मेरा पानी- मेरी विरासत : प्रदेश में दो लाख एकड़ भूमि पर धान से अलग फसलों की पैदावार का लक्ष्य

मेरा पानी- मेरी विरासत : प्रदेश में दो लाख एकड़ भूमि पर धान से अलग फसलों की पैदावार का लक्ष्य
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कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल ने बताया कि इस बार सरकार प्रदेश में धान के विकल्प के तौर पर कपास, दालें, आदि फसलों के विविधकण पर जोर देगी। योजना के तहत किसानों को पूरा पैसा एक मुश्त दिया जाएगा।

हरियाणा सरकार ने प्रदेश में फसल विविधकरण को बढ़ावा देने के लिए इस साल "मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत प्रदेश में दो लाख एकड़ भूमि पर धान की बजाए अन्य वैकल्पिक फसलों की पैदावार का लक्ष्य रखा है। पिछले साल हरियाणा में यह लक्ष्य एक लाख एकड़ रखा था। कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल ने बताया कि इस बार सरकार प्रदेश में धान के विकल्प के तौर पर कपास, दालें, आदि फसलों के विविधकण पर जोर देगी। योजना के तहत किसानों को पूरा पैसा एक मुश्त दिया जाएगा जबकि पिछली बार दोस्तों में 2 किस्तों में प्रोत्साहन राशि दी गई थी

दक्षिण हरियाणा में फसल विविधकरण को बढ़ावा देने के बारे में कृषि मंत्री जयप्रकाश ने कहा कि इस बार सरकार वहां बाजरे के मुकाबले दाल और अरंडी जैसी फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देगी क्योंकि इन फसलों की लागत कम आती है और बाजरे के मुकाबले ज्यादा भाव भी मिलता है। इसलिए सरकार का किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य को भी फायदा होगा। प्रधानमंत्री फसल योजना के बारे में कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार की योजना 31 जुलाई तक खुली हुई है। योजना पूरी तरह से स्वैच्छिक है। जो किसान योजना का फायदा उठाना चाहते हैं वह संबंधित बैंक में जाकर अपनी फसल की बारे में अंडरटेकिंग दे सकते हैं।

जेपी दलाल ने कहा कि जब देश में फसल बीमा योजना शुरू हुई थी तब विपक्ष ने इसको लेकर खूब हंगामा किया था लेकिन आज हरियाणा में फसल बीमा योजना के तहत किसानों को कााफी रुपयों का मुआवजा दिया जा चुका है। उन्होंने दावा किया कि हरियाणा देश का ऐसा पहला राज्य है। जहां पर बीमा कंपनी ने लिए गए प्रीमियम के मुकाबले ज्यादा मुआवजा बांटा है।

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