सड़क हादसे में मां-बेटे की मौत

सड़क हादसे में मां-बेटे की मौत
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मृतक सत्येंद्र के चचेरे भाई गांव नीरपुर निवासी सुरेंद्र ने पुलिस में दिए बयान में बताया कि सोमवार को अपनी मोटरसाइकिल पर सवार होकर नारनौल होते हुए महेंद्रगढ़ आ रहा था, उसके साथ उसका दोस्त वीरेंद्र सिंह भी था।

हरिभूमि न्यूज, महेंद्रगढ़। गांव नीरपुर निवासी 55 वर्षीय महिला व 35 वर्षीय व्यक्ति की ट्राले की चपेट में आने से मौत हो गई। महिला ने घटना स्थल पर दम तोड दिया व उसके बेटे ने अस्पताल जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया।

पुलिस ने नागरिक अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने परिजनों के ब्यान पर ट्राले चालक के खिलाफ कार्रवाई में जुटी हुई थी। मृतक सत्येंद्र के चचेरे भाई गांव नीरपुर निवासी सुरेंद्र ने पुलिस में दिए बयान में बताया कि सोमवार को अपनी मोटरसाइकिल पर सवार होकर नारनौल होते हुए महेंद्रगढ़ आ रहा था, उसके साथ उसका दोस्त वीरेंद्र सिंह भी था।

वह गांव नंगल सिरोही के बस स्टैंड पर खड़े थे। उसी समय उसका चचेरा भाई सत्येंद्र निवासी नीरपुर अपनी गाड़ी में अपनी माता फूलवती के साथ आया और रुककर उनसे बातचीत करने लगा। उसने हमें बताया कि वह अपनी माता को महेंद्रगढ़ के एक निजी अस्पताल में दिखाने ले जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम भी महेंद्रगढ़ जा रहे है, जिस पर सत्येंद्र ने कहा कि पीछे-पीछे आ जाओ।

इसके बाद मोटरसाइकिल पर बैठकर सत्येंद्र की गाड़ी के पीछे-पीछे चल रहे थे। जैसे ही नांगल सिरोही पार करके जोनावास मंदिर से आगे निकले, तो एक ट्राला चालक अपने तेज रफ्तार व लापरवाही से चलाता हुआ आया और जब सतेंद्र ने गाड़ी को ट्राले से क्रॉस करने लगा तो ट्राला चालक ने गलत दिशा में ट्राला मोड़ दिया, इस कारण ट्राला गाड़ी पर चढ़ गया।

इसके बाद ट्राला चालक ट्राला छोड़कर भाग गया। उसने व दोस्त ने सत्येंद्र, उसकी माता फूलमती को अन्य लोगों की मदद से गाड़ी से बाहर निकाला। परंतु तब तक माता की मौत हो चुकी थी, जबकि उसके चचेरे भाई ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया।




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