MDU में इस बार प्रवेश परीक्षा नहीं, मेरिट से दाखिले

अमरजीत एस गिल: रोहतक
कोविड-19 (COVID-19) के हर रोज बढ़ रहे संक्रमण के मद्देनजर रखते हुए हरियाणा सरकार(Haryana Government) ने एक अह्म निर्णय किया है। शिक्षा सत्र 2020-21 में दाखिलों के लिए प्रदेश के विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन नहीं करेंगे। बल्कि इस बार मेरिट (Merit) के आधार पर एडमिशन होंगे।
सरकार ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि प्रदेश के सभी सरकारी विश्वविद्यालय अपने-अपने कोर्स के खुद ही दाखिले करेंगे। यानि के इस बार दाखिला प्रक्रिया सेंट्रलाइज्ड नहीं होगी। बीते कई शिक्षा सत्रों से केंद्रीयकृत दाखिला प्रक्रिया के तहत एडमिशन किए जा रहे थे। लेकिन इस बार महामारी की वजह से सभी यूनिवर्सिटीज अपने-अपने दाखिले करेंगी।
दाखिलों को कमेटी गठित
सरकार के दिशा-निर्देशों की पालना करते हुए महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय ने दाखिला और प्रोस्पेक्टस कमेटी का गठन कर दिया है। इन कमेटी की दो बैठक भी हो चुकी हैं। अधिकारियों का कहना है कि अगले सप्ताह में सोमवार और मंगलवार तक प्रोस्पेक्टस को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। इसके बाद प्रोस्पेक्टस का प्रकाशन होगा। इसके अलावा इसे विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर भी अपलोड किया जाएगा। ताकि छात्रों को यह मालूम हो कि किस कोर्स में कितनी सीट हैं। प्रोस्पेक्टस फाइनल हाेने के बाद ही दाखिला कमेटी अपनी प्रक्रिया शुरू करेगी। यूनिवर्सिटी ने जिस हिसाब से नए दाखिलों की प्रक्रिया शुरू की है, उसके मुताबिक 20 जुलाई के आसपास विश्वविद्यालय ऑनलाइन आवेदन के लिए पोर्टल खोल देगा। पोर्टल खोलने से पहले कई तरह की जो जरूरी औपचारिकताएं होती हैं, उनको विश्वविद्यालय पूरा कर रहा है। चूंकि पोर्टल किसी निजी कम्पनी द्वारा खोला जाता है। इसलिए कम्पनी से विश्वविद्यालय ने अनुबंध वगैरा करना होता है। बताया जा रहा है कि पोर्टल खोलने के लिए जल्द ही निविदाएं आमंत्रित की जा रही हैं। क्योंकि पोर्टल को तैयार करने में कम्पनी 15-20 दिन का समय लेती है। पोर्टल का डेमो भी कम्पनी ने यूनिवर्सिटी को दिखाना होता है।
काउंसलिंग भी नहीं होगी
वैश्विक बीमारी को देखते हुए इस बार दाखिलों की काउंसलिंग का आयाेजन भी नहीं करवाया जाएगा। क्योंकि काउंसलिंग के दौरान विश्वविद्यालय परिसर में छात्रोंं और उनके अभिभावकों की भीड़ बढ़ने का खतरा है। बीते तीन महीने से विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों की आवाजाही पूरी तरह से बंद है। हालांकि विश्वविद्यालय के सभी प्रशासनिक कार्य पहले की तरह ही हो रहे हैं। कुलपति प्रो. राजबीर सिंह समेत दूसरे सभी अधिकारी अपने कार्यालय पहुंचकर प्रशासनिक कार्य कर रहे हैं। बैठकें भी सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करके करवाई जा रही हैं।
ऑनलाइन होगी दाखिला प्रक्रिया
महामारी का इतना खौफ है कि दाखिला प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन ही होगी। सरकार ने स्पष्ट कह दिया है कि विश्वविद्यालय नए दाखिलों को लेकर किसी भी प्रकार जोखिम नहीं लेंगे। बेशक दाखिले थोड़े-बहुत दिन लेट हो तो कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन विश्वविद्यालय अपनी तरफ से एक भी चूक ऐसी नहीं करेंगे, जिससे महामारी को फैलने का मौका मिले। अब तक जितना मंथन दाखिलों को लेकर किया गया है। उसके मुताबिक दाखिले ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत ही होंगे। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि किसी भी छात्र को दाखिले के लिए यूनिवर्सिटी आने की जरूरत नहीं है। जिस भी कोर्स में छात्र दाखिला लेने चाहता है, वह इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करेगा। दाखिले के लिए जो भी जरूरी दस्तावेज विश्वविद्यालय को चाहिए, वे छात्र को ऑनलाइन ही जमा करवाने हैं। बताया तो यह भी जा रहा है कि एमडीयू इन दस्तावेजों को ऑनलाइन सत्यापन करवाएगी। छात्र ने जिस भी बोर्ड या यूनिवर्सिटी से शिक्षा ग्रहण की है,उसको ऑनलाइन डॉक्यूमेंट भेज दिए जाएंगे।
सितंबर के दूसरे सप्ताह में शुरू होगा सत्र
नए दाखिलों की प्रक्रिया सितंबर के पहले सप्ताह तक पूरी करने का टारगेट रखा गया है। पोर्टल खोलने से लेकर दाखिला प्रक्रियाएं पूरी करवाने में 35-40 दिन लगते हैं। इस बार आवेदन के लिए 20 जुलाई के आसपास पोर्टल खोलने की याेजना एमडीयू बना रही है। इसके बारे में बकायदा अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है।
विश्वविद्यालय किसी भी प्राेग्राम में दाखिले को प्रवेश परीक्षा का आयोजन नहीं करवाएगा
सरकार के दिशा-निर्देशानुसार इस बार महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय किसी भी प्राेग्राम में दाखिले को प्रवेश परीक्षा का आयोजन नहीं करवाएगा। यह सब महामारी को ध्यान में रखते किया जा रहा है। दाखिला प्रक्रिया ऑनलाइन रहेगी। इसके लिए पोर्टल 20 जुलाई के आसपास खोल जा सकता है। -प्रो. राजबीर सिंह, कुलपति, मदवि
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS