Mahendragarh News : नगर पालिका का रिकार्ड लेकर पंचकूला वापस लौटी एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम, रिकॉर्ड का गड़बड़ी मिलने पर होगी सैंपलिंग

महेंद्रगढ़। विकास कार्यों की जांच के लिए पहुंची एंटी करप्शन ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) की टीम टेंडर रिकॉर्ड लेकर पंचकूला वापस लौट गई हैं। अधिकारियों की ओर से नपा रिकॉर्ड की जांच की जाएगी। अगर जांच में कोई गड़बड़ी मिलती है तो दोबारा से विकास कार्यों की सैंपलिंग के लिए वापस आएगी।
बता दें कि पिछली नगर पालिका का कार्यकाल भंग होने के बाद एसडीएम दिनेश कुमार के हाथों में नगर पालिका की कमान थी। एसडीएम के कार्यकाल के दौरान शहर में विकास कार्यों की झड़ी लग गई थी, लेकिन इसी के साथ ही शहर के लोग विकास कार्यों में अनियमितता का आरोप लगाकर इसका विरोध कर रहे थे। एसडीएम के कार्यकाल के दौरान हुए विकास कार्यों की विजिलेंस की टीम को शिकायत दी गई थी। जिसके बाद विजिलेंस की टीम सोमवार को जांच के लिए एसई दीपक गोयल के नेतृत्व में महेंद्रगढ़ पहुंची थी। सोमवार को एसीबी की टीम ने पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में पहले नपा अधिकारियों से मामले से संबंधित दस्तावेज लिए गए थे। इसके बाद में शिकायतकर्ताओं से मुलाकात कर उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया था। जिला विजिलेंस के इंचार्ज नवल किशोर ने नपा कार्यालय पहुंच कर नपा सचिव प्रदीप कुमार व एमई सोहनलाल को मामले से संबंधित दस्तावेज के साथ पीडब्लयूडी रेस्ट हाउस पहुंचने के लिए कहा गया था। नगर पालिका की ओर से एक रिकॉर्ड देने के लिए एक दिन का समय मांगा गया था। मंगलवार की देर शाम नगर पालिका की ओर से विजिलेंस की टीम को संबंधित रिकॉर्ड सौंप दिया गया है। टीम की ओर से रिकॉर्ड की जांच के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
42 टेंडर प्रक्रिया की होगी जांच
नगर पालिका के पिछले कार्यकाल के दौरान नगर पालिका की प्रधान रीना बंटी थी। उनके निष्कासन के बाद नपा की बागडोर उपप्रधान रमेश बोहरा के हाथ में रही। इसके बाद नगरपालिका का कार्यकाल पूरा होने के बाद तत्कालीन एसडीएम की देखरेख में नगर पालिका प्रशासन का काम चला। बताया जा रहा है कि नगर पालिका के उपप्रधान रहे रमेश बोहरा व तत्कालीन एसडीएम दिनेश कुमार के कार्यकाल के दौरान शहर में कुछ विकास कार्य हुए। इस विकास कार्यों के लिए हुए टेंडरों व बाद में हुए काम में भारी अनियमितता बरती गई। इन मामलों को लेकर कुछ ठेकेदारों व नगर पालिका की पूर्व प्रधान रही रीना बंटी के पति एडवाकेट सुरेंद्र उर्फ बंटी ने शिकायत की थी। उनकी शिकायत पर लंबे समय से जांच चल रही है, लेकिन अब यह जांच एंटी क्रप्शन ब्यूरो पंचकूला को सौंपी गई है। इसके बाद स्टेट विजिलेंस पंचकूला टीम महेंद्रगढ़ पहुंचकर पूरे मामले की जांच के लिए महेंद्रगढ़ पहुंची थी। एंटी क्रप्शन ब्यूरो पंचकूला की टीम जनवरी-2021 में शुरू किए गए 18 विकास कार्यों तथा 11 जनवरी 2021 को 24 विकास कार्यों के छोड़े गए टेंडरों व विकास कार्यों से संबंधित रिकॉर्ड अपने साथ लेकर गई है। टीम की ओर संबंधित रिकॉर्ड की जांच के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
यह लगाए गए थे आरोप
नपा की पूर्व प्रधान रीना बंटी के पति एडवोकेट सुरेंद्र बंटी की तरफ से छोडे गए टेंडरों में भाई भतीजावाद को अपनाने व विकास कार्यों में घटिया सामग्री का आरोप लगाते हुए शिकायत दी गई थी। एडवोकेट सुरेंद्र उर्फ बंटी का कहना था कि टेंडर छोड़ने में सोसायटियों की अनदेखी की गई। वहीं शहर में जो विकास कार्य हुए उनमें घटिया साम्रगी का प्रयोग किया गया हैं। उनका कहना है कि 50 लाख से नीचे के विकास कार्य सोसायटियों को अलॉट होने थे, लेकिन नपा के अधिकारियों ने एसडीएम के साथ मिलकर सभी कार्य अपने चेहते ठेकेदार को ॲलाट कर दिए। सुरेंद्र बंटी ने अपनी शिकायत कहा है कि पांच व तीन करोड़ के हुए टेंडरों में नपा को करीब 33 फीसदी का नुकसान हुआ है।
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