Chandigarh में शिक्षा मंत्री से मिलकर एसएलसी के आदेश को वापिस लेने की मांग

चंडीगढ़। एसएलसी पत्र को निरस्त करने की मांग को लेकर रविवार को निजी स्कूल संचालकों ने शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर से मुलाकात की। फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन का प्रतिनिधि मंडल प्रदेश अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने कहा कि स्कूल लिविंग सर्टिफ़िकेट सम्बन्धि पत्र को तुरंत निरस्त किया जाएं। उन्होंने मुख्यमंत्री के आदेशों के बाद ही उन्होने पिछले वर्षो की बकाया फीस और अप्रैल से जून तक की फीस के लिए उन्होने अभिभावको पर किसी प्रकार का जोर नही दिया और ऑनलाइन पढ़ाई भी जारी रखी सहित अन्य जानकारी भी अवगत कराया। समस्याएं सुनकर शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने उनकी मांगों पर विचार-विमर्श कर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
निजी स्कूल संचालकों ने कहा कि कोरोना काल में आदेशों से प्राइवेट स्कूलों की कमर टूट जाएगी और वे दिवालिया हो जाएगें, जिसका असर न लाखों बच्चों की पढ़ाई पर पड़ेगा बल्कि प्रदेश में छह लाख अघ्यापको को भी वेतन नही दिया जा सकेगा। उन्होने कहा प्राइवेट स्कूल ना आर्थिक परेशानी से गुजर रहे है बल्कि मानसिक तनाव के भी शिकार हो चुके हैं और जल्द ही अगर समाधान नही निकाला गया, तो आने वाले समय में गंभीर परिणाम हो सकते है।
निजी स्कूल संचालकों ने कहा कि प्रदेश में लाकडाउन खुल चुका है, परन्तु स्कूल अभी भी लाकडाउन है और उनकी ज्यादातर स्कूलों की जो संख्या 95 से अधिक है उनकी भी 0 से 5 प्रतिशत फीस नही आई है ऐसे में उन्हे खड़ी बसों की इंश्योरेंस की किश्ते व बैंक लोन की किश्तों का भी भुगतान करना पड़ रहा है। तथा सरकार खड़ी हुई बसो से पैसेन्जर टैक्स भी और उसके ऊपर जुर्माना वसूल कर रही है जो तर्क संगत नही है उसे तुरन्त तब तक ना लिया जाए जब तक बसें चलना शुरू नही होती उन्होने बिजली के बिल भी एवरेज लोड की जगह जितने बिजली स्कूल इस्तेमाल करे उसके अनुसार लेने की अपील की क्योंकि स्कूल तो बंद पड़े है और उनसे हजारो से लाखों रूपये बिजली के बिल भेजे जा रहे हैै कुलभूषण शर्मा ने कहा कि 134ए की राशि बिना विलम्ब तुरंत जारी की जाए।
तथा राशी में कानून अनुसार बढ़ोत्तरी की जाए जो सरकार ने 5 वर्ष पूर्व हम सबसे वादा किया था मंत्री जी ने 134ए की राशि तुरंत जारी करने के लिए सभी डी0ई0ओ0 को कहने का आश्वासन दिया और बिजली और पैसेन्जर टैक्स पर भी सहानुभूतिपुर्वक विचार करने का आश्वासन दिया तथा अन्य मॉंगों पर भी विचार करने का आश्वासन दिया। कुलभूषण शर्मा ने कहा कि तुरंत प्राइवेट स्कूलों को राहत पैकेज नही दिया गया तो ग्रामीण आंचल के स्कूल व अन्य स्कूल बर्बाद हो जायेगें और उनके 6 लाख शक्षिक बर्बाद हो जाएंगें।
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