दो वर्ष विधायक रहने के बावजूद भव्य बिश्नोई का कार्यकाल पूरा माना जाएगा, पूरी पेंशन के हकदार होंगे, जानें क्यों

हरियाणा के हिसार जिले की 47- आदमपुर विधानसभा सीट, जो तीन माह पूर्व 3 अगस्त को तत्कालीन कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई के त्यागपत्र से रिक्त हुई थी, पर गत 3 नवंबर को उपचुनाव हेतु करवाए गये मतदान में कुलदीप के बड़े पुत्र और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के पोते भव्य बिश्नोई भाजपा के टिकट पर जीत हासिल कर विधायक निर्वाचित हुए हैं।
पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार ने बताया कि चूंकि हरियाणा विधानसभा के संभावित शीतकालीन सत्र पर फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं है, इसलिए भव्य विधानसभा स्पीकर के कार्यालय में जाकर विधानसभा सदस्य पद की शपथ ले सकते हैं जिसके बाद उन्हें विधायक के तौर पर वेतन, भत्ते आदि मिलनी प्रारंभ हो जाएंगी। मौजूदा लागू व्यवस्था के अनुसार उन्हें शपथ ग्रहण के बाद ही उपरोक्त सुविधाएं प्राप्त होंगी।
बहरहाल, हेमंत ने आगे बताया की बेशक भव्य का विधायक के तौर पर कार्यकाल करीब दो वर्ष ही होगा क्योंकि मौजूदा 14 वी हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवम्बर 2024 तक है, हालांकि इससे पूर्व भी विधानसभा को प्रदेश सरकार की सिफारिश पर भंग किया जा सकता है,और अप्रैल-मई 2024 में निर्धारित 18 वीं लोकसभा के आम चुनावों के साथ हरियाणा विधानसभा के अगले आम चुनाव करवाए जा सकते हैं, हालांकि भव्य मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होने के बाद या इसके समयपूर्व भंग होने के बाद, पूर्व विधायक के तौर पर पूरी पेंशन लेने के हकदार होंगे। उनके दो वर्ष के कार्यकाल को इस दृष्टि से पूरा एक कार्यकाल ही माना जाएगा। हालांकि अगर वह अगले विधानसभा चुनाव में फिर से निर्वाचित होकर विधायक बनते हैं या फिर लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित होते हैं, तो उन्हें पूर्व विधायक के तौर पर पेंशन नहीं मिलेगी क्योंकि कानूनन यह तभी मिलती है जब पूर्व विधायक किसी और संवैधानिक या वैधानिक पद पर आसीन न हो।
रोचक है कि वर्तमान में भजन लाल परिवार के कुल तीन सदस्यों - उनकी धर्मपत्नी जसमा देवी, बड़े पुत्र चन्द्रमोहन और छोटी पुत्रवधू एवं कुलदीप की धर्मपत्नी रेणुका बिश्नोई को, प्रदेश विधानसभा के पूर्व सदस्य के तौर पर हरियाणा सरकार से पेंशन मिल रही है। जसमा देवी को इसके अतिरिक्त भजन लाल की धर्मपत्नी के तौर पर फैमिली पेंशन भी प्राप्त हो रही है।
जसमा देवी, जो आदमपुर विधानसभा हल्के से एक बार अर्थात जुलाई, 1987 से अप्रैल, 1991 तक विधायक रहीं हैं, उन्हें प्रतिमाह 77 हज़ार रुपये की पेंशन मिल रही है। इसमें एक कार्यकाल के एवज में 50 हजार रुपये बेसिक पेंशन और उसपर 34 प्रतिशत की दर से डिअरनेस रिलीफ (डीआर), जैसी हरियाणा सरकार के पेंशनरों को मिलती है, और इसके साथ ही 10 हजार रुपये प्रतिमाह का स्पेशल ट्रैवेलिंग अलाउंस (विशेष यात्रा भत्ता) भी प्राप्त हो रहा है। चूंकि हाल ही में प्रदेश सरकार के पेंशनरों का डीआर 34 प्रतिशत से बढ़कर 38 प्रतिशत कर दिया है, इसलिए इस प्रकार जसमा देवी की पूर्व विधायक के तौर पर मासिक पेंशन जल्द ही 2 हज़ार बढ़कर प्रतिमाह 79 हजार हो जाएगी।
