टोहाना प्रकरण : विधायक बबली के माफी मांगने के बाद अब इस मांग को लेकर रात को थाने में किसानों के साथ धरने पर बैठे टिकैत और चढूनी

टोहाना प्रकरण : विधायक बबली के माफी मांगने के बाद अब इस मांग को लेकर रात को थाने में किसानों के साथ धरने पर बैठे टिकैत और चढूनी
X
टोहाना में विधायक और किसानों के बीच जारी विवाद में विधायक द्वारा माफी मांग लिए जाने पर जहां एक मामला निपट गया है वहीं जिला प्रशासन द्वारा गिरफ्तार दो किसान नेताओं रवि आजाद और विकास सीसर के खिलाफ दर्ज मामले वापस न लेने और उन्हें रिहा न किए जाने पर एक बार फिर पेंच फंस गया है।

हरिभूमि न्यूज. फतेहाबाद/टोहाना।

जिले के शहर टोहाना में विधायक और किसानों के बीच जारी विवाद में विधायक द्वारा माफी मांग लिए जाने पर जहां एक मामला निपट गया है वहीं जिला प्रशासन द्वारा गिरफ्तार दो किसान नेताओं रवि आजाद और विकास सीसर के खिलाफ दर्ज मामले वापस न लेने और उन्हें रिहा न किए जाने पर एक बार फिर पेंच फंस गया है। इससे खफा किसानों ने टोहाना के सदर थाने में पड़ाव शुरू कर दिया है। किसान नेता राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढूनी, योगेन्द्र यादव के साथ सैंकड़ों किसान सदर थाने का घेराव कर बैठे हैं और प्रशासन व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जा रही है।

योगेन्द्र यादव ने कहा कि विधायक द्वारा किसानों से किए गए अभद्र व्यवहार के मामले में उनके द्वारा वीडियो जारी कर माफी मांग ली गई है। किसान खुले दिल के लोग है और उन्होंने इस माफी को स्वीकार कर लिया है लेकिन इससे केवल अभी एक मामला ही सुलझा है। अभी दो किसानों की रिहाई का मामला अटका पड़ा है। इन दो किसानों के खिलाफ विधायक की शिकायत नहीं है बल्कि वह सरकार का मुकदमा है और सरकार इस मुकदमे को वापस लेने के लिए अभी तैयार नहीं है। जब उन्होंने इन किसानों की रिहाई बारे प्रशासन से बात की तो उन्होंने कहा कि दो दिन बाद एसपी कार्यालय में आ जाना, वहां बात कर लेंगे। योगेन्द्र यादव ने कहा कि हम यहां बात सुनने नहीं बल्कि समस्या का समाधान करने आए हैं लेकिन अफसोस की बात है कि हरियाणा का पुलिस प्रशासन और सरकार जिद्द पर अड़ी बैठी है।

ऐसे में उन्होंने प्रशासन को उन्हें भी गिरफ्तार करने की बात कही है लेकिन प्रशासन उन्हें गिरफ्तार करने से डर रहा है। ऐसे में किसानों ने अब फैसला लिया है कि जब तक दोनों किसानों के खिलाफ दर्ज मामले वापस नहीं होते और उन्हें रिहा नहीं किया जाता, किसान थाने के बाहर ही छावनी बनाकर धरने पर बैठे रहेंगे। वे शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से समस्या का समाधान चाहते हैं।

Tags

Next Story