Mausam Update : देश पर मंडरा रहा समुद्री चक्रवात का खतरा, हरियाणा सहित इन राज्यों में आंधी और बारिश का अलर्ट

Weather Update : भारत में एक तरफ आधे से अधिक हिस्सा भीषण गर्मी की मार झेल रहा है और दूसरी और एक समुद्री चक्रवात का खतरा मंडरा रहा है। राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डाक्टर चंद्रमोहन ने बताया कि उत्तरी मैदानी राज्यों राजस्थान, हरियाणा, एनसीआर, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब और साथ ही मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात राज्यों में भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं। हालांकि वर्तमान मौसम प्रणाली पश्चिमी विक्षोभ द्वारा आज से ही अधिकतर मैदानी राज्यों में भीषण गर्मी से राहत मिलने लगी है।
पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवातीय सरकुलेशन बन गया है जिस कारण पवनों की दिशा दक्षिणी -पूर्वी नमी वाली हवाओं की हो गई है जिससे अधिकतर स्थानों पर तापमान में गिरावट दर्ज हुई है। सम्पूर्ण मैदानी राज्यों विशेषकर हरियाणा व एनसीआर दिल्ली, पंजाब और राजस्थान में 5 मई तक हल्की बारिश के साथ तेज अंधड़ चलने की संभावना बन रही है। सम्पूर्ण हरियाणा के 50 % क्षेत्रों में आंधी अंधड़ और 25% क्षेत्रों में बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी। इसके साथ ही साथ भारत में एक समुद्री चक्रवात का खतरा मंडरा रहा है। अंडमान सागर में अब कभी भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने के लिए तैयार है।
देश पर मंडरा रहा असानी चक्रवात का खतरा
बुधवार तक सिस्टम कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है, उसी दिन एक अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है। 5 मई तक सिस्टम डीप डिप्रेशन बन सकता है, उसके बाद डीप डिप्रेशन बन सकता है। 6 मई तक सिस्टम के साइक्लोन बनने की उम्मीद है। तूफान तेज होगा और अराकान तट के साथ आगे बढ़ेगा और संभवतः ताकत हासिल करता रहेगा। इस बार जो चक्रवात बनेगा उसे असानी कहा जाएगा, यह नाम श्रीलंका ने दिया है। यह व्यवस्था ज्यादातर बांग्लादेश की ओर बढ़ने को प्रभावित करती नजर आएगी। यह लगातार तीसरी मई है जब मई में एक चक्रवात आने की संभावना है जिसमें 2020 में अम्फान को देखा गया, जिसने पश्चिम बंगाल को सुपर साइक्लोन के रूप में प्रभावित किया, 2021 ने यास को देखा जिसने ओडिशा को प्रभावित किया। परन्तु इस दौरान उत्तरी मैदानी राज्यों हरियाणा, एनसीआर, दिल्ली, राजस्थान, पंजाब व उत्तर प्रदेश में एक बार फिर आंशिक राहत मिलने वाली है।
अफगानिस्तान से भी हवाएं बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ते हुए इस तूफ़ान में जाकर मिलेंगी व जितनी भी थोड़ी बहुत नमी या हवा में मौजूद आद्रता अफगानिस्तान, पाकिस्तान व राजस्थान सहित सम्पूर्ण उत्तर पश्चिम भारत व मध्य भारत से सारी आद्रता हवा के साथ इस तूफ़ान में चली जाएगी व पीछे केवल 1 से 2% आद्रता वाली हवा बिल्कुल सूखी जोकि बहुत गर्म व झुलसाने वाली होगी जोकि लगातार राजस्थान के रास्ते मध्य भारत होते हुए तूफ़ान असानी में मिलती रहेगी। जिससे अफगानिस्तान व पाकिस्तान पिछले लगभग 8 से 10 दशकों बाद सबसे गर्म रहेंगे और यही गर्म हवा राजस्थान को भी नया रिकॉर्ड बनाने के लिए काफी होगी। राजस्थान का प्रभाव हरियाणा, एनसीआर, दिल्ली, पंजाब और उत्तर प्रदेश पर पड़ने की संभावना बन रही है।
गर्मी ने 121 साल का रिकॉर्ड तोड़ा
इस साल मार्च में 121 से भी ज्यादा समय का गर्मी का रिकॉर्ड टूटा उसके बाद अप्रैल में भी 122 सालों से भी ज्यादा समय पहले का रिकॉर्ड टूटा है व अब मई की बारी है जोकि दुसरे सफ्ताह में ये रिकार्ड भी जल्द टूट जाने वाला है, साथ ही 9 ,10 ,11 मई को अति भीषण रिकॉर्ड तोड़ आसमान से आग बरसेगी और मैदानी राज्यों में तापमान 45.0 से 50.0 डिग्री सेल्सियस होने की प्रबल संभावनाएं बन रही है।
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