जगह की तंगी से जूझ रहा मारुति प्लांट गुरुग्राम से शिफ्ट होगा

जगह की तंगी से जूझ रहा मारुति प्लांट गुरुग्राम से शिफ्ट होगा
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कुल मिलाकर विपक्ष की ओऱ से जहां मारुति सुजूकी प्लांट (Maruti Suzuki Plant) को गुरुग्राम से शिफ्ट करने की सुगबुगाहट के बाद में विपक्षी नेताओं द्वारा सत्तापक्ष पर लगातार हमलने किए जा रहे हैं। विपक्षी नेता भूपेंद्र सिंह हुडडा, दीपेंद्र हुड्डा, पीसीसी अध्यक्ष कुमारी सैलजा सहित कईं नेता इस बारे में बयान दे चुके हैं। वहीं, भाजपा की ओऱ से भी कई नेताओं द्वारा इस प्लांट को अपने इलाकों में लाने के लिए विकल्प के तौर पर कईं जगह उपलब्ध कराने का दावा भी कर दिया है

योगेंद्र शर्मा : चंडीगढ़

गत चार दशक से बाजार में सबसे ज्यादा कारें तैयार करने में धाक रखने वाली मारुति सुजूकी कंपनी को अपने गुरुग्राम प्लांट (Gurugram Plant) की जगह की तंगी के कारण कईं तरह की चुनौतियां पेश आने लगी हैं, जिसके कारण इस प्लांट को किसी दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने की बात चल रही है। लेकिन विपक्ष की ओऱ से मारुति प्लांट शिफ्ट करने की भनक मात्र के बाद से इसे एक सियासी मुद्दा बनाकर भाजपा-जजपा सरकार (BJP-JJP government) के विरुद्ध एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है, हालांकि इस प्लांट को शिफ्ट करने की कोई अंतिम तिथि निर्धारित नहीं की गई है। दूसरा प्लांट के लिए मारुति को हरियाणा (Haryana) के ही कई हिस्सों में विकल्प के तौर पर जगह उपलब्ध कराने के विकल्प भी सुझाए जा रहे हैं।

कुल मिलाकर विपक्ष की ओऱ से जहां मारुति सुजूकी के प्लांट को गुरुग्राम से शिफ्ट करने की सुगबुगाहट के बाद में विपक्षी नेताओं द्वारा सत्तापक्ष पर लगातार हमलने किए जा रहे हैं। विपक्षी नेता भूपेंद्र सिंह हुडडा, दीपेंद्र हुड्डा, पीसीसी अध्यक्ष कुमारी सैलजा सहित कईं नेता इस बारे में बयान दे चुके हैं। वहीं, भाजपा की ओऱ से भी कईं नेताओं द्वारा इस प्लांट को अपने इलाकों में लाने के लिए विकल्प के तौर पर कईं जगह उपलब्ध कराने का दावा भी कर दिया है। इस क्रम में सबसे पहले भाजपा सांसद धर्मबीर की ओऱ से इसे चरखी दादरी में शिफ्ट कराने का सुझाव दिया गया है।

भिवानी महेंद्रगढ़ सीट से एमपी धर्मबीर सिंह ने इसे चरखी दादरी कस्बे के पास शिफ्ट करने के लिए कवायद भी शुरु कर दी है, यह इलाका उनके संसदीय क्षेत्र में आता है। एक तीर से कईं निशाने साध रहे धर्मबीर इसके सियासी फायदे भी उठाने की कवायद में हैं। मारुति कंपनी के सामने इस समय गुरुग्राम जैसे अंतरराष्ट्रीय और भारी ट्रैफिक के दबाव वाले शहर में अपने बड़े ट्रकों की मूवमेंट में भारी परेशानी आती है। भले ही कच्चे माल को लाना हो, अथवा तैयार प्राडक्ट को यहां से अन्य किसी स्ट्रान पर ले जाने का मामला हो। कुल मिलाकर इस प्लांट में किसी भी तरह की विस्तार की संभावनाएं नगणन्य हैं।

