Mausam Ki Jankari : हरियाणा सहित दिल्ली-NCR में फिर बदलेगा मौसम का मिजाज, कई दिन बारिश की चेतावनी

वैस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय मौसम प्रणाली का भारत में प्रवेश होने के कारण उतरी पर्वतीय क्षेत्रों पर भारी मात्रा में हिमपात और उसके वजह से उत्तरी मैदानी राज्यों पर लगातार तापमान में गिरावट के कारण कोल्ड डे की स्थिति और शीतलहर और बीच-बीच में बारिश, ओलावृष्टि व बादलवाही की गतिविधियां होने के बाद कोहरा, धुंध और पाला आदि लगातार जारी है।
राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि सक्रिय मौसम प्रणाली की वजह से 19 जनवरी की शाम के बाद और 20 जनवरी की सुबह तक हरियाणा में चंडीगढ़, अंबाला, पंचकूला, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, जींद, रोहतक, और एनसीआर-दिल्ली में रूक रूककर हल्की फुल्की बारिश होने और दक्षिणी हरियाणा के जिलों पर केवल बादलवाही रहने की प्रबल संभावनाएं बन रही हैं। 21 जनवरी को मध्यम श्रेणी का एक नया वैस्टर्न डिस्टरबेंस भारत में पर्वतीय क्षेत्रों से प्रवेश करेगा जिसके वजह से पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक प्रेरित चक्रवातीय सरकुलेशन बनने जा रहा है। जिसकी वजह से पछुआ पवनों का मिलन दक्षिणी पूर्वी नमी वाली हवाओं जिनको अरब सागर से प्रचुर मात्रा में नमी प्राप्त होगी। जिसकी वजह से मैदानी राज्यों पर बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेगी और साथ ही साथ उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर भारी मात्रा में हिमपात होने की संभावनाएं बन रही है। इस दौरान 30 से 40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने और मेघगर्जन यानी गरज चमक के साथ बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेगी और एक दो स्थानों पर ओलावृष्टि की भी संभावना है और पूरे इलाके पर बादल एक बार फिर डेरा जमा लेंगे।
आने वाले दिनों में बारिश की गतिविधियों के चलते शीतलहर और कोल्ड डे की स्थिति में सुधार होने की और कुछ राहत मिलने की संभावनाएं बन रही है। इस मौसम प्रणाली द्वारा 21 जनवरी की रात के बाद 22 जनवरी की अलसुबह 1.00 से 2.00 के बीच बारिश की गतिविधियां शुरू होने की प्रबल संभावनाएं हैं जिसकी वजह से महेंद्रगढ़, नारनौल, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, सिवानी, लुहारू, चरखी दादरी, झज्जर, रोहतक, एनसीआर-दिल्ली, गुड़गांव, फरीदाबाद, पलवल, सोहना व तावडू उसके बाद सुबह जींद, कैथल, चंडीगढ़, अंबाला, पंचकूला, कालका यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, सोनीपत, एनसीआर दिल्ली तक हल्की से मध्यम बारिश शनिवार और रविवार 23 जनवरी को शाम तक रूक-रूक कर होने की संभावनाएं हैं और 24 जनवरी से इस मौसमी प्रणाली का प्रभाव कम होना शुरू हो जाएगा और उसके बाद पवनों की दिशा फिर से उत्तरी हो जाएगी और सूबे में ठंड की गतिविधियां एक बार फिर शीतलहर, कोल्ड डे, कोहरे और धुंध देखने को मिलेगी। किसानों को सतर्क रहने की जरूरत है और वे इस दौरान सिंचाई की गतिविधियां रोक दें तथा मंडी में कृषि संबंधी सामग्री को तिरपालों से ढक कर रखें।
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