इसके अतिरिक्त जसमा देवी को भजन लाल की धर्मपत्नी के तौर पर प्रतिमाह 99 हजार 619 रुपये की फैमिली पेंशन भी प्राप्त हो रही है जिसमें फैमिली पेंशन राशि के तौर पर 19 हज़ार 250 रुपये , डियरनेस फैमिली पेंशन के तौर पर 9 हज़ार 625 रुपये और इन दोनों को मिलाकर बन रही 28 हज़ार 875 रुपये की राशि पर 245 प्रतिशत की दर से 70 हज़ार 744 रुपये का डीआर प्राप्त हो रहा है. इस प्रकार उन्हें प्रतिमाह हरियाणा सरकार से पूर्व विधायक के तौर पर पेंशन और साथ साथ फैमिली पेंशन को जोड़कर कुल पौने दो लाख रुपये से ऊपर प्राप्त हो रहे हैं।
हेमंत ने बताया कि चूंकि भजन लाल एक बार हरियाणा से राज्यसभा और तीन बार लोकसभा के सदस्य भी रहे हैं, इस प्रकार उनके चार बार सांसद रहने के एवज में जसमा देवी को भारत सरकार से भी फैमिली पेंशन प्राप्त हो रही है।
जहाँ तक भजन लाल के बड़े पुत्र चंद्र मोहन का विषय है, हेमंत ने बताया कि वो कुल चार बार हरियाणा विधानसभा से सदस्य रहे हैं, सबसे पहली बार कालका विधानसभा सीट से उपचुनाव जीतकर जुलाई, 1993 से मई, 1996 तक विधायक रहे, फिर मई, 1996 से दिसंबर, 1999 तक, फिर मार्च, 2000 से मार्च, 2005 तक और फिर मार्च, 2005 से अगस्त, 2009 तक वह सदन के सदस्य रहे. इस प्रकार पूर्व विधायक के तौर पर चार कार्यकालों के एवज में उन्हें प्रतिमाह 1 लाख 52 हज़ार 700 रुपये प्राप्त हो रहे हैं।
वहीं जहां तक भजन लाल के छोटे पुत्र कुलदीप बिश्नोई की धर्मपत्नी रेणुका बिश्नोई का विषय है, तो वह आज तक दो बार हरियाणा विधानसभा की सदस्य रही हैं। पहली बार आदमपुर सीट से उपचुनाव में विधायक के तौर पर फरवरी, 2012 से अक्टूबर, 2014 तक और फिर हांसी सीट से नवंबर, 2014 से नवंबर, 2019 तक जिसके एवज में उन्हें प्रतिमाह 1 लाख रुपये पेंशन राशि प्राप्त हो रही हैं।
हालांकि भजन लाल के छोटे पुत्र कुलदीप बिश्नोई , जो आज तक कुल 4 बार आदमपुर हलके से विधायक रहे हैं, उन्हें पूर्व विधायक के तौर पर फिलहाल पेंशन प्राप्त नहीं हो रही है, परन्तु वह उसी माह से पेंशन के हकदार हैं, जिस माह से उनका विधायक के तौर पर त्यागपत्र विधानसभा स्पीकर द्वारा स्वीकार किया गया. जब भी उन्हें पेंशन राशि मिलेगी, तो वह भी प्रतिमाह सवा लाख रुपये से डेढ़ लाख के बीच बनेगी। कुलदीप जून,1998 में आदमपुर में हुए उपचुनाव जीत पहली बार विधायक बने थे. उसके बाद वह अक्टूबर, 2009 से अक्टूबर, 2011, फिर अक्टूबर, 2014 से अक्टूबर, 2019 तक और फिर अक्टूबर, 2019 में अगस्त, 2022 तक हरियाणा विधानसभा के सदस्य रहे हैं। इसके साथ साथ कुलदीप को 14 वीं और 15 वीं लोकसभा का सदस्य रहने के कारण पूर्ण सांसद के तौर पर भारत सरकार से भी पेंशन राशि प्राप्त होगी।
हेमंत ने बताया कि हरियाणा विधानसभा के पूर्व सदस्यों को मिलने वाली पेंशन के मौजूदा कानून के मुताबिक पूर्व विधायकों को दो वर्गों के बांटा गया है. पहले वह जो 1 जनवरी 2016 से पूर्व विधायक के तौर पर अपना पहला कार्यकाल पूर्ण कर चुके हैं और दूसरे वो जिन्होंने उक्त तारीख के बाद विधायक के तौर पर अपना पहला कार्यकाल पूर्ण किया है. जसमा देवी, चंद्रमोहन, कुलदीप और रेणुका चारों का विधायक के तौर पर पहला कार्यकाल उक्त तारीख से पहले ही समाप्त हो रखा है।
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