अपनों ने ठुकराया, गैरों ने अपनाया : लावारिस छोड़ गई थी मां, मौत को मात देकर आश्रम पहुंचा नवजात

हरिभूमि न्यूज. कैथल
4 जून को बाल उपवन आश्रम के पालने में मिले नवजात बच्चे की स्थिति अब ठीक हो गई है। शनिवार को बाल कल्याण समिति व जिला बाल संरक्षण इकाई के कर्मचारियों ने नवजात को अस्पताल से छुट्टी मिलने उपरांत बाल उपवन आश्रम स्पेशलाइज्ड एडोप्शन एजेेंसी को सौप दिया। इस अवसर पर सनानत धर्म सभा के प्रधान रविभूषण गर्ग ने बच्चे के गोद में लिया। इस नवजात बच्चे को कोई महिला 4 जून की सुबह बाल उपवन आश्रम के पालने में छोड़ गई थी। आश्रम के कर्मचारियों ने बच्चे को तुरंत अस्पताल पहुंचाया।
वहां नागरिक अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डा. अनिल अग्रवाल के नेतृत्व में टीम ने बच्चे को बचाने को लेकर पुरजोर प्रयास किया तथा उनकी मेहनत रंग लाई। डा. अनिल अग्रवाल ने बताया कि अब बच्चे की हालत सामान्य है तथा उसने दूध पीना शुरू कर दिया है। बच्चे को स्तनपान न होने के कारण कुछ परेशानी जरूर आई है लेकिन अब बच्चा सही है। वहीं श्री सनातन धर्म मंदिर में सभा द्वारा चलाए जा रहे बाल उपवन आश्रम स्पेशलाइल्ड एडोप्शन एजेंसी में पर्याप्त स्टाफ की मदद से बच्चे का सही ढंग से पालन पोषण किया जाएगा। रविभूषण गर्ग ने बताया कि एजेंसी में वर्तमान में पांच नवजातों का पालन पोषण किया जा रहा है। बाद में इन बच्चों को महिला एवं बाल कल्याण विभाग की ऑनलाइन वेबसाइट सीएआरएके माध्यम से नियमानुसार गोद दिया जाएगा।
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