MBBS बॉन्ड पॉलिसी : वीसी और छात्रों की बातचीत बेनतीजा, रोहतक PGI में जारी रहेगा धरना

हरिभूमि न्यूज : रोहतक
बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में शुक्रवार को एमबीबीएस छात्रों ने 18वें दिन भी धरना जारी रहा। इस दौरान छात्रों ने शहर में जगह-जगह घूमकर लोगों को पॉलिसी के नुकसान बताए। साथ ही नुक्कड़ नाटक भी किए। इन्होंने हाथ में स्लोगन लिखे बोर्ड लिए चौक चौराहों पर पहुंचकर लोगों से संवाद किया। छात्र रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, लघु सचिवालय, पीजीआईएमएस में नुक्कड़ नाटक करके लोगों को बताया कि कैसे सरकार शिक्षा का निजीकरण करके संस्थानों को बंद करने की तैयारी कर रही है।
बता दें कि सरकार की बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में एमबीबीएस छात्र आंदोलन कर रहे हैं। वे पीजीआई के डायरेक्टर ऑफिस के सामने धरना देकर बैठे हैं। छात्रों ने बॉन्ड पॉलिसी पर कई सवाल उठाए हैं और कहा कि बिंदुओं को स्पष्ट करें कि पॉलिसी में है क्या। वहीं, शुक्रवार को 1 बजे हेल्थ विवि कुलपति डाॅ. अनिता सक्सेना से 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात का समय निर्धारित किया गया था। लेकिन यह मीटिंग देर शाम को हुई। जिसमें आरडीए समेत मेडिकल छात्र मौजूद रहे। इस बातचीत में गतिरोध खत्म नहीं हुआ। छात्र अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे।
वीसी ने छात्रों से अनुरोध किया कि वे हड़ताल को खत्म कर दें। क्योंकि इससे उनकी ही पढ़ाई का नुकसान हो रहा है। जब विद्यार्थी मीटिंग संपन्न करके बाहर आ रहे थे, उन्होंने कुलपति को कहा कि अब वे कोई भी बड़ा कदम उठा सकते हैं। क्योंकि हड़ताल किए हुए दो सप्ताह से ज्यादा का समय बीत चुका है। लेकिन सरकार ने आज तक उनकी मांगों को स्वीकार नहीं किया है।
पढ़ाई से करेगी वंचित
एमबीबीएस छात्रों ने कहा कि वे मेरिट लेकर आए हैं। पढ़ाई के लिए दिन-रात एक की। जिसके बाद उन्हें अच्छे अंक हासिल किए। मेरिट के आधार पर उन्होंने सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया था। लेकिन अब उन पर बॉन्ड पॉलिसी को लेकर 40 लाख रुपये का बोझ डाल दिया है। जिसे किसी भी स्तर पर सहन नहीं किया जा सकता।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS