कई सफेदपोशों को बेनकाब होने का खतरा : खनन माफिया काे वाट्सअप ग्रुप पर लोकेशन देने वाला गुप्तचर पकड़ा

हरिभूमि न्यूज : निजामपुर(नारनौल)
आमजन की जीवनशैली को आधुनिक बनाने के मकसद से आइटी तकनीक का विकास किया गया है। किंतु शातिर लोगों ने इसी तकनीक को अवैध करोबार में मददगार बना लिया। जिसकी पुष्टि बायल बस स्टैंड पर खनन माफिया को छापेमार टीम की सूचना देने वाले एक गुप्तचर को दबोचा है। जो वाट्सअप गु्रप की मदद से माफिया से संपर्क बनाए हुए था। फोरेस्ट विभाग के अधिकारियों ने आरोपी का मोबाइल कब्जे में लेकर छानबीन आरंभ कर दी है।
जानकारी के मुताबिक जिला उपायुक्त अजय कुमार ने टॉस्क फोर्स को किसी भी सूरत में अवैध खनन रोकने के निर्देश दिए है। इसके बाद हरकत में आए विभागीय अधिकारियों ने पहाड़ व नदियों में भागदौड़ तेज कर दी है। अरावली जोन में शामिल पहाड़ों की निगरानी करने के लिए फोरेस्ट विभाग के रेंज अधिकारी बायल पहुंचे थे। वहां पत्थर लोडिंग के लिए चार-पांच बड़ी ट्राली वाले ट्रेक्टर खड़े थे। ट्रैक्टरों के पीछे एक बाइक सवार युवक था, जो सरकारी गाड़ी को देखते ही एक मकान में आड़ में खड़ा हो गया। रेंज अधिकारी रजनीश यादव को युवक की गतिविधियों पर संदेह हो गया। उन्होंने मकान के पीछे छुपकर युवक की बात सुनी, जो खनन माफिया को टीम की सूचना दे रहा था।
संदेह को हकीकत बदलते ही उन्होंने कर्मचारियों की मदद से युवक की घेराबंदी कर दी। शातिर युवक ने विभिन्न हथकंडे अपनाकर भागने के प्रयास किए। किंतु कर्मचारियों ने पकड़ कर आरोपित को गाड़ी में बैठा लिया और सबसे पहले मोबाइल को कब्जे में लिया। तुरंत स्विच बंद करके आरोपित को लेकर नांगल चौधरी की ओर रवाना हो गए। वहां पहुंचकर मोबाइल का स्विच ऑन किया, तब वाट्सअप ग्रुप में धड़ाधड़ मैसेज आने शुरू हो गए। ग्रुप को ओपन करने पर अधिकारी हैरान हो गए, क्योंकि सभी मैसेज अवैध खनन से जुड़े हुए थे। उन्होंने आरोपित को कार्यालय में बैठाकर गिरोह के संदर्भ में पूछताछ की। जानकारी के मुताबिक आरोपित ने कुछ स्थानीय लोगों के नाम उजागर किए हैं, जिनकी पुष्टि के लिए अधिकारियों ने प्रक्रिया शुरू कर दी है।
पहाड़ी में खनन के प्रमाण मिले, माफिया फरार
विभाग के मुताबिक बायल पहाड़ी के पास योगी समाज के मकान हैंं, मकानों से थोड़ी दूरी पर ताजा खनन होने के प्रमाण मिले, किंतु माफिया व संसाधन गायब थे। पूछताछ करने पर लोगों ने बताया कि 20 मिनट पहले ही आनन-फानन में जेसीबी मशीन समेत भाग गए। उन्होंने बताया कि दो ट्रेक्टर पत्थरों से लोड ट्राली समेत भागे हैं। जिससे टीम को गुप्तपर की सूचना पर ही माफिया के फरार होने का अंदेशा है।
गिरफ्तार युवक को ग्रुप से किया रिमूव, अलर्ट रहने की चेतावनी
खनन माफिया के जय बाबा भृतहरी ग्रुप में राजस्थान व हरियाणा के एक्सपर्ट गुप्तचर शामिल हैं। बुधवार को पुलिस ने राजस्थान निवासी एक युवक को अवैध खनन करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस कार्रवाई पर माफिया ने ग्रुप के माध्यम से अन्य गुप्तचरों को अलर्ट किया है। साथ ही गिरफ्तार युवक को ग्रुप से रिमूव कर दिया, ताकि पुलिस की जांच अंजाम तक नहीं पहुंच पाए।
लोकल माफिया का बिना सहयोग लिए खनन नहीं कर सकते राजस्थानी
ग्रामीणों ने बताया कि अवैध खनन को रोकना चुनौती से कम नहीं। क्योंकि लोकल माफिया की जड़े राजस्थान तक पहुंच चुकी हैं। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक ग्रामीण ने बताया कि लोकल लोगों ने पहाड़ की खदानों पर कब्जा कर लिया। जोकि खनन किए गए पत्थरों का ट्राली या डंपर वाइज पैसे वसूलते हैं। खनन के दौरान खदान संचालक गुप्तचरी करवाने तथा संसाधनों को सुरक्षित छुपाने की जिम्मेदारी लेता है।
जैनपुर की पहाड़ी पर पहुंची टीम, खदानों के रास्ते कराए बंद
जैनपुर में हादसे की घटना के बाद माइनिंग व फोरेस्ट विभाग के अधिकारी पहुंचे। उन्होंने खदानों तक पहुंचने वाले रास्तों की निरीक्षण किया। इसके बाद जेसीबी की मदद से बड़ी खाई खुदवाए गए हैं। सुरक्षा के बंदोबस्त करने के बाद टीम नारनौल रवाना हुई है। किंतु शाम पांच बजे के आसपास खदान संचालक व अन्य कई लोग पहाड़ पर देखे गए हैं।
आरोपित ने 3-4 लोकल लोगों की संलिप्तता उजागर की, अभी ओर नाम आएंगे
रेंज अधिकारी रजनीश यादव ने बताया कि बायल बस स्टैंड पर एक राजस्थान निवासी गुप्तचर को दबोचा गया है, जो खनन माफिया को छापेमार टीम की लोकेशन बता रहा था। आरोपित से एक मोबाइल भी बरामद हुआ है, जिसमें बने जय बाबा भृतहरी वाट्सअप ग्रुप में खनन माफिया की सभी सूचनाएं मिली हैं। ग्रुप में पुलिस द्वारा गिरफ्तार युवक भी शामिल है, जिसको रिमूव करके सावधान रहने की हिदायत है। आरोपित से भी गहनता पूर्वक पूछताछ की जाएगी। उन्होंने बताया कि कई सफेदपोश लोगों की संलिप्ता उजागर हो सकती है।
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