हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर को रेल मंत्रालय की मंजूरी, इस जिले में होगा भूमि का अधिग्रहण

चंडीगढ़। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यन्त चौटाला ने बताया कि 'हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर' से राज्य में विकास कार्यों को और अधिक गति मिलेगी। इस ड्रीम-प्रोजेक्ट की सक्षम प्राधिकारी ने अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंप दी है और जिसको स्वीकार कर केंद्र सरकार के रेल मंत्रालय ने भी इस प्रोजेक्ट के लिए अधिसूचना जारी कर दी।
डिप्टी सीएम, जिनके पास उद्योग एवं वाणिज्य विभाग का प्रभार भी है, ने बताया कि रेल मंत्रालय की इस अधिसूचना से केंद्र सरकार ने जिला सोनीपत में हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना के निष्पादन, रखरखाव, प्रबंधन और संचालन के उद्देश्य से भूमि का अधिग्रहण करने की घोषणा कर दी है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश में रेल कनेक्टिविटी का विस्तार करने के लिए कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस वे ( केएमपी ) के साथ-साथ 5,618 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से यह विशेष 'हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर' बनाया जा रहा है।
उपमुख्यमंत्री ने प्रदेश की अन्य रेल परियोजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि करनाल-यमुनानगर रेलवे लाइन और जींद-हांसी रेलवे लाइन स्थापित करने की आरंभिक कार्यवाही की जा रही है। इसके अतिरिक्त, मेट्रो कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए गुरुग्राम में हुडा सिटी सेंटर से रेलवे स्टेशन-सेक्टर-22 साइबर सिटी तक, फरीदाबाद से गुरुग्राम के बीच रेजागला चौक से सेक्टर-21 द्वारका तक और दिल्ली-सोनीपत- पानीपत- करनाल आरआरटीसी कॉरिडोर तक नई मेट्रो परियोजनाएं स्थापित की जाएंगी। डिप्टी सीएम ने यह भी बताया कि सरकार विकास को गति देने के लिए हिसार में एकीकृत विमानन हब बना रही है। यह लगभग 7200 एकड़ क्षेत्र में बनेगा और इस परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 4720 करोड़ रुपये है। इसके अलावा, गुरुग्राम में अत्याधुनिक हेली-हब सुविधा भी स्थापित की जाएगी।
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