Haryana Weather Update : हरियाणा, दिल्ली-NCR में मानसून अंतिम दौर में, जानें कब होगी बारिश

Haryana Weather Update : हरियाणा, दिल्ली-NCR में मानसून अंतिम दौर में, जानें कब होगी बारिश
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हरियाणा एनसीआर दिल्ली में बंगाल की खाड़ी से नमी वाली हवाओं का रूख हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर हों जाएगा साथ ही साथ 22 तारीख को एक नया कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की वजह पूर्वी और पश्चिमी पवनों के टकराव की संभावना बन रही है।

Monsoon Update : हरियाणा, एनसीआर -दिल्ली में इस साल 31 जून को मानसून सही समय पर सक्रिय होने और जूलाई में सामान्य से अधिक बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया गया जबकि अगस्त और वर्तमान में सितंबर महीने में सामान्य से कम बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया गया है। हरियाणा एनसीआर दिल्ली में मानसून के अंतिम दौर में मौसम के अलग-अलग मिजाज देखने को मिल रहे हैं।

राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि हरियाणा एनसीआर दिल्ली में पिछले दिनों से ही मानसून गतिविधियों में ब्रेक की स्थिति बनी हुई है । क्योंकि अगस्त और सितंबर महीने में कोई भी प्रभावी सक्रिय प्रणाली का असर हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर नहीं रहा पिछले दिनों जो भी मौसम प्रणालियां बनी उन सभी का प्रभाव हमारे साथ वाले राज्यों पर जिनमें मध्य प्रदेश राजस्थान और उत्तर प्रदेश पर बना रहा और इस दौरान इन मौसमी प्रणालियों का हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर केवल आंशिक प्रभाव देखने को मिला। पिछली मौसम प्रणाली का प्रभाव 15-17 सितम्बर के दौरान हरियाणा के उत्तरी और पूर्वी और साथ में दक्षिणी जिलों पर ही प्रभाव देखने को मिला जबकि शेष हरियाणा में इन मौसम प्रणालियों का कोई खास प्रभाव नहीं देखने को मिला है केवल बिखराव वाली बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया गया।

इस मानसून सीजन में हरियाणा एनसीआर दिल्ली में जुलाई में हुई बारिश जो सामान्य से ऊपर थी और अगस्त व सितंबर के महीने में धीरे-धीरे बारिश की गतिविधियां नदारद होने की वजह से वर्तमान समय में सामान्य से कम हो गई है आज 19 सितंबर तक हरियाणा में केवल 339. 4 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है ।जबकि इस दौरान हरियाणा में 414.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज होती है जो सामान्य से 18% कम बारिश दर्ज हुई है केवल 4 जिलों में फतेहाबाद,सिरसा, हिसार , कैथल में इस सीजन के दौरान सामान्य से अधिक बारिश दर्ज हुई है और 2 जिलों में झज्जर और जींद में सामान्य बारिश दर्ज हुई है ।जबकि हरियाणा के बाकी सभी 16 जिलों में सामान्य से कम बारिश दर्ज हुई है । इस दौरान हरियाणा में बारिश और साथ ही साथ तापमान में भी उतार—चढ़ाव का दौर भी देखने को मिल रहा है।

आज हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर लगातार पश्चिमी शुष्क हवाओं का प्रभुत्व स्थापित होने की वजह से तापमान में आज से दो से तीन डिग्री की बढ़ोतरी संभव हैं। मानसून की बिदाई भी नजदीक आ रही है हरियाणा एनसीआर दिल्ली में मानसून गतिविधियों पर ब्रेक लगा हुआ है और सुस्त बनीं हुईं हैं। जिसकी वजह से सम्पूर्ण इलाके तापमान में बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। सोमवार को हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान 33.0 डिग्री सेल्सियस से 38.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है जबकि हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर न्यूनतम तापमान 22.0 डिग्री सेल्सियस से 26.4 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है ।

सोमवार को वर्तमान परिदृश्य में सम्पूर्ण देश भर में निम्नलिखित मौसमी प्रणालियां बनीं हुईं जिनमें दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर प्रतिचक्रवात बनने के कारण उत्तर पश्चिमी भारत में शुष्क हवाएं चलती रहेंगी और मौसम भी शुष्क रहेगा विशेषकर गुजरात और राजस्थान राज्य को पश्चिमी हिस्से प्रभावित रहेंगे साथ ही साथ एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वी उत्तर प्रदेश और आसपास के इलाकों में है। सोमवार को मॉनसून ट्रफ रेखा गंगानगर, दिल्ली, बरेली, वाराणसी, डाल्टनगंज, बालासोर और फिर दक्षिण पूर्व की ओर बंगाल की पूर्व मध्य खाड़ी की ओर जा रही है। इसके अलावा चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर बना हुआ है, जो औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है। इसके प्रभाव में पश्चिम-मध्य और निकटवर्ती उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी (17.7°N, 88.0°E) पर निम्न दबाव बना है। जिसकी कोलकाता से दूरी करीब 530 किमी (दक्षिण) है। न्यूनतम वायुदाब 1001 मिलीबार है। हवा की औसत गति 20 से 30 किमी प्रति घंटा और हवा की गति 40 किमी प्रति घंटा है।अगले 24 घंटों के दौरान अवसाद एक स्पष्ट अवसाद (डिप्रेशन) में विकसित होगा और बाद में एक गहरे अवसाद (डिप डिप्रेशन) में तीव्र हो सकता है। 20 और 21 सितंबर के बीच, यह उत्तरी उड़ीसा तट और आसपास के क्षेत्रों को पार कर सकता है और लैंडफॉल बना सकता है। यह अगले 48 घंटों में मध्य प्रदेश की ओर बढ़ेगा। लैंडफॉल: - 20 सितंबर को मंगलवार सुबह और रात के बीच उड़ीसा में पुरी और पश्चिम बंगाल में दीघा के बीच के क्षेत्र में तूफान एक अलग डिप्रेशन या डीप डिप्रेशन के रूप में लैंडफॉल बनाने की संभावना है।

जिसकी वजह से उड़ीसा छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश और उसके बाद यह मौसम प्रणाली भी पश्चिमी जेट हवाओं की वजह से री-क्रव (मुड़ जाएगी) हो कर उत्तर प्रदेश पर पहुंचने की संभावना बन रही है परन्तु जैसे ही यह मौसम प्रणाली मध्य प्रदेश पर पहुंचेगी जिसकी वजह से हरियाणा एनसीआर दिल्ली में बंगाल की खाड़ी से नमी वाली हवाओं का रूख हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर हों जाएगा साथ ही साथ 22 तारीख को एक नया कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की वजह पूर्वी और पश्चिमी पवनों के टकराव की संभावना बन रही है। इस दौरान सम्पूर्ण इलाके में बादल वाही देखने को मिलेगी अगर मौसम प्रणाली अपने सही ट्रैक पर रही तो हरियाणा के उत्तरी,पूर्वी, और दक्षिणी हिस्सों में साथ ही साथ एनसीआर दिल्ली में 21-26 के दौरान हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियों की संभावना बन रही है जबकि शेष हरियाणा में भी बिखराव वाली बारिश की गतिविधियां की संभावना बन रही है। इस मौसम प्रणाली की समाप्ति के साथ ही हरियाणा एनसीआर दिल्ली में मानसून की वापसी की सितंबर महीने के अंतिम सप्ताह के अंत तक होने की प्रबल संभावनाएं बन रही है।

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