MDU कर्मचारियों ने कहा- बरोदा का उप-चुनाव करवाया गया तो हम भी इलेक्शन के लिए अड़ेंगे

अमरजीत एस गिल: रोहतक
काेविड-19 की वजह प्रदेश में सभी पंजीकृत संस्थाओं के चुनाव स्थगित कर दिए गए हैं। लेकिन महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (Maharishi Dayanand University) गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के पूर्व पदाधिकारी कह रहे हैं कि अगर सरकार ने बरौदा विधानसभा का चुनाव (Assembly election) करवाया तो फिर उनकी एसोसिएशन का चुनाव भी हर हाल में करवाना पड़ेगा।
कर्मचारियों का कहना है कि जब विधानसभा का चुनाव करवाया जा सकता है तो गैर शिक्षक कर्मचारी संघ का क्यों नहीं। मालूम हो कि राज्य सरकार ने लगातार फैल रही महामारी के कारण सभी पंजीकृत संस्थाओं के चुनाव न करवाने का निर्णय लिया है। मदवि के कर्मचारी अब इसका विरोध करने लगे हैं। इनका कहना है कि प्रदेश के सभी दल बरौदा विधानसभा चुनाव की तैयारियां में लगे हुए हैं। लेकिन दूसरी ओर राज्य सरकार संस्थाओं के चुनाव करवाने में असमर्थता जाहिर कर रही है। कर्मचारियों ने कहा कि प्रदेश में केवल महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय गैर शिक्षक संघ ऐसी यूनियन है, जो विधानसभा से स्वीकृत है। कोविड-19 के दौरान अगर विधानसभा के चुनाव करवाए जा रहे हैं तो मदवि गैर शिक्षक संघ के चुनाव पर सरकार को बिल्कुल भी आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
संविधान में हर साल चुनाव करने का प्रावधान
संघ के संविधान में प्रत्येक वर्ष चुनाव करवाए जाने का प्रावधान है। इसलिए सरकार चुनाव को स्थगित नहीं कर सकती है। विश्वविद्यालय स्वायत्त संस्था है। इसलिए राज्य सरकार के सभी नियम लागू नहीं होते हैं। अगर बरौदा विधानसभा का चुनाव करवाया गया तो हम चुनाव करवाने के लिए कहेंगे। - सुरेश कौशिक, महा सचिव महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक
तो हम भी हर हाल में गैर शिक्षक संघ का चुनाव करवाएंगे
बरौदा विधानसभा का उप चुनाव अगर सरकार ने करवाया तो हम भी हर हाल में गैर शिक्षक संघ का चुनाव करवाएंगे। क्योंकि यह हमारा अधिकार है। ऐसा नहीं हो सकता है कि सरकार चाहे वह चुनाव करवाए जाएं। और न चाहे वह इलेक्शन न हो।- फूल कुमार बोहत, पूर्व प्रधान महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक
बरौदा हलके में नहीं कोरोना
गैर शिक्षक कर्मचारी संघ का गठन हरियाणा विधानसभा की संस्तुति के आधार हुआ है। इसलिए सरकार बरौदा उप चुनाव करवा सकती है तो मदवि कर्मचारी एसोसिएशन क्यों नहीं। कोरोना का प्रकोप क्या बरौदा हलके में नहीं है। सुमेर सिंह अहलावत, पूर्व प्रधान, मदवि रोहतक
वर्तमान कार्यकारिणी का कार्यकाल 31 अक्टूबर को हो रहा पूरा
फुल कुमार गुट से पूर्व प्रधान रणधीर सिंह कटारिया, कुलवंत मलिक से राजकुमार शर्मा और एसडीओ निरंजन उर्फ निन्नी चुनाव लड़ेंगे। वर्तमान कार्यकारिणी का कार्यकाल 31 अक्टूबर को पूरा होने जा रहा है। ऐसे में चुनाव उससे पहले करवाने अनिवार्य हैं। लेकिन यह तभी सम्भव है, जब कोविड-19 को लेकर स्थिति सामान्य रहती है। अगर महामारी बढ़ती है तो चुनाव स्थगित भी किया जा सकता है। लेकिन वर्तमान कार्यकारिणी काम नहीं करेगी। वर्तमान कार्यकारिणी का कार्यकाल पूरा होने के बाद संघ की आगामी गतिविधियां चलाने के लिए एक कमेटी का गठन पूर्व प्रधान करते हैं।
ऐसे समझें मामले को
गत 17 अगस्त को जाट सभा की वर्तमान कार्यकारिणी का कार्यकाल संपन्न हो गया। इससे पूर्व सभा ने चुनाव प्रक्रिया शुरू करवाने की अनुमति जिला प्रशासन से मांगी। काफी दिनों तक प्रशासन ने इस पर कोई निर्णय नहीं लिया। इसके बाद जिला साेसायटी रजिस्ट्रार की तरफ से गत 27 अगस्त को जाट सभा को पत्र भेजा। जिसमें बताया गया कि कोविड-19 की वजह से जाट सभा का चुनाव नहीं करवाया जा सकता है। और बताया गया कि सभा अपना प्रशासनिक कामकाज करने के लिए तदर्थ कमेटी का गठन करे।
संघ ने की बैठक
सरकार द्वारा चुनाव स्थगित करने की जानकारी बृहस्पतिवार को जब संघ की वर्तमान कार्यकारिणी को मिली तो दोपहर को बैठक का आयोजन किया गया। इसमें संघ ने यूनिवर्सिटी प्रशासन से मांग की है कि 31 अक्टूबर तक नई कार्यकारिणी के चुनाव करवाएं जाएं। क्योंकि संघ के संविधान में इस प्रकार की व्यवस्था की गई है। प्रधान कुलवंत मलिक ने मीटिंग में कहा कि हम तय समय पर ही चुनाव करवाने के पक्ष में हैं।
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