Haryana Mausam Update : सर्दी और कोहरे से राहत नहीं, 11 जनवरी को सक्रिय होगा पश्चिमी विक्षोभ, जानें-आगे कैसा रहेगा मौसम

Haryana Mausam Update : सर्दी और कोहरे से राहत नहीं, 11 जनवरी को सक्रिय होगा पश्चिमी विक्षोभ, जानें-आगे कैसा रहेगा मौसम
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मौसम विभाग द्वारा जारी किए पूर्वानुमान के मुताबिक कम से कम 10 जनवरी तक और शीत लहर से लोगों को राहत नहीं मिलेगी।

Weather Today in Haryana : 22 दिसंबर से लेकर शनिवार (7 जनवरी) तक कड़ाके की सर्दी का दौर जारी है। बीच में 29-30 दिसंबर को अपवाद माना जा सकता है। इन दो दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई। लेकिन पिछले एक सप्ताह से हाथ गलाने वाली ठंड पड़ रही है। मौसम विभाग द्वारा शुक्रवार रात जारी किए पूर्वानुमान के मुताबिक कम से कम 10 जनवरी तक और शीत लहर से लोगों को राहत नहीं मिलेगी।

मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा में पश्चिमिविक्षोभ के आंशिक प्रभाव से मौसम 7 से 9 जनवरी तक मौसम परिवर्तनशील तथा बीच- बीच में आंशिक बादलवाई रहने की संभावना है । हवा में बदलाव उत्तर पश्चिमी से पुरवाई हो सकती है। जिससे वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ेगी। दिन के तापमान में हल्की गिरावट बने रहने तथा रात्रि तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने के बारे में मौसम विभाग कह रहा है। परंतु 10 जनवरी को मौसम आमतौर पर खुश्क रहने तथा उत्तरी व उत्तरपश्चिमी शीत हवाए चलने से रात्रि तापमान में फिर से गिरावट आएगी। 11 जनवरी को एक ओर पश्चिमी विक्षोभ आने से राज्य के मौसम में फिर से बदलाव संभावित।

किसानों की पौ बारह

अभी तक बारिश न होने की वजह से किसानों की पौ बारह हाे रही है। मौसम रबी के पूरी तरह से अनुकूल बना हुआ है। रात में कोहरा और दिन में धूप निकलने की वजह से फसलों में जमकर बढ़वार हो रही है। वातावरण में नमी भी फसल के माफिक बनी हुई है। अगले तीन चार दिन अभी और भी कोहरा पड़ेगा। ध्यान रहे जिले में कुल रकबा का 50-60 फीसदी हिस्सा सेम की समस्या से ग्रस्त है। जरा सी बारिश होते ही फसलें खराब होने लगती हैं। वर्ष 2022 की जनवरी में भी कई बार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से बरसात हुई गेहूं फसल खराब हो गई थी। जिले में इस समय 2 लाख 46 हजार एकड़ में गेहूं लहला रही है। इसके अलावा सरसों, समेत चारे वाली फसलों को देखकर किसान फूला नहीं समा रहा है।

और सताएगी ठंड

सात से लेकर 10 जनवरी तक सुबह के समय घना कोहरा पड़ने की आशंका है। ठंड से बचाव के जो भी उपाय किए जा सकते हैं, वे करने चाहिए। क्योंकि कड़ाके की ठंड अभी कई दिन और पड़ेगी। -डॉ. मोहम्मद एहतशाम, मौसम वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र रोहतक

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