मासाखोर से होता था अपमान, मंडी के सब्जी विक्रेताओं को मिला सम्माननीय नाम

मासाखोर से होता था अपमान, मंडी के सब्जी विक्रेताओं को मिला सम्माननीय नाम
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कृषि मंत्री ने विधानसभा में कहा कि उनके संज्ञान में आया है कि सब्जी मंडियों में कार्य करने वाले को मासाखोर नाम से पुकारा जाता है जो सम्माननीय नहीं है।

हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि प्रदेश की सब्जी मंडियों में कार्य करने वाले मासाखोरों को भविष्य में फुटकर सब्जी विक्रेता के नाम से जाना जाएगा। कृषि मंत्री विधानसभा में एक विधायक द्वारा पूछे गए प्रश्न का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि उनके संज्ञान में आया है कि सब्जी मंडियों में कार्य करने वाले को मासाखोर नाम से पुकारा जाता है जो सम्माननीय नहीं है। इसलिए अब उनकी फुटकर सब्जी विक्रेता के नाम से पहचान होगी। इससे रेहड़ी फड़ी वालों की इस पुरानी समस्या का समाधान हो गया है।

वहीं जेपी दलाल ने कहा कि वीएलडीडी डिप्लोमा और पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान में स्नातक की पढ़ाई के लिए सरकार की ओर से अम्बाला के लखनौर साहिब मेें राजकीय एवीएलडीडी कॉलेज का निर्माण करवाया जा रहा है। इसमें अगले शैक्षणिक सत्र के दौरान कक्षाएं लगनी शुरू की जाएगीं। इस कालेज में 60 युवाओं को पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान में डिग्री करने के लिए प्रवेश दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वीएलडीडी डिप्लोमा और पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान में स्नातक की उपाधि देने के लिए लाला लाजपतराय विश्वविद्यालय हिसार एवं इंटरनेशनल इंस्टीच्यूट आफ वेटरनरी एजुकेशन एण्ड रिसर्च रोहतक के बहुअकबरपुर में चलाए जा रहे है। इनमें 80-80 सीटें पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान में है और साढे पांच साल की अवधि की स्नातक उपाधि एवं एल डी डिप्लोमा दो वर्ष में करवाया जा रहा है।

दलाल ने कहा कि प्रदेश में वीएलडी डिप्लोमा के लिए एक राजकीय डिप्लोमा महाविद्यालय लुवास एवं 11 निजी डिप्लोमा महाविद्यालय भी मान्यता प्राप्त है। इनमें 783 युवाओं को पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान में स्नातक के अलावा एल डी डिप्लोमा भी करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नए निजी महाविद्यालय शुरु करने के लए निर्धारित मानदण्डों एवं शर्तो अनुसार लुवास और पशु चिकित्सा परिषद से संबद्वता लेनी अनिवार्य है।

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