मां ने पहले दो साल के बेटे को लगाया फंदा, फिर खुद भी झूल गई फांसी पर, इस वजह से थी दुखी

मां ने पहले दो साल के बेटे को लगाया फंदा, फिर खुद भी झूल गई फांसी पर, इस वजह से थी दुखी
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गांव बिचौड़िया जिला महेंद्रगढ़ की सुमित्रा की शादी करीब साढ़े तीन साल पूर्व गांव पलड़ा के रहने वाले मनीष के साथ हुई थी। आरोप है कि शादी के बाद से सुमित्रा को उसके ससुराल वालों द्वारा दहेज के लिए अक्सर तंग किया जाता था।

हरिभूमि न्यूज. झज्जर

बुधवार देर सांय क्षेत्र के गांव पलड़ा में एक महिला ने अपने दो साल के मासूम को फांसी का फंदा लगाया और बाद में स्वयं भी फांसी लगा कर जान दे दी। परिजनों को पता चलने पर सूचना पुलिस को दी गई। जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी ली। एफएसएल टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए। बाद में पोस्टमार्टम के लिए शव को स्थानीय नागरिक अस्पताल भिजवाया। प्रारंभिक तौर पर मामला घरेलू कलह का माना जा रहा है।

जानकारी अनुसार गांव बिचौड़िया जिला महेंद्रगढ़ की सुमित्रा की शादी करीब साढ़े तीन साल पूर्व गांव पलड़ा के रहने वाले मनीष के साथ हुई थी। मनीष खेतीबाड़ी का काम करता था। आरोप है कि शादी के बाद से सुमित्रा को उसके ससुराल वालों द्वारा दहेज के लिए अक्सर तंग किया जाता था। सुमित्रा के एक दो साल का मासूम बच्चा भी था। पुलिस के अनुसार मामला घरेलू कलह का है और इसी के चलते सुमित्रा ने बीती देर शाम गांव पलड़ा में ही अपने घर के एक कमरे में पहले तो अपने दो साल के मासूम को फांसी के फंदे पर लटका कर मार डाला और बाद में वह स्वयं भी कमरे में ही फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी। परिजनों को जब पता चला तो तब तक मासूम हर्ष व उसकी मां सुमित्रा दम तोड़ चुके थे।

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