मेरी फसल मेरा ब्यौरा : पंजीकरण करवाने में फिसड्डी सूची के टॉप तीन में रोहतक

अमरजीत एस गिल: रोहतक
प्रदेश में मेरी फसल मेरा ब्यौरा के तहत पंजीकरण (Meri Fasal Mera Byora Registration) करवाने का कार्य काफी दिनों से चल रहा है। लेकिन रोहतक में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया काफी धीमी है। सोमवार शाम तक मिली जानकारी के मुताबिक जिला पंजीकरण करवाने वालों की प्रदेश की फिसड्डी सूची में तीसरे स्थान पर है। 26.20 प्रतिशत के साथ सोनीपत पहले और 28.06 फीसदी लक्ष्य प्राप्त करके हिसार दूसरे स्थान पर है। किसानों को 31 जनवरी तक अपनी रबी की सभी फसलों का पंजीकरण करवाना है। रजिस्ट्रेशन के बाद ही सरकार आपके गेहूं समेत दूसरी फसलों की खरीदारी करेगी। ऐसे में किसानों को तुरंत रजिस्ट्रेशन करवाना चाहिए। सरकार का उद्देश्य किसान हित में शुरू की गयी इस योजना के द्वारा एक ही प्लेटफार्म पर किसानों से संबधित सारी जानकारी एकत्रित करना है। सरकार की सोच है कि किसी योजना को किसानों तक पहुंचाने में यह स्कीम लाभदायक रहेगी। इसलिए हर फसल का पंजीकरण करवाना अनिवार्य किया है। कृषि विभाग का कहना है कि किसानों को बीज सब्सिडी देनी हो या अन्य कोई भी अनुदान बिना फसल पंजीकरण के नहीं मिलेगा।

दूसरी योजना भी जुड़ी पंजीकरण से
मेरा पानी मेरी विरासत योजना को सरकार द्वारा पिछले वर्ष आरंभ किया गया था। इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य पानी की बचत करना है। इस योजना के अंतर्गत उन किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है जो किसान धान की जगह वैकल्पिक फसल (जो कम पानी की खपत करती हैं) की खेती करते हैं। यह आर्थिक सहायता 7000 रुपये प्रति एकड़ की दर से प्रदान की जाती है।
ऐसे होता है रजिस्ट्रेशन
मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना का आरंभ किया गया है। इसके अंतर्गत हरियाणा के किसान अपनी फसल का पूरा ब्यौरा ऑनलाइन दर्ज कर सकते हैं। मेरा फसल मेरा ब्योरा पोर्टल के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सरकार द्वारा प्रदान किया गया बीमा कवर, प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसल मुआवजा किसानों को मिला या नहीं। मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना के अंतर्गत आवेदन करवाने के लिए आपको किसी भी कार्यालय के चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। किसान को योजना कं आधिकारिक पोर्टल पर जाना होगा। किसान गांवों में बने सीएचसी सेंटर पर पंजीकरण करवा सकते हैं। इसके अलावा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग में रजिस्ट्रेशन की सुविधा सरकार ने किसानों को मुहैया करवाई है।
पंजीकरण को लगाई अधिकारियों की ड्यूटी
मैंने तो एक सप्ताह पहले ही यहां का अतिरिक्त कार्यभार सम्भाला है। जब मैंने ज्वाइन किया था तो पंजीकरण पांच-सात प्रतिशत ही था। जो अब28 प्रतिशत से अधिक हो चुका है। विभाग के अधिकारियों को और कर्मचारियों की ड्यूटी रजिस्ट्रेशन के लिए लगवाई जा चुकी हैं।- डॉ. वजीर सिंह, उप निदेशक कृषि एवं किसान कल्याण विभाग रोंहतक।
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