Haryana Weather Update : आज सक्रिय होगा मध्यम आकार का पश्चिमी विक्षोभ, जानें -कैसा रहेगा माैसम

नारनौल। हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में लगातार मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। सम्पूर्ण इलाके में धीरे-धीरे तापमान में बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। जिसकी वजह से गर्मी अपने रंग दिखाने लगी हैं, लेकिन जल्द ही मौसम एक बार फिर से करवट लेने वाला है।
बता दें कि मार्च महीने की शुरूआत से ही हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में मौसम में बदलाव व तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। वर्तमान समय में सम्पूर्ण इलाके में तापमान में बढ़ोतरी दर्ज हुई है। जिसकी वजह से सम्पूर्ण इलाके में गर्मी महसूस होने लगी है। जल्द ही हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में मौसम करवट लेने वाला हैं, क्योंकि 16 मार्च को एक नया मध्यम आकार का पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर सक्रिय होने से उत्तरी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवातीय सरकुलेशन बनेगा, जो अरब सागर दक्षिणी पश्चिमी व बंगाल की खाड़ी की दक्षिणी पूर्वी नमी वाली हवाओं को अपनी तरफ आकर्षित करेगा। जिसके नतीजन सशक्त मौसम प्रणाली बनने से पूर्वी व पश्चिमी हवाओं के टकराव से उत्तरी मैदानी राज्यों राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, एनसीआर दिल्ली, उत्तर प्रदेश के साथ भारत के अधिकतर हिस्सों में 16-21 मार्च के दौरान गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश, तेज गति से हवाएं व अंधड़ चलने के साथ एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि की संभावना है। इस दौरान सम्पूर्ण इलाके पर बादल अपना डेरा जमा लेंगे। जिसके चलते भारतीय मौसम विभाग ने सम्पूर्ण इलाके पर येलो अलर्ट जारी कर दिया है। हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में 50-60 प्रतिशत हिस्सों में इस मौसम प्रणाली का प्रभाव देखने को मिलेगा। मौसम में बदलाव के चलते आने वाले दो दिनों तक हरियाणा/एनसीआर दिल्ली विशेषकर जिले महेंद्रगढ़ में तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होगी। इसके बाद दिन के तापमान में गिरावट व रात्रि तापमान में हल्की बढ़त दर्ज होगी।
किसानों के लिए सलाह : पश्चिमी जेट धाराओं का रूख दक्षिणी भारत की और होने से 17-22 मार्च तक इस गंभीर मौसम की घटना के दौरान फसल की कटाई का मौसम अपने चरम पर होगा, इसलिए किसान भाईयों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी फसलों की कटाई में तेजी लाएं और 16 मार्च शाम तक जितना संभव हो उतना करें। इसे सुरक्षित स्थान पर जमा करें और तिरपाल से ढकें, क्योंकि 17-22 मार्च के दौरान हल्की से मध्यम बारिश, गरज चमक के साथ बिजली गिरने व एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि तथा तेज गति से हवाएं अंधड़ चलने से नुकसान होने की संभावना है। इसलिए इस दौरान सिंचाई की गतिविधियों व कैमिकल स्प्रे को रोक दें। वर्तमान परिदृश्य में तापमान में बढ़ोतरी हुई हैं, लेकिन 22 मार्च के बाद तापमान में बड़े स्तर पर गिरावट दर्ज होगी। - डा. चंद्रमोहन नोडल अधिकारी पर्यावरण क्लब, राजकीय महाविद्यालय नारनौल।
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