महम चीनी मिल ने बनाया रिकॉर्ड, सबसे बाद तक गन्ना पेराई, किसानों से 151 करोड़ 59 लाख रुपये के गन्ने की खरीद

महम चीनी मिल ने बनाया रिकॉर्ड, सबसे बाद तक गन्ना पेराई, किसानों से 151 करोड़ 59 लाख रुपये के गन्ने की खरीद
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चीनी मिल कर्मचारियों की कड़ी मेहनत के बलबूते पर मिल ने न केवल अपने अधीन आने वाले क्षेत्र के किसानों का गन्ना लिया, बल्कि फतेहाबाद, जींद, रोहतक, पानीपत, करनाल और गोहाना चीनी मिलों के किसानों का भी गन्ना लिया और उसकी पेराई की है।

राज कुमार नरवाल : महम। दी महम सहकारी चीनी मिल्ज लिमिटेड ने इस बार नया रिकॉर्ड बनाया है। इस बार यह मिल प्रदेश के अन्य सभी मिलों से बाद में बंद हुआ है। अक्सर इस मिल में मई महीने में गन्ने की पेराई का काम समाप्त हो जाता था। पिछले वर्ष 11 मई को मिल में गन्ने की पेराई बंद हो गई थी। लेकिन इस बार चीनी मिल में मंगलवार 27 जून की शाम पांच बजे तक गन्ने की पेराई हुई है।

जून की गर्मी में बॉयलरों के पास और धूप से गर्म लोहे की फैक्टरी में काम करना कर्मचारियों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण काम था। लेकिन महम चीनी मिल के कर्मचारी 40 डिग्री से अधिक तापमान में भी फैक्टरी में डटे रहे। चीनी मिल कर्मचारियों की कड़ी मेहनत के बलबूते पर मिल ने न केवल अपने अधीन आने वाले क्षेत्र के किसानों का गन्ना लिया, बल्कि फतेहाबाद, जींद, रोहतक, पानीपत, करनाल और गोहाना चीनी मिलों के किसानों का भी गन्ना लिया और उसकी पेराई की है। महम चीनी मिल की स्थापना 1987 में हुई थी। पहला पेराई सत्र 1990-91 शुरू हुआ था। वर्ष 1995 में बाढ़ आ जाने की वजह से मिल 1996 में 26 जून तक चला था। उसके बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि 27 जून तक पेराई सत्र चला है।

फतेहाबाद के किसानों से तीन लाख पांच हजार गन्ना लिया

मिल के सुप्रीटेंडेंट विरेंद्र रोहिल्ला ने बताया कि महम चीनी मिल में पंचकूला से हरियाणा के गन्ना आयुक्त व एमडी शुगरफेड का आदेश आया था। जिस वजह से अन्य जिलों का भी गन्ना लिया गया। खासकर फतेहाबाद का गन्ना लिया गया। फतेहाबाद जिले के किसान जूस के लिए राजस्थान में गन्ना सप्लाई करते थे। लेकिन इस बार गर्मी कम होने से गन्ने की राजस्थान में मांग कम हो गई। फतेहाबाद के किसानों ने सरकार के प्रतिनिधियों से बातचीत की। उसके बाद फतेहाबाद के किसानों का महम चीनी मिल ने 3 लाख 5 हजार क्विंटल गन्ना लिया। जींद के किसानों का 83 हजार क्विंटल गन्ना लिया। रोहतक मिल के किसानों का 13 हजार 900 क्विंटल गन्ना लिया। पानीपत, करनाल और गोहाना चीनी मिल क्षेत्र के किसानों का 3 हजार क्विंटल गन्ना महम चीनी मिल ने लिया। मिल ने 4 लाख 6 हजार क्विंटल गन्ना दूसरी मिलों के किसानों का लिया। जबकि मिल के अपने क्षेत्र के किसानों से 36 लाख 82 हजार क्विंटल गन्ना लिया।

24 अप्रैल तक के गन्ने की हो चुकी पेमेंट-मिल एमडी

महम चीनी मिल के एमडी दलबीर सिंह फोगाट ने बताया कि महम चीनी मिल ने किसानों से 151 करोड़ 59 लाख रुपए का गन्ना खरीदा है। किसानों को 24 अप्रैल तक की पेमेंट दे चुके हैं। किसानों को 111 करोड़ 86 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है। बाकि पेमेंट भी जल्द ही कर दी जाएगी। महम चीनी मिल ने इस बार 40 लाख 80 हजार 760 क्विंटल गन्ने की पेराई की है। जबकि पिछले साल यहां 39 लाख 60 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई की गई थी। इस बार के पेराई सत्र में चीनी मिल में 3 लाख 39 हजार क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया है।

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