सांसद धर्मबीर सिंह ने प्रस्ताव और सुझाव दिया

इस क्रम में सांसद धर्मबीर सिंह ने प्रस्ताव और सुझाव दिया है कि दिल्ली से 90 किलोमीटर दूर चरखी दादरी कस्बा भी एनसीआर का हिस्सा है, जहां पर 2 सौ एकड़ जगह खाली है। जहां पर एक सीमेंट फैक्ट्री हुआ करती थी लेकिन इन दिनों यह बंद पड़ी हुई है। इतना ही नहीं सांसद ने मारुति सुजूकी इंडिया के चेयरमैन आरसी भार्गव को पत्र भी लिखा है। पत्र देश के पीएम नरेंद्र मोदी व केंद्रीय इंडस्ट्री एवं पब्लिक एंटरप्राइजेज मंत्री प्रकाश जावडेकर, सीएम, डिप्टी सीएम हरियाणा को भी भेजा गया है। सांसद ने बेहतर विकल्प के तौर पर सुझाई गई लोकेशन को लेकर कहा है कि यहां रेलवे और ट्रासपोर्ट को लेकर भी आसानी रहेगी, इतना ही नहीं यह लोकेशन दो-दो नेशनल हाईवे 34 और एनएच 148 बी पर है। वर्तमान प्रस्तावित लोकेशन पर आने वाले वक्त में इसीलिए फायदा मिलेगा क्योंकि वहां पर प्रस्तावित एक्सप्रेसवे--152 यूपी, पंजाब से इस कस्बे को जोड़ेगा साथ ही मुंबई एक्सप्रेस वे वाया राजस्थान प्रस्तावित है।

जाम से परेशानी : तीन सौ एकड़ में है प्लांट

मारुति सुजूकी इन दिनों हैवी ट्रैैफिक और जाम के कारण भी परेशानी और प्लांट शिफ्ट करने के विकल्प पर तेजी से विचार कर रही है क्योंकि वर्तमान हालात में पैसा और समय दोनों ही खराब होते हैं। इतना ही नहीं अब प्लांट की जगह की कीमत भी वर्तमान लोकेशन पर आसमान में हैं। दूसरे किसी स्थान पर शिफ्ट करने की स्थिति में कंपनी को कम से कम तीन सौ एकड़ जमीन चाहिए क्योंकि वर्तमान प्लांट भी तीन सौ एकड़ में है। मारुति सुजूकी चेयरमैन स्वीकार करते हैं कि वे सरकार की ओर से प्रस्तावित विकल्पों पर विचार मंथन कर रहे हैं। कंपनी का गुरुग्राम और मानेसर स्थित दूसरा प्लांट 17 लाख के करीब गाड़ियों का निर्माण हर साल करते हैं।

खरखौदा और मानेसर की भी चर्चा 

मारुति कंपनी के अफसर वर्तमान जगह से अपने प्लांट को शिफ्ट करने पर विचार मंथन में जुटे हुए हैं। उनके पास में कईं विकल्प भी हैं। जिसमें सोनीपत जिले में खरखौदा के अलावा मानेसर, सोहना गुरुग्राम जिले में आते हैं। कंपनी का गुरुग्राम के अलावा एक अन्य प्लांट मानेसर में भी है। गत चार दशक से काम कर रही मारुति की कारों की देशभर में भारी मांग है। खासतौर पर सबसे ज्यादा कारें मारुति 800 सौ बिकी हैं, जो मध्यम श्रेणी के परिवारों ने सबसे ज्यादा खरीदने का काम किया। पूर्व विधायक फतेहाबाद बलवान दौलतपुरिया सहित कई नेताओं ने अब इस प्लांट को जहां फतेहाबाद को सबसे बेहतर विकल्प बताते हुए यहां शिफ्ट करने की मांग की है। वहीं इसे भौगोलिक दृष्टि से मारुति उद्योग के लिए फतेहाबाद को सबसे अनुकूल बताया है। इन्होंने भी सियासी हलचल को तेज करते हुए फतेहाबाद में मारुति उद्योग की यूनिट लगाने की वकालत की है। बलवान दौलतपुरिया ने भी पीएम, केंद्रीय उद्योग मंत्री, मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर यूनिट फतेहाबाद-अग्रोहा धाम के बीच नेशनल हाईवे नंबर 9 पर लगवाए जाने की मांग उठाई है

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