंधू को कार्रवाई का ड्यूटी मैजिस्ट्रेट (Duty magistrate) बनाया गया था। बाद में ड्यूटी मैजिस्ट्रेट ने अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया। जिसके बाद ही मामला शांत हुआ।
इससे पूर्व कार्रवाई करते हुए डीटीपी की टीम ने करीब 20 डीपीसी को गिरा दिया। जबकि एक मकान में भी तोड़फोड़ की। इस पूरे प्रकरण के बाद अब डीटीपी द्वारा आरोपितों पर मामला दर्ज करने की तैयारी कर रही है। बाद में मौके पर एसएचओ अजय वीर सिंह भी मौके पर पहुंचे।
शहर के चारों ओर अनाधिकृत कालोनियां बन रही हैं। इन अनाधिकृत कालोनियों पर लोग अपनी जमा पूंजी लगा रहे हैं। मगर अवैध रूप से कालोनी होने के कारण जिला नगर योजनाकार को इनकी शिकायतें मिलती हैं। जिस पर शहर में कई बार डीटीपी की टीम द्वारा अनाधिकृत कालोनियों को गिराया जाता है, ताकि कोई नियमों के विरुद्ध काम न करे। इसी कड़ी में डीटीपी को चामधेड़ा रोड पर बन रही अवैध कालोनी संगम विहार में अनाधिकृत रूप से लोगों द्वारा निर्माण करने की सूचना मिली।
जिस सूचना पर कार्रवाई करते हुए डीटीपी की टीम मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे अपने पूरे दस्ते के साथ संगम विहार कालोनी में पहुंची। इस दौरान कार्रवाई के लिए बीडीपीओ युद्धवीर सिंह सिंधू को ड्यूटी मैजिस्ट्रेट बनाया गया था। वहीं काफी संख्या में पुलिस दल भी मौजूद था। इस दौरान शुरू में टीम ने करीब 20 नए बन रहे मकानों की डीपीसी को ढहा दिया। इन डीपीसी को ढहाने पर किसी ने भी कोई एतराज नहीं किया।
इसके बाद टीम वहां पर बन रहे तीन मंजीला मकान को ढहाने के लिए चली। जिस पर मकान मालिक ने एतराज जताया। इस दौरान वहां पर अनेक महिलाएं भी आ गई। इन महिलाओं के साथ-साथ लोगों ने डीटीपी की गाड़ी को घेर लिया।
वहीं एक व्यक्ति जेसीबी के सामने ही आ गया। जिसको बड़ी मुश्किल से समझाया गया। वही व्यक्ति बाद में जाकर डीटीपी के साथ बहस करने लग गया। देखते देखते महिलाएं व अनेक व्यक्ति वहां पर डीटीपी के साथ झगड़ा करने लग गए। जिसके कारण डीटीपी गाड़ी में बैठ गया। इस पर लोग गाड़ी के सामने आ गए तथा गाड़ी को भी धक्का मारने लगे। लोगों ने पत्थर भी हाथ में उठा लिए थे। ऐसा देखकर पुलिस कर्मियों ने डीटीपी को वहां से निकाला। जिसके बाद डीटीपी मौके पर से जान बचाकर भाग गए।
इस पूरे घटनाक्रम की सूचना ड्यूटी मैजिस्ट्रेट बीडीपीओ युद्धवीर सिंह सिंधू ने उच्चाधिकारियों को दी। जिसके बाद अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा। वहीं एसएचओ अजय वीर सिंह भी मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने लोगों को समझाया।
उन्होंने महिलाओं को समझाया कि उन्होंने जो निर्माण किया है, वे गैर कानूनी हैं। यहां पर मकान बनाने के लिए विभाग से इजाजत लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों को इसका सहयोग करना चाहिए। जबकि यहां विरोध हो रहा है। इसलिए लोगों पर मामला दर्ज किया जाएगा। वहीं वहां की महिलाआें ने कहा कि जब उन्होंने जमीन खरीदी थी तब किसी ने यह नहीं बताया गया कि यह अनाधिकृत कालोनी है।
अन्य कालोनी में भी करती कार्रवाई, मगर विरोध के बाद की स्थगित
इस दौरान डीटीपी की टीम अन्य जगह भी कार्रवाई करती, मगर वहां पर विरोध होने के कारण टीम को वहां से ही वापस होना पड़ा। जिसके कारण वहां पर आसपास बन रही अन्य अनाधिकृत कालोनी बच गई।
मामले की करेंगे पुलिस से शिकायत
इस बारे में डीटीपी प्रवीण चौहान ने बताया कि उनको अवैध निर्माण होने की शिकायत मिली थी। जिसके बाद उन्होंने कार्रवाई की। इस दौरान 20 डीपीसी को गिराया गया, एक मकान को तोड़ने पर कुछ विवाद हो गया। जिस पर टीम वापस आ गई। वे इस मामले की शिकायत पुलिस से करके आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कराएंगे।